140 करोड़ भारतीय ट्रंप के टैरिफ घमंड को करेंगे चकनाचूर... पीएम मोदी के एक बयान से हिला अमेरिका! समझिए सरकार का पूरा प्लान?
टैरिफ दर के घमंड में चूर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए पीएम मोदी ने बड़ी टेंशन खड़ी कर दी है. रविवार को अपने संबोधन में उन्होंने देशवासियों को स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल पर जोर दिया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी चीजों की खरीदारी हो सके.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों के प्रति अपना संबोधन दिया. इस दौरान उन्होंने 22 सितंबर से GST दरों में बदलाव और महंगी चीजों के घटे हुए दाम को लेकर कहा कि कल से 'जीएसटी बचत उत्सव' शुरू होगा. इससे लोगों की बचत बढ़ेगी और वह अपनी पसंदीदा चीजें खरीद पाएंगे. जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार ने 4 सितंबर को जीएसटी की दरों को कम करने की घोषणा की थी, यह दर कल यानी सोमवार 22 सितंबर से लागू हो रहा है. इनमें सरकार ने अधिकतर उन चीजों के दाम घटाएं हैं, जो आम नागरिक के रोजमर्रा की जरूरतों में शामिल है. ऐसे में पीएम मोदी ने देशवासियों को ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल को लेकर प्रेरित किया, ताकि अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत दरों का असर भारत की अर्थव्यवस्था या व्यापारियों पर ना पड़े.
भारत ने ट्रंप को करारा जवाब देने का बनाया प्लान
टैरिफ दर के घमंड में चूर ट्रंप के लिए पीएम मोदी ने बड़ी टेंशन खड़ी कर दी है. उन्होंने अपने संबोधन में देशवासियों को स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल पर जोर दिया है. इससे सरकार ने अमेरिकी टैरिफ दर से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव किया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी चीजों की खरीदारी हो सके.
कल से लागू होंगी नए दरें
केंद्र सरकार द्वारा 4 सितंबर को ऑटोमोबाइल से लेकर दैनिक उपभोक्ता वस्तुओं तक कई उत्पादों पर जीएसटी की दरें कम करने की घोषणा के बाद नई दर कल यानी 22 सितंबर से लागू हो जाएगा. जुलाई 2017 में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद सरकार द्वारा यह अब तक का सबसे बड़ा अप्रत्यक्ष सुधार है. इस नई प्रणाली को (GST 2.0) कहा जाता है. इसमें सिर्फ 5 फीसदी और 18 फीसदी की दो-स्लैब है, जिनमें केवल सुपर लक्जरी, सिन और डिमेरिट सामानों के लिए अतिरिक्त 40 फीसदी दर है. सरकार की जीएसटी परिषद ने अपनी 56वीं बैठक में इसे मंजूरी दी है. जिस पर केंद्र और राज्य दोनों सरकारें एकमत हुईं.
भारत की GDP पर नहीं पड़ेगा कोई असर
बता दें कि 'जीएसटी बचत उत्सव' की शुरुआत ऐसे समय हो रही है, जब अमेरिका में भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत का टैरिफ दर लगाया गया है. इससे भारत की GDP पर थोड़ा असर पड़ने की आशंका है. जिसकी वजह से मोदी सरकार ने अपने प्लान के मुताबिक इस असर की भरपाई देश में खपत बढ़ाकर करने की योजना बनाई है.
जल्द होगा भारत के साथ समझौता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया बयानों से साफ संकेत दिया है कि भारत के साथ अमेरिका जल्द ही एक बड़ा समझौता कर सकता है. दोनों देशों के अधिकारियों से लगातार बातचीत जारी है. 22 अप्रैल यानी कल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल कई अधिकारियों के साथ अमेरिका दौरे पर जाएंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ दर में छूट मिलेगी.
'टैक्स जंजाल से मुक्ति दिलाने की तैयारी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि '2017 में जब भारत ने जीएसटी सुधार शुरू किया, तो यह एक पुराने इतिहास को बदलने और नया इतिहास बनाने की शुरुआत थी. यह दशकों से हमारे देश के लोग और व्यापारी अलग-अलग टैक्स के जाल में फंसे हुए थे. इनमें चुंगी, प्रवेश कर, बिक्री कर, उत्पाद शुल्क, वैट, सेवा कर ऐसे दर्जनों टैक्स हमारे देश में मौजूद थे. एक शहर से दूसरे शहर में सामान भेजने के लिए अनगिनत चेकपॉइंट पार करने पड़ते थे, लेकिन नए जीएसटी टैक्स सुधार के तहत दैनिक जरूरत की चीजें, दवाएं और बीमा सस्ते हो जाएंगे. इस सुधार से हर परिवार में खुशियां आएंगी और भारत की विकास गाथा को तेज रफ्तार मिलेगी.'
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आत्मनिर्भरता पर भी जोर दिया. उन्होंने देसी चीजों को इस्तेमाल करने का आह्वान करते हुए कहा कि 'हम कंघी किसकी इस्तेमाल करते हैं. ट्रंप ने अमेरिका में जिस तरह का संरक्षणवादी रवैया अपना रखा है, यह उसका जवाब है.'
'अमेरिकी नीतियों से भारत को हो रहा बड़ा नुकसान'
उन्होंने यह भी कहा कि 'अमेरिका लगातार ऐसी नीतियां अपना रहा है, जिससे भारत को नुकसान हो रहा है. H1-B वीजा फीस में बेतहाशा बढ़ोतरी का फैसला भी उनमें से एक है. इसे बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर यानी करीब 88 लाख रुपए कर दिया गया है.'
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