राजपूतों के विरोध के बीच PM Modi को गुजरात से आई बड़ी खुशखबरी
गुजरात में एक तरफ जहा बीजेपी का राजपूत जमकर विरोध कर रहे है, जिसको लेकर ये तक कहा जा रहा था की अब इसका नुकसान बीजेपी को हर राज्य में देखने को मिलेगा। लेकिन उल्टा बीजेपी को खुशखबरी ही मिल गई। जी हां, गुजरात में राजपूतों के विरोध के बीच बीजेपी को पहली जीत मिली है।

गुजरात में एक तरफ जहा बीजेपी का राजपूत जमकर विरोध कर रहे है, जिसको लेकर ये तक कहा जा रहा था की अब इसका नुकसान बीजेपी को हर राज्य में देखने को मिलेगा। लेकिन उल्टा बीजेपी को खुशखबरी ही मिल गई। जी हां, गुजरात में राजपूतों के विरोध के बीच बीजेपी को पहली जीत मिली है।
दरअसल, गुजरात से बीजेपी के लिए खुशखबरी आई है, लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के खाते में एक सीट आ गई है। गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। यानी, कोई उनके सामने चुनाव लड़ने को बचा ही नहीं इसलिए उन्हें जीत मिल गई। अब इसे किस्मत का खेल समझिए या राजनीती का जो बीजेपी को बिना किसी टेंशन के पहले ही जीत मिल गई।
और सबसे खास बात ये रही की जीत भी उस राज्य में मिली जहा सबसे ज़्यादा बीजेपी का विरोध हो रहा है। ये मोदी के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है। क्युकी ये राहत है बीजेपी के लिए। जानकारी के मुताबिक, सूरत सीट पर बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल के सामने चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुम्भानी का का नामांकन फॉर्म रद्द हो गया था। बता दे, उनके प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ियों का हवाला देकर नामांकन रद्द किया गया था।
जिसके बाद नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन आठ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इस तरह से मुकेश दलाल की जीत का रास्ता साफ हो गया इस तरह से मुकेश दलाल की जीत का रास्ता साफ हो गया। और उन्होंने एक तरह से 400 पार में मोदी के लिए पहला सहयोग कर दिया।
कौन है मुकेश दलाल?
अब जिसने गुजरात में मोदी को पहली जीत दी है यानी मुकेश दलाल इनके बारे में भी आपको बता देते है।
- मुकेश दलाल 1981 भाजपा का हिस्सा है
- वो बीजेपी में रहते हुए विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं
- अभी मुकेश सूरत शहर भाजपा के महासचिव और SDCA समिति के सदस्य हैं
- मुकेश गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सी आर पाटिल के करीबी और भरोसेमंद नेता है
- मुकेश भाजपा के शहर कार्यकारी सदस्य रहे है
- सूरत नगर निगम में 3 बार पार्षद रहे है
- और 4 बार स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे हैं
वही, निर्विरोध निर्वाचित होने पर मुकेश दलाल कहते है "आज मुझे निर्विवादित विजयी घोषित किया गया है तो गुजरात और देश में पहला कमल खिला है। मैं मुझ पर विश्वास दिखाने के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्य के सीएम और राज्य भाजपा प्रमुख को धन्यवाद देता हूं। यह पूर्ण बहुमत सरकार के गठन की दिशा में पहला कदम है।"
बता दे, गुजरात की 26 सीटों पर ऐसे तो 7 मई को मतदान होना है लेकिन जिस तरह से सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की पहले ही जीत हो चुकी है ऐसे में अब केवल 25 सीटों पर मतदान होगा।
अब गुजरात में बीजेपी के विरोध का कारण भी बता देते है। दरअसल, राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला ने राजपूतों को लेकर विवादित बयान दे दिया था जिसके बाद राजपूतों का गुस्सा बीजेपी पर फूटा था और राजपूतों ने परषोत्तम रूपाला की उम्मीदवारी वापिस लेने की मांग की थी। लेकिन तब भी बीजेपी ने कोई एक्शन नहीं लिया, जिसके बाद से अभी भी राजपूतों का विरोध जारी है। ऐसे में देखना होगा की बीजेपी गुजरात की 25 सीटों पर बाज़ी मार पाती है या नहीं।