Advertisement

भारत और अमेरिका के रिश्ते फिर से सुलझेंगे! दोनों ही देशों को अगले 24 घंटे में मिलने जा रही बड़ी खुशखबरी, जानिए पूरा मामला?

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी वार्ताकार या नेगोशिएटर सोमवार देर रात भारत पहुंच रहे हैं. वह मंगलवार को भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बता दें कि यह मीटिंग ऐसे समय पर हो रही है, जब ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी का शुल्क लगाया है. इसके साथ वह टैरिफ दर को और भी ज्यादा बढ़ाने की धमकी दे रहे हैं.

भारत और अमेरिका के लिए एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है. खबरों के मुताबिक, सोमवार देर रात अमेरिकी अधिकारी भारत पहुंचने वाले हैं. दोनों ही देशों  के बीच किसी बड़े डील की चर्चा तेज है. भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ टेंशन के बीच उठाए गए इस कदम से व्यापारिक रिश्ते को फिर से मजबूत करने का एक अहम प्रयास है. अमेरिकी राष्ट्रपति खुद पिछले कुछ हफ्तों से भारत के प्रति काफी नरम रुख अपना रहे हैं. वह भारत के साथ संबंधों को फिर से बेहतर बनाने की दुहाई दे रहे हैं. दूसरी तरफ भारत ने भी अमेरिका को साफ कर दिया है कि वह कृषि व्यापार को लेकर किसानों के हितों से किसी भी तरह से कोई भी समझौता करने को तैयार नहीं है.

अमेरिकी वार्ताकार पहुंच रहे हैं भारत

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी वार्ताकार या नेगोशिएटर सोमवार देर रात भारत पहुंच रहे हैं. वह मंगलवार को भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बता दें कि यह मीटिंग ऐसे समय पर हो रही है, जब ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी शुल्क लगाया है. इसके साथ वह टैरिफ दर को और भी ज्यादा बढ़ाने की धमकी दे रहे हैं. 

भारतीय अधिकारियों ने की मुलाकात

अमेरिकी अधिकारियों के पहुंचने से पहले भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने भी द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर चर्चा की थी. उन्होंने कई प्रमुख अमेरिकी सांसदों के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को X पर एक पोस्ट की थी. उन्होंने पोस्ट में बताया कि प्रतिनिधि सभा के सदस्य जेम्स मोयलान को भारत-अमेरिका के बीच व्यापार साझेदारी और ऊर्जा सहयोग में हाल के घटनाक्रमों पर जानकारी देने का अवसर मिला. मोहन ने यह भी लिखा कि हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी हितों के मुद्दों पर भी विचार साझा किए. इसमें अमेरिका ने बातचीत और कूटनीति के जरिए यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. 

अमेरिकी सांसदों से लगातार कर रहे मुलाकात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 25 प्रतिशत के अतिरिक्त टैरिफ दर के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को लेकर विनय मोहन लगातार अमेरिकी सांसदों से मुलाकात कर रहे हैं. 

G-7 देशों को भड़का रहे ट्रंप

खबरों के मुताबिक, अमेरिका ने G-7 देशों से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर शुल्क लगाने का अनुरोध किया है. अमेरिका ने जोर देकर कहा कि केवल एकीकृत प्रयास से ही मॉस्को की युद्ध मशीन को धन मुहैया कराने वाले स्रोत को बंद किया जा सकता है. इसको लेकर अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और व्यापार प्रतिनिधि राजदूत जैमीसन ग्रीर ने शुक्रवार को G-7 के वित्त मंत्रियों के साथ बातचीत की. ट्रंप ने इन देशों से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर शुल्क लगाने का आह्वान किया है. 

'भारत और चीन पर रूस से तेल खरीदने का आरोप लगाता रहा'

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत और चीन पर रूस से तेल खरीदने का आरोप लगाते रहे हैं. वहीं ट्रंप ने शनिवार को खासतौर से चीन का नाम लेते हुए कहा कि NATO देशों से अपील है कि चीन पर 50 से 100 फीसदी टैरिफ लगाया जाए. 

भारत और चीन दोनों रूसी तेल के बड़े खरीददार

बता दें कि भारत और चीन रूसी तेल के बड़े खरीददार हैं. भारत साफ कर चुका है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ भी रूस के साथ व्यापार करते हैं, लेकिन उसे निशाना बनाया जा रहा है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →