मुजफ़्फ़रनगर में किसान नेता राकेश टिकैत को भीड़ ने घेरा, पगड़ी उछाली, पहलगाम पर विवादास्पद बयान देना पड़ा भारी
पहलगाम हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल मैदान से हिंदू संगठनों की रैली निकाली जा रही थी, जहां किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे. यहां गुस्साई भीड़ ने उनका बॉयकॉट कर दिया और पगड़ी भी उछाल दी.

Follow Us:
पहलगाम हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल मैदान से हिंदू संगठनों की रैली निकाली जा रही थी, जहां किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे. यहां गुस्साई भीड़ ने उनका बॉयकॉट कर दिया. लोग इतने आक्रोशित थे कि टिकैत ने किसी तरह अपनी जान बचाई. रैली के दौरान उनकी पगड़ी भी उछाली गई. टिकैत परेशान दिख रहे थे.
मुजफ़्फ़रनगर में राकेश टिकैत का भारी विरोध, पगड़ी उछलीमुजफ़्फ़रनगर में राकेश टिकैत की पगड़ी उछली, पहलगाम पर विवादास्पद बयान देना पड़ा भारी.
— NMF NEWS (@nmfnewsofficial) May 2, 2025
दरअसल पहलगाम हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल मैदान से हिंदू संगठनों की रैली निकाली जा रही थी, जहां किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे. यहां गुस्साई भीड़ ने उनका बॉयकॉट कर दिया. अब ये… pic.twitter.com/2XV3Latgxv
दरअसल 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर में निकाली जाने वाली जन आक्रोश यात्रा से पहले टाउन हाल मैदान में खूब बवाल हुआ. हिंदू और व्यापारिक संगठनों की भीड़ ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत भी पहुंच गए. यहां उनके पहुंचने पर लोगों ने उनका बॉयकॉट कर दिया, उनके ख़िलाफ़ नारे लगाए और उन्हें घेर लिया. यहां मौजूद पुलिस ने उन्हें किसी तरह सुरक्षित निकाला. टिकैत ने इसे साजिश बताया और बड़ा प्रदर्शन करने की बात कही. अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
राकेश टिकैत का क्यों हुआ विरोध?
कहा जा रहा है कि लोग राकेश टिकैत के पहलगाम हमले को लेकर दिए बयान से काफी ख़फ़ा थे. लोगों को ये पसंद नहीं आया. दरअसल टिकैत ने कहा था कि 'इससे फायदा-नुकसान किसे हुआ, इसकी भी जांच हो'.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले पर सरकार के साथ होने की बात तो कही थी लेकिन यह भी कहा था कि इस बात की भी जांच की मांग की कि इस घटना से किसका फायदा और किसका नुकसान हो रहा है. उन्होंने सुरक्षा में चूक की जांच की भी मांग की.
बिना भीतर वाले के कुछ नहीं हो सकता: टिकैत
राकेश टिकैत ने आगे कहा था कि बिना भीतर वाले के कुछ नहीं हो सकता है. किसी भीतरी ने ही रास्ता बताया होगा. घटनास्थल की रेकी भी की गई होगी. पता चला है कि धर्म पूछकर लोगों को गोली मारी गई है. उससे फायदा और नुकसान किसे हुआ, इसकी भी सरकार को जांच करनी चाहिए.
राजनीतिक फायदे के लिए आतंकवादी हमला कराने के सवाल पर किसान नेता ने कहा कि इस हमले के सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए. सरकार के साथ होने की बात दोहराते हुए उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
टिकैत ने नेहा राठौर का समर्थन किया था!
नेहा सिंह राठौर को लेकर उनसे सवाल पूछा गया कि नेहा पर एफआईआर हुई है, उन्होंने आरोप लगाया था कि बिहार चुनावों में पहलगाम का फायदा लेने की कोशिश की जा रही है. इस सवाल के जवाब में किसान नेता ने कहा कि जो सच बोलेगा, उसको सजा होगी.
यह भी पढ़ें
ऐसा लगता है कि टिकैत के इन्हीं बयानों की वजह से लोग आक्रोशित हो गए हैं.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें