PM मोदी ने की CM योगी के कामों की दिल खोलकर तारीफ, 'अद्भुत' राष्ट्र प्रेरणा स्थल देख हो गए गदगद, जानें इसकी खासियत
लखनऊ में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्र विभूतियों की नवनिर्मित प्रतिमाओं की जगह, राष्ट्र प्रेरणा स्थल के निर्माण को लेकर सीएम योगी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियां जितनी ऊंची हैं, उनसे मिलने वाली प्रेरणा उससे कहीं अधिक ऊंची है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण समारोह के दौरान मंच से सीएम योगी के कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने इस दौरान राष्ट्र प्रेरणा स्थल के निर्माण के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई दी. पीएम ने आगे कहा कि आज इस पावन अवसर पर वे महामना मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी और महाराजा बिजली पासी को श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल उन विचारों का प्रतीक है जिन्होंने भारत को आत्मसम्मान, एकता और सेवा का मार्ग दिखाया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस स्थल पर स्थापित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियां जितनी ऊंची हैं, उनसे मिलने वाली प्रेरणा उससे कहीं अधिक ऊंची है. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए कदम मिलाकर चलना होगा.
कूड़े-कचरे के पहाड़ पर बना राष्ट्र प्रेरणा स्थल: PM मोदी
उन्होंने बताया कि जिस 30 एकड़ भूमि पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का निर्माण हुआ है, वहां वर्षों तक कूड़े-कचरे का पहाड़ लगा हुआ था, जिसे बीते तीन वर्षों में हटाकर यह भव्य स्थल विकसित किया गया. उन्होंने इस परियोजना से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी.
आपको बताएं कि योगी सरकार के लिए ये अपने आप में बड़ी उपलब्धि है. सीएम योगी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में दूसरी बार अटल जी की प्रतिमा का अनावरण किया है. इससे पहले 25 दिसंबर 2019 को लोकभवन में PM मोदी ने अटल जी की प्रतिमा का लोकार्पण किया था. अब 25 दिसंबर 2025 को राष्ट्र प्रेरणा स्थल में पूर्व प्रधानमंत्री की 65 फिट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया है.
आपको बताएं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के दौरान सीएम योगी की विशेष प्रशंसा की. उन्होंने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण समारोह में कहा कि यहां की 30 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कई दशकों से कूड़े-कचरे का पहाड़ जमा था, जिसे पिछले तीन वर्ष में पूरी तरह समाप्त किया गया है. इस प्रोजेक्ट के लिए योगी जी, श्रमिकों, कारीगरों, योजनाकारों को बहुत-बहुत बधाई. यही नहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी की राजधानी लखनऊ में शानदार प्रेरणा स्थल स्थापित कराने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी.
योगी सरकार ने फिर कराई ‘गर्व की अनुभूति’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश को दूसरी बार ‘अटल’ सम्मान मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेशवासियों को ‘विरासत पर गर्व की अनुभूति’ कराया. यह अनुभूति प्रदेशवासियों को पहली नहीं, बल्कि योगी शासन के अंदर छह वर्ष में दूसरी बार हुई, जब प्रधानमंत्री ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया.
छह साल पहले हुआ था अटल जी की मूर्ति का अनावरण
ज्ञात हो कि अटल जी का लखनऊ प्रेम किसी से छिपा नहीं रहा. अपने राजनीतिक जीवन काल में उन्होंने हमेशा लखनऊ को प्राथमिकता के तौर पर रखा. योगी सरकार ने अटल जी की स्मृतियों को अब भी संजोए रखा. पहली बार सीएम योगी के नेतृत्व में 25 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फिट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण हुआ था. ठीक छह वर्ष बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर 2025 को अटल जी के जन्म शताब्दी महोत्सव पर 65 फिट ऊंची कांस्य प्रतिमा राष्ट्र को समर्पित किया.
मोदी-योगी व राजनाथ के उद्बोधन में राष्ट्र, राम और महापुरुषों का सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उद्बोधन में भी राष्ट्र, राम और महापुरुषों का ही सम्मान रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत माता की जय के साथ अपने उद्बोधन की शुरूआत की तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सियावर रामचंद्र भगवान की जयकार से प्रदेशवासियों की भाव से खुद को जोड़ा. तीनों नेताओं ने पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय व अटल बिहारी वाजपेयी के कृतित्व पर प्रकाश डाला तो वहीं महामना मदन मोहन मालवीय व महाराजा बिजली पासी की जयंती पर उन्हें याद कर वर्तमान पीढ़ी को गौरवशाली इतिहास से परिचित कराया.
राष्ट्र प्रेरणा स्थल क्या है?
कमल पुष्प के आकार वाला राष्ट्र प्रेरणा स्थल 230 करोड़ से निर्मित और 65 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित है. यहां 65-65 फिट ऊंची (डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय व अटल बिहारी वाजपेयी) की कांस्य प्रतिमाएं हैं. यहां दो लाख लोगों की क्षमता, 6300 वर्ग मीटर में संग्रहालय और 3000 लोगों की क्षमता का विशाल एंफीथियेटर है.
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