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2 हफ्ते पहले दिया बच्चे को जन्म,अब बनी थाईलैंड की सबसे युवा और नई प्रधानमंत्री Paetongtarn Shinawatra

पाएटोंगटार्न चिनावाट शिनावात्रा जैसे ही थाईलैंड की नई और सबसे युवा प्रधानमंत्री बनी तब से वो काफी चर्चाओं में हैं, आखिर कौन है ये युवा प्रधानमंत्री जिसने वोटिंग से 2 हफ्ते पहले बच्चे को जन्म दिया और अब प्रधानमंत्री भी बन गई।

थाईलैंड की नई प्रधानमंत्री पाएटोंगटार्न चिनावाट शिनावात्रा का नाम काफी चर्चाओं में है क्योंकि वो थाईलैंड की अब तक की सबसे युवा और दूसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में चुनी गई हैं । मात्र 37 साल की उम्र में इस उपलब्धि को हांसिल करने वाली पाएटोंगटार्न का ये राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है जिसके पीछे उनके परिवार का बड़ा हाथ रहा है, क्योंकि वो कोई आम महिला नहीं हैं बल्कि थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन चिनावाट की सबसे छोटी बेटी हैं। ऐसे में हर कोई युवा प्रधानमंत्री पाएटोंगटार्न चिनावाट के बारे में जानना चाहता है। 

कैसे बनी एटोंगटार्न चिनावाट थाईलैंड की नई प्रधानमंत्री -

एटोंगटार्न चिनावाट के राजनीतिक सफर की शुरुवात साल 2021 से शुरू हुई जब वो पियू थाई पार्टी में शामिल हुई और साल 2023 में वो इस पार्टी की प्री-इलेक्शन अभियान का मुख्य चेहरा बनी सिर्फ इतना ही नहीं प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार के तौर पर उनका नाम भी लिस्ट में शामिल हुआ। ख़बरों के मुताबिक पाएटोंगटार्न ने श्रेष्ठा थाविसिन की जगह ली है जो इससे पहले थाईलैंड के प्रधानमंत्री थे लेकिन उन्हें 14 अगस्त को कई विवादों और उन पर लगे आरोपों  के चलते प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था जिसके ठीक दो दिन बाद थाई सांसदों की मंजूरी और वोटिंग से पाएटोंगटार्न शिनावात्रा को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया है। 

कितने वोटों से जीती एटोंगटार्न चिनावाट -

एटोंगटार्न चिनावाट थाईलैंड के सत्तारूढ़ पार्टी की नेता है और एक मीटिंग के दौरान उन्हें प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर चुना गया, और संसद में प्रधानमंत्री पद के वोटिंग के दौरान उन्हें 310 वोटों का समर्थन मिला, जबकि 145 सदस्यों ने उन्हें इस पद के लिए वोट नहीं दिए साथ ही 27 सांसदों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। लेकिन आख़िरकार 310 वोटों से जीत कर एटोंगटार्न चिनावाट प्रधानमंत्री बन गई। 

प्रधानमंत्री बनने से 2 हफ्ते पहले बनी माँ -

साल 2023 में चुनावों के दौरान एटोंगटार्न चिनावाट शिनावात्रा ने चुनावी मैदान में खूब बढ़चढ़कर हिस्सा लिया, क्योंकि उनका नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों में से एक  था, इस दौरान वो गर्भवती थी लेकिन उन्होंने प्रचार करना नहीं छोड़ा वो पुरे थाईलैंड में अपनी गर्भावस्था के दौरान भी लड़ती नज़र आई, और वोटिंग के दिन से ठीक दो हफ़्ते पहले वो माँ बनी, उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। 

कितना है राजनीति का अनुभव -

एटोंगटार्न चिनावाट शिनावात्रा ने राजनीति विज्ञान और सोशियोलॉजी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है, साथ ही उन्होंने होटल मेनेजमेंट का भी कोर्स किया है, उन्हें राजनीती में कदम रखे मात्र 3 साल ही हुए हैं इसलिए उन्हें राजनीति का बहुत ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन एटोंगटार्न चिनावाट थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की सबसे छोटी बेटी हैं और उनकी चाची भी थाईलैंड की पहली महिला प्रधानमंत्री रह चुकी हैं, इस वजह से माना जा रहा है कि पारिवारिक प्रभाव  और उनके अनुभव के चलते उन्हें इस पद को संभलने में काफी मदद मिलेगी। 

खैर अब सबकी नज़रें थाईलैंड की नई प्रधानमंत्री पाएटोंगटार्न चिनावाट शिनावात्रा पर हैं कि वो इस पद पर रहकर कैसा कार्य करती हैं और इन चीजों को लेकर अपने देश के विकास पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। 

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