बस एक फोटो पर क्लिक और अकाउंट खाली! आखिर क्या है 'ब्लर इमेज स्कैम'? गोरखपुर के SP क्राइम सुधीर जायसवाल ने दिए बचाव के टिप्स
साइबर ठग ठगी के नए-नए तरीके अपना कर लोगों से पैसे लूट रहे हैं. अब व्हाटसअप पर एक ऐसा स्कैम चल रहा है जिससे मात्र एक फोटो के जरिए अकाउंट खाली हो जा रहा है. इतना ही नहीं पर्सनल फोटो भी लीक हो रहे हैं. ऐसे में इस स्कैम से बचने के क्या हैं तरीके, जानिए इस रिपोर्ट में

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गोरखपुर सिटी के असुरन चौराहे पर रहने वाली कृति के पास पहले एक अंजान नंबर से कॉल आई. फोन पर सामने वाले शख़्स ने कहा कि आपके पास व्हाटसअप पर आपकी एक पुरानी तस्वीर भेजी है, जो तेजी से वायरल हो रही है. इतना सुनते ही कृति ने आनन-फानन में जेपीजी फॉर्मेट में आई उस फोटो को ओपन किया औक तभी अचानक कृति के फोन पर मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 2 लाख रुपए डेबिट हो गए हैं. मैसेज पढ़ कृति कर होश उड़ जाते है. कृति तुरंत अपने बैंक में कॉल कर बात करती है तो पता चलता हे कि स्कैनर में पहले ही आवाज बदलकर बैंक में बातचीत कर अकाउंट खाली कर दिया है. ये कहानी कृति की है लेकिन इस फ्रॉड का अगला शिकार आप हो सकते हैं. दरअसल साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे है. साइबर ठग ठगी के नए-नए तरीके अपना कर लोगों से पैसे लूट रहे हैं. अब व्हाटसअप पर एक ऐसा स्कैम चल रहा है जिससे मात्र एक फोटो के जरिए अकाउंट खाली हो जा रहा है. इतना ही नहीं पर्सनल फोटो भी लीक हो रहे हैं. इस स्कैम को ब्लर इमेज स्कैम कहते हैं. इस स्कैम के चंगुल में लोग फंसकर साइबर फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं.
कैसे होता है ये ब्लर इमेज स्कैम?
स्कैम की शुरुआत होती है व्हाट्सएप से, एक अंजान नंबर से मैसेज आता है जिसमें एक ब्लर इमेज होती है. इस इमेज के साथ एक अट्रैक्टिव कैप्शन लिखा होता है, जैसे ‘क्या ये तेरी पुरानी फोटो है? देख इसमें तू ही है शायद, तेरी ये वाली फोटो बहुत वायरल है.’ ऐसे मैसेज पढ़कर ज्यादातर लोग उस इमेज को खोलने की कोशिश करते हैं और यही उनकी सबसे बड़ी गलती बन जाती है. क्योंकि आप जैसे ही फोटो पर किल्क करते है, आपको एक लिंक पर भेजा जाता है जो किसी फेक वेबसाइट से अटैच होता है. इस वेबसाइट पर आपसे बैंक डिटेल्स और आपकी पर्सनल जानकारी मांगी जाती है. कुछ मामले में ये लिंक आपके फोन में वायर या स्पाइवेयर इंस्टॉल कर देता है, जो फोन को धीरे-धीरे हैक कर सकता है. इसका नतीजा ये होता है कि आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो सकता है. आपकी पर्सनल फोटो या डेटा लीक हो सकती है साथ ही आपकी प्राइवेसी को खतरा हो सकता है.
क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट्स?
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे स्कैम में 'लीस्ट सिग्निफिकेंट बिट स्टेग्नोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें किसी सामान्य मीडिया फाइल जैसे फोटो, ऑडियो या पीडीएफ में खतरनाक कोड छिपा दिया जाता है. ये कोड आम एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से भी नहीं पकड़ा जाता और फाइल ओपन होते ही एक्टिव हो जाता है.
एसपी क्राइम सुधीर जयसवाल के मुताबिक, इस फोटो में आमतौर पर तीन रंग चैनल रेड, ग्रीन और ब्लू होते हैं और इन या ट्रांसपेरेंसी वाले अल्फा चैनल में भी मैलवेयर छुपाया जा सकता है. जैसे ही ऐसी फाइल ओपन होती है, छिपा हुआ कोड खुद इंस्टॉल होकर संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड वगैरह चुरा लेता है.
इस स्कैम में स्कैमर्स लोगों की भावनाओं के साथ खेलकर उनको जाल में फंसाते है. इसलिए किसी भी अंजान नंबर से आए मैसेज या फोटो पर किल्क करने से पहले सावधानी बरतनी जरुरी है.
कैसे बरतें सावधानी?
साइबर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सेफ रहने के लिए आपको अलर्ट रहना पड़ेगा. एक्सपर्ट बताते हैं कि सबसे पहले तो आपको अपने व्हाटसएप की प्राइवेसी सेटिग्स को स्ट्रांग करना है. टू स्टेप वेरिफिकेशन को ऑन करे और फोन में अच्छे एंटी वायरस को इंस्टॉल करें. अगर गलती से भी ऐसी कोई लिंक क्लिक हो जाए तो तुरंत पासवर्ड चेंज करें और बैंक को सूचिक करें. ध्यान रखें एक क्लिक आपकी पूरी प्राइवेसी को खतरे में डाल सकता है. .jpg, .png, .mp3, .mp4 और PDF से ऐसे ठगी होना नॉर्मल है क्योंकि अक्सर ऐसी चीजें सेफ समझे जाते हैं और सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर भी होते हैं. हांलाकि इन फाइल्स में छिपा मैलवेयर किसी फिशिंग लिंक या नकली पेज की तरह नहीं दिखता. इसी वजह से युजर्स को इसकी भनक नहीं लगती. इसलिए हम लोगों को अलर्ट करते है और बताते है कि किसी भी अनजान नंबर से आई फाइल डाउनलोड करने से बचें, व्हाट्सएप की ऑटो-डाउनलोड सेटिंग बंद करें और फोन में लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट रखें और किसी से भी ओटीपी शेयर ना करें. साथ ही, व्हाट्सएप पर कौन आपको ग्रुप में जोड़ सकता है, इस पर कंट्रोल रखे. सावधानी बरतें सुरक्षित रहे.