मुंबई में विपक्षी दलों पर FIR दर्ज, 'वोट चोरी' के मुद्दे पर बिना अनुमति विरोध-प्रदर्शन करने पर हुआ एक्शन, पुलिस ने जारी किया बयान
वोट चोरी के मुद्दे पर बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर विपक्षी दलों पर FIR दर्ज हुई है. बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन के लिए मुंबई पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने प्रदर्शन को बिना अनुमति का सार्वजनिक जमावड़ा बताया और इसे कानून व्यवस्था के उल्लंघन की श्रेणी में रखा. मुंबई पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज की है.
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महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शनिवार को वोट चोरी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन दक्षिण मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के सामने बीएमसी मुख्यालय के पास आयोजित किया गया था. इस विरोध-प्रदर्शन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे,कांग्रेस नेता बाला साहेब थोरात और सुप्रिया सुले सहित कई विपक्षी दलों के दिग्गज नेता मौजूद रहे.
बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर FIR दर्ज
इस बीच वोट चोरी के मुद्दे पर बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर विपक्षी दलों पर FIR दर्ज हुई है. बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन के लिए मुंबई पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने प्रदर्शन को बिना अनुमति का सार्वजनिक जमावड़ा बताया और इसे कानून व्यवस्था के उल्लंघन की श्रेणी में रखा. मुंबई पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज की है.
विरोध-प्रदर्शन पर मुंबई पुलिस का बयान
मुंबई पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 'बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थल पर भीड़ इकट्ठा कर प्रदर्शन किया गया, जिससे यातायात और सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई. इस संबंध में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.'
महाविकास अघाड़ी ने ‘सत्य मार्च’ निकाला
महाराष्ट्र की विपक्षी दल यानी महाविकास आघाड़ी दल ने चुनाव आयोग को चुनौती दी है. इस दौरान MNS अध्यक्ष राज ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी के साथ मिलकर इस मार्च में हिस्सा लेकर विपक्ष के मोर्चे को मजबूत किया. इसमें उद्धव ठाकरे ,राज ठाकरे और सुप्रिया सुले एक साथ नजर आए, वहीं शरद पवार अधिक उम्र के कारण अपनी कार से मार्च में शामिल हुए.
क्या है विपक्ष का आरोप?
विपक्ष का आरोप है कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कई विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की सूची अपेक्षित रूप में बढ़ाई गई. विपक्ष का कहना है कि EVM का गलत इस्तेमाल हुआ. मृत व्यक्तियों के नाम वोटर लिस्ट में डाले गए. एक वोटर का नाम कई वोटिंग बूथ पर सामने आए. MVA नेताओं की मांग है कि स्थानीय स्वराज संस्थाओं के चुनाव के पहले मतदाता सूची के एक-एक मतदाता का नाम चुनाव आयोग चेक करे और उसके बाद चुनाव करवाए.
राज ठाकरे ने सरकार पर बोला हमला
MNS प्रमुख राज ठाकरे ने सरकार पर हमला बोलते हुए वोटों में हेराफेरी के मुद्दे पर कड़ी टिप्पणी की. रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने जोरदार भाषण दिया. इसके अलावा मतगणना और रिपीट वोटर्स का भी मुद्दा उठाया और चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना की.
अक्टूबर में महाविकास आघाड़ी ने अधिकारियों से की थी मुलाकात
इससे पहले अक्टूबर में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसी मुद्दे पर मुलाकात की थी. उस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग करते हुए वोट चोरी के आरोपों की जांच की मांग की थी.
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