'दोबारा ऐसा किया तो बर्बाद कर देंगे...', बीजिंग में SCO मीटिंग में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन-पाकिस्तान को जमकर लताड़ा
चीन के बीजिंग शहर में SCO मीटिंग में विदेश मंत्री एस जयशंकर जमकर गरजे. इस दौरान उन्होंने चीन-पाकिस्तान को आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद पर जमकर लताड़ लगाई.
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के बीजिंग शहर में SCO की मीटिंग में ड्रैगन देश को उसी की धरती पर लताड़ा है. उन्होंने चीन की धरती से आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद पर पाकिस्तान को भी जमकर लताड़ लगाई और चेतावनी देते हुए कहा कि भारत की तरफ से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई इसी तरह से जारी रहेगी. उन्होंने चीन को भी तीनों ही मसलों पर लताड़ते हुए साफ संदेश दिया.
SCO समिट में गरजे विदेश मंत्री एस जयशंकर
चीन के बीजिंग शहर में कई देशों के विदेश मंत्रियों के बीच चल रहे SCO मीटिंग में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 'SCO की स्थापना तीन बुराइयों आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने के लिए की गई थी, लेकिन अक्सर यह तीनों एक साथ दिखाई देते हैं. हाल ही में भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने इसका एक और सबूत दिया, जहां इस हमले का मकसद जम्मू कश्मीर के टूरिज्म, इकोनॉमी को नुकसान पहुंचाने और धार्मिक स्थलों का विभाजन करना था. यह हमला सीधे तौर पर पर्यटकों और वहां के स्थानीय बेरोजगार युवाओं की आजीविका पर एक सीधा वार था. इस हमले का एक और मकसद था कि कश्मीर की साझा संस्कृति को तोड़ी जा सके.'
चीन को उसी के देश में लताड़ा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए ड्रैगन देश को उसी के घर में जमकर लताड़ा है. उन्होंने कहा कि यह 'जघन्य हमला करने वालों, इसकी साजिश रचने वालों, इन्हें फंड देने वालों और इन्हें बचाने वालों को न्याय के कठघरे में लाना होगा.' जयशंकर का यह बयान कहीं ना कहीं चीन की तरफ एक इशारा था, क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर आया था. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा, भारत ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और यह आगे भी जारी रहेगा. पूरी दुनिया SCO की ओर देख रही है. ऐसे में हमें भी इस चुनौती को मानते हुए सख्त रुख दिखाना चाहिए. इसमें सिर्फ निंदा की जरूरत नहीं है, बल्कि ठोस कार्रवाई करें.
एस जयशंकर का चीन को साफ संदेश
चीन की धरती से एस जयशंकर ने ड्रैगन देश को साफ संदेश देते हुए आतंकवाद पर कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि 'आतंकवाद पर दोहरा रवैया हमें त्यागना होगा. SCO पर मेरे तीन सुझाव है. इनमें पहला 'कॉमन टेरर फाइनेंसिंग वॉच-लिस्ट' बनाएं, जिससे इनपुट शेयर करना बाध्यकारी हो, क्योंकि आतंकी गुट अभी भी क्रिप्टो और डार्क-नेट का प्रयोग कर रहे हैं. ऐसे में एक सेंट्रलाइज्ड साइबर हब बनाकर संदिग्ध ट्रांजैक्शन को रोकना होगा. पहलगाम में जिस तरीके से आतंकी घटना घटी है, उससे सिर्फ सुरक्षा एक मुद्दा नहीं है. बल्कि, इसका असर समाज, टूरिज्म और सांस्कृतिक ताने-बाने पर भी पड़ा है.'
राजनाथ सिंह ने ज्वाइंट डिक्लेरेशन पर साइन से किया था इनकार
इससे पहले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की मीटिंग में ज्वाइंट डिक्लेरेशन पर साइन करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उसमें पहलगाम नरसंहार का जिक्र नहीं था. भारत की उस नाराजगी का ऐसा असर हुआ कि SCO ने तब ज्वाइंट डिक्लेरेशन ही जारी नहीं किया. ऐसे में अब जब विदेशमंत्री एस जयशंकर को उसी SCO में जाने का मौका मिला, तो उन्होंने एक-एक बात का जवाब दिया.
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