राम मंदिर की धर्म ध्वजा पर पाक का दोगलापन… भारतीय मुसलमानों की चिंता, लेकिन पाकिस्तानी हिंदुओं पर चुप्पी
Pakistan on Ayodhya: राम मंदिर में धर्म ध्वजा के मौके पर पाकिस्तान ने भारतीय मुसलमानों और अल्पसंख्यकों के अधिकार को लेकर विवादित बयान दिया है.
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राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराई गई. प्रधानमंत्री मोदी, योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ पूरा देश इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बना. वहीं, दूसरी तरफ ये सब देखकर पाकिस्तान के पेट में दर्द होने लगा, और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अयोध्या में हुए कार्यक्रम को अल्पसंख्यकों और मुस्लिम सांस्कृतिक विरासत के लिए खतरा बता दिया. पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव के एक बड़े पैटर्न और हिंदुत्व की सोच के असर में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जानबूझकर खत्म करने की कोशिशों को दिखाता है.’
पूरी दुनिया में मुस्लिमों का ठेकेदार बनता है पाकिस्तान
पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिससे अपना देश नहीं संभलता, पाकिस्तानी आर्मी किस तरह से बलूचों पर जुल्म और ज्यादती करती है. उनका कत्लेआम करती है. पाकिस्तान में शिया और सुन्नी आपस में लड़ते हैं, मस्जिदों में बम ब्लास्ट करते हैं. पाकिस्तान में आतंकियों को पनाह दिया जाता है. जिन्होंने पूरी दुनिया में इस्लाम को आतंकवाद का पर्याय बना दिया. वो पाकिस्तान भारत के मुसलमानों की स्थिति पर ज्ञान दे रहा है. पाकिस्तान को चाहिए कि पहले वो पहले अपने देश के मुसलमानों के हालात सही करे. यही नहीं, जो चीन मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में डालकर रखता है, उससे पाकिस्तान की अच्छी दोस्ती है. चीन के खिलाफ एक शब्द नहीं मुँह से निकलता, अमेरिका का पिट्ठू बना हुआ है. इजरायल को बंदर गुड़की दिखाता है, लेकिन जैसे ही अमेरिका घूरता है, तो पाक बिल्ली की तरह मिमियाने लगता है. वो पाकिस्तान दुनिया में मुसलमानों के चौधरी बनने की कोशिश कर रहा है. जबकि हकीकत ये हैं कि कोई भी मुस्लिम देश पाकिस्तान को मुँह नहीं लगाना चाहता और ना ही कोई महत्व देता है. पाकिस्तान का सिर्फ एक ही काम है, नफरत भड़काना और हिंदू-मुस्लिम कर एक प्रोपगैंडा तैयार करना और माहौल को खराब करना.
पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों कि बुरी स्थिति
पाकिस्तान जो भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकार पर ज्ञान दे रहा है, उसी पाकिस्तान को अपने यहां के हिंदू अल्पसंख्यक नहीं दिखते. पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय को लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा है. ये कोई नई समस्या नहीं बल्कि विभाजन के बाद से ही चली आ रही है. जबरन धर्मांतरण, मॉब लिचिंग, मंदिरों पर हमला और संस्थागत भेदभाव के रूप में प्रकट होती है. ख़ासकर सिंधु के हिंदुओें के साथ प्रताणना के मामले हमेशा आते हैं.
दर्जनों मासूम अफगानी बच्चों और अनगिनत बलूचों की हत्या कर चुका है पाकिस्तान
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भारत को मानवता और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर सलाह देने वाला पाकिस्तान अभी हाल ही में अफ़ग़ानिस्तान की सीमा में आधी रात को सोते समय ग्रामीणों पर हमला कर चुका है. इस हमले में 9 अफगानी बच्चों की मौत हो गई. इसके अलावा आए दिन पाकिस्तानी आर्मी बलूचिस्तान में खूनी खेल खेलती है. वो पाकिस्तान दूसरों को मानवता और अल्पसंख्यकों की रक्षा पर ज्ञान दे रहा है. फिर तो ये वही वाली बात है, 'सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को'.
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