मंदिर तोड़ने की खबर सुन सदन छोड़कर भागे डिप्टी सीएम प्रवेश वर्मा! बोले "एक ईंट हटने नहीं दूंगा"
बता दें कि दिल्ली विधानसभा सत्र का आज पहला दिन था। इसमें डिप्टी सीएम प्रवेश वर्मा भी मौजूद थे। इस बीच अचानक से सदन के अंदर उनके मोबाइल फोन में व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया कि यमुना बाजार स्थित नीली छतरी मंदिर को तोड़ा जा रहा है। इसके बाद वह अचानक से सदन कार्रवाई के बीच से ही मामले वाली जगह पर रवाना हो गए।
Follow Us:
अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा में मंदिर तोड़ने की खबर आई थी। यह मामला अभी पूरी तरीके से शांत भी नहीं हुआ कि इधर यमुना बाजार में एक और मंदिर तोड़ने की खबर ने बवाल मचा दिया। खबर मिलते ही आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने डिप्टी सीएम प्रवेश वर्मा को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने विधानसभा सत्र को बीच में ही छोड़ते हुए। उस जगह पर पहुंचे जहां से मंदिर तोड़ने की खबर आई थी। प्रवेश वर्मा ने पहुंचते ही वहां के लोगों को आश्वासन दिया कि एक ईंट भी नहीं हटेगी। डिप्टी सीएम के आश्वासन के बाद वहां के लोगों ने चैन की सांस ली। बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम प्रवेश वर्मा ने इस घटना की पूरी जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर शेयर की है।
यमुना बाजार की नीली छतरी मंदिर तोड़ने की मिली खबर
बता दें कि दिल्ली विधानसभा सत्र का आज पहला दिन था। इसमें डिप्टी सीएम प्रवेश वर्मा भी मौजूद थे। इस बीच अचानक से सदन के अंदर उनके मोबाइल फोन में व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया कि यमुना बाजार स्थित नीली छतरी मंदिर को तोड़ा जा रहा है। इसके बाद वह सदन कार्रवाई के बीच से ही मामले वाली जगह पर रवाना हो गए। X पर इस मामले की पूरी कहानी शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि "मुझे व्हाट्सएप पर वाल्मीकि समाज के कुछ भाइयों द्वारा मंदिर तोड़े जाने की खबर मिली। मैं सीधा विधानसभा सत्र के बीच यहां पहुंचकर स्थिति का अधिकारियों के साथ जायजा लिया।" मंदिर तोड़ने से घबराए और डरे हुए स्थानीय लोगों को उन्होंने किसी भी तरह की चिंता न करने की बात कही और आश्वासन दिया कि इस मंदिर को कोई नुकसान नहीं होगा। बल्कि इसे नए तरीके से बनाया जाएगा। इसमें आप लोगों को काफी खुशी होगी। प्रवेश वर्मा ने एक वीडियो भी शेयर किया है।
मयूर विहार फेज-2 में 3 मंदिर टूटने से बचाए
अभी हाल ही में कुछ दिन पहले मयूर विहार फेज-2 में तीन मंदिरों को तोड़ने का आदेश जारी किया गया था। जहां पर आधी रात DDA के अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंच गए थे। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। उस दौरान पटपड़गंज के विधायक रविंद्र सिंह नेगी भी पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने इस कार्रवाई को रुकवा दिया। स्थानीय विधायक ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और राज्यपाल से बातचीत की। जिसके बाद डीडीए को अपना बुलडोजर लेकर वापस लौटना पड़ा था।
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement