दिल्ली चुनाव में पहली बार छात्रों पर दांव, बस में फ्री सफर, मेट्रो में किराया आधा !
चुनावों में पहली बार किसी पार्टी ने युवाओं पर दांव लगाया है. एक बार फिर केजरीवाल ने बड़ा ऐलान करते हुए बसों में छात्रों के लिए सफर बिल्कुल मुफ्त करने का वादा किया है।

हालांकि, मेट्रो में छात्रों का किराया आधा करने के लिए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सहयोग मांगा, क्योंकि दिल्ली मेट्रो केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार दोनों का वेंचर है। ऐसे में केजरीवाल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है।
केजरीवाल ने मेट्रो में छात्रों के आधे किराए को ऐलान से पहले पीएम मोदी को यह पत्र लिखा था। इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह मामला राजनीति से ज्यादा जनहित का है। यह पहली बार है जब केजरीवाल ने छात्रों पर बड़ा दांव लगाया है। इससे पहले उन्होंने आधी आबादी से लेकर बुजुर्गों तक के लिए घोषणाओं में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी।
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AAP के बड़े ऐलान
- ऑटो चालकों के लिए 10 लाख तक के लाइफ इंश्योरेंस का ऐलान
- ऑटो चालकों के बच्चों के लिए फ्री कोचिंग
- महिलाओं के लिए हर महीने 2100 रुपए
- बुजुर्गों के इलाज के लिए संजीवनी योजना
- पुजारी-ग्रंथियों के लिए हर महीने 18 हजार
दिल्ली में चुनावों के ऐलान से काफी पहले ही केजरीवाल के ऐलान शुरू हो गए थे। एक के बाद एक बड़ी घोषणाओं से उन्होंने विरोधियों को परेशानी में डाल दिया। हालांकि BJP ने AAP की इन फ्री स्कीम्स पर सवाल उठाए और एंटी इंकम्बेंसी के सहारे घेरने की कोशिश की। लेकिन केजरीवाल ने तो अपना एजेंडा पहले ही सेट कर लिया था और एक-एक कर अपने पत्ते खोलते रहे। जो बीजेपी रणनीति की मास्टर कही जाती थी, वह केजरीवाल से मात खा गई। केजरीवाल ने अपनी घोषणाओं से एक भी तबका अछूता नहीं छोड़ा। जो हिंदुत्व कार्ड बीजेपी खेलती आई है, पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना लाकर, उसे भी केजरीवाल ने हथिया लिया और हालात ऐसे हो गए कि BJP के लिए AAP की काट ढूंढना ही मुश्किल हो गया।
हालांकि इस बार दिल्ली में मुकाबला त्रिकोणीय बताया जा रहा है। AAP की लड़ाई BJP से ही नहीं, कांग्रेस से भी है। लोकसभा में AAP के साथ आने वाली कांग्रेस इस बार उसके खिलाफ चुनावी मैदान में है, जिससे मुकाबला चुनौतीपूर्ण हो गया है। नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित उतरे हैं और वे केजरीवाल के खिलाफ अग्रेसिव मोड़ में हैं। जबकि बीजेपी से परवेश वर्मा हैं। दोनों पार्टियां इस बार AAP की बादशाहत खत्म करने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं। दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव होगा और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।