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Maha Kumbh: Spain से आए विदेशी श्रद्धालु ने तैयारियों को लेकर क्या कहा ?

Prayagraj में आयोजित महाकुंभ में श्रद्धा और आस्था की डुबकी लगाने के लिए साधु, संत, संन्यासी ही नहीं विदेशों से श्रद्धालु आ रहे हैं ऐसे ही एक विदेशी श्रद्धालु स्पेन से आए जिन्होंने योगी सरकार की तैयारियों को लेकर सुनिये क्या कहा ?

ना जातियों का कोई बंधन। ना छोटे बड़े का कोई भेदभाव। तीर्थराज प्रयागराज में जब कोई सनातनी कदम रखता है तो। यहां सारे भेदभाव मिट जाते हैं। हर कोई सिर्फ और सिर्फ सनातनी रह जाता है। फिर वो कोई साधु संन्यासी महात्मा हो।या फिर कोई विदेशी।

महाकुंभ के इस पुण्य अवसर पर साधु संन्यासी या सिर्फ हिंदू ही संगम में डुबकी लगाने नहीं आ रहे हैं। बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी संगमनगरी प्रयागराज में डेरा जमाए हुए हैं। इन विदेशी श्रद्धालुओं में कोई संगम में डुबकी लगाने आया है। तो कोई सनातन धर्म और सदियों पुरानी संस्कृति की ताकत का अहसास करने आया है। ऐसे ही एक विदेशी श्रद्धालु हैं जैवियर। जो सात समंदर पार स्पेन से संगम नगरी प्रयागराज आए हैं। जो एक स्पेनिश होने के बावजूद हिंदी भी बोलते हैं।और एक सनातनी की तरह हर हर महादेव भी बोलते हैं।क्योंकि जेवियर 21 बार भारत का दौरा कर चुके हैं।तो वहीं दूसरी बार कुंभ आए हैं।


स्पेन से आए जेवियर ने ना सिर्फ महाकुंभ का वैभव देखा ।संगम में पुण्य की डुबकी भी लगाई।और स्नान के बाद माथे पर तिलक भी लगाया। इतना ही नहीं विपक्ष के नेता अखिलेश यादव भले ही योगी सरकार पर निशाना साधने के लिए महाकुंभ में अव्यवस्था के आरोप लगाते रहे हों। लेकिन स्पेन से आए जेवियर भी ये बात अच्छी तरह से जानते हैं कि योगी सरकार ने महाकुंभ की बेहतरीन तैयारी की है। इसीलिये खुद उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्था की तारीफ की। और जब उनसे पिछले महाकुंभ की तैयारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इशारों ही इशारों में बता दिया कि उस महाकुंभ की तैयारी कुछ खास नहीं थी।

सीधे स्पेन से महाकुंभ आए जैवियर भी मानते हैं कि यहां की व्यवस्था शानदार है। और वो खुद को सुरक्षित भी महसूस करते हैं।लेकिन सपाई मुखिया अखिलेश यादव को शायद ऐसा नहीं लगता है।इसीलिये मकर संक्रांति के दिन उन्होंने प्रयागराज जाकर महाकुंभ में संगम स्नान करने की बजाए। हरिद्वार जाकर गंगा स्नान करना बेहतर समझा ।तो वहीं दूसरी तरफ महाकुंभ की तैयारियों में कमियां निकालते हुए लिख रहे हैं।

अति विशिष्ट अतिथियों को तीर्थयात्रियों से अधिक महत्व देते हुए संगम की तरफ जाने वाले सभी मार्ग बंद होने से महाकुंभ परिसर में श्रद्धालुओं को मीलों घुमकर जाना पड़ रहा है, इससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को अत्यधिक असुविधा, कष्ट और थकान का सामना कर पड़ रहा है, हर तरफ जाम जैसी स्थिति हो गयी है, तत्काल जाम खुलवाया जाए, सच्चे श्रद्धावान से महत्वपूर्ण अन्य कोई नहीं होना चाहिए, ट्रैफिक व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि सब सुचारू रूप से समानान्तर चलता रहे, किसी के लिए भी रास्ते बंद नहीं होने चाहिए, अति विशिष्ट अतिथियों के आने पर तो आवागमन और भी सुगम और सुविधाजनक होना चाहिए, जिससे प्रतीत हो कि विशिष्ट लोगों के आने से व्यवस्था और अच्छी होती है

एक तरफ जहां अखिलेश यादव महाकुंभ की तैयारियों की कमियां पर कमियां गिना रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज पहुंच रहे श्रद्धालु संगम की तैयारियों के लिए सरकार की तारीफ कर रहे हैं।

महाकुंभ का आगाज हुए एक हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। लेकिन इसके बावजूद अखिलेश यादव ने एक बार भी प्रयागराज की धरती पर कदम नहीं रखा। और दूर से ही महाकुंभ की तैयारियों में कमियां गिना रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ महाकुंभ में मौजूद लोग तैयारियों को लेकर योगी सरकार की तारीफ कर रहे हैं।

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