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यूपी के सुल्तानपुर में खुदाई के दौरान निकली हनुमान जी की भव्य प्रतिमा, दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु

भगवान हनुमान जो अपनी महिमा के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं, जो अपनी दया के भाव के लिए पूरी दुनिया भर में जाने जाते हैं, वहीं भगवान हनुमान का यूपी के सुलतानपुर में एक ऐसा चमत्कार हुआ है, जिसके बाद हर तरफ़ "जय श्रीराम - जय जय श्रीराम" के नारे लग रहे हैं.

भूत-पिशाच निकट नहीं आवें महाबीर जब नाम सुनावें।
 अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता भगवान हनुमान जो पूरी दुनिया में अपनी महिमा के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने लंका जला दी सिर्फ़ अपने आराध्य के लिए, जिन्होंने अपने जीवन में सेवा की सिर्फ़ अपने आराध्य की , जिन्होंने अपना सीना चीर दिया सिर्फ़ अपने आराध्य के लिए. कहते हैं कलयुग में भी भगवान हनुमान जीवित हैं, वो आज भी अजर अमर हैं, आज भी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और इस बात का ज़िंदा सबूत देखा गया सीएम योगी के गढ़ सुलतानपुर में इस घटना ने सबको चौका दिया. 

ज्योतिषों की गणनाओं के आधार पर भगवान हनुमान का जन्म त्रेतायुग के अंतिम चरण में चैत्र पूर्णिमा के दिन मंगलवार को चित्रा नक्षत्र और मेष लग्न में सुबह 6:03 बजे आज से लगभग 85 लाख 58 हज़ार 112 साल पहले हुआ था. जन्म से भगवान हनुमान बहुत ज़्यादा नटखट थे कि एक बार तो उन्होंने सूर्य को फल समझ कर मुँह में ही रख लिया, जिसके बाद पूरी दुनिया में हर तरफ़ अंधेरा छा गया और सभी देवता परेशान हो गए. देवताओं के लाख निवेदन के बाद ही उन्होंने सूर्य को अपने मुंह से आज़ाद किया.  इतना ही नहीं कहते हैं सौ हाथियों जितना बल है भगवान हनुमान में वे इतने शक्तिशाली हैं कि कोई भी शक्ति उन्हें नियंत्रित नहीं कर सकती, इसलिए तो आज कलयुग में भी हर सनातनी उन्हें मानता है. वे हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, हर कोई उनका भक्त है. हनुमान भक्तों के मुख पर एक अलग ही तेज़ देखने को मिलता है क्योंकि जो भी बजरंग बली की शरण में आयेगा, धन्य-धन्य हो जायेगा.
जी हां, भगवान हनुमान आज भी कलयुग में जीवित हैं, और इस बात का प्रमाण वो समय-समय पर देते हैं.
यूपी के सुल्तानपुर से भी एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बाद पूरा गांव "जय श्रीराम" के नाम से गूंज पड़ा। सीएम योगी के गढ़ यूपी के सुल्तानपुर में एक महिला अपनी ज़मीन पर शौचालय बनवाने के लिए गड्ढा खुदवा रही थी. खुदाई के दौरान वहां हनुमान जी की मूर्ति निकली.
जिसके बाद ये ख़बर पूरे फूलपुर गांव में फैल गई और यह देखने के लिये हनुमान भक्तों का जमावड़ा लग गया.
जैसे ही ख़बर पुलिस के पास पहुंची, वहां SHO शरदेंदू दुबे ने मूर्ति की धुलाई कर माला पहनाई और हनुमान जी की पूजा की गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने यहां मंदिर बनाने का फ़ैसला किया है.


हनुमान जयंती के दिन भगवान हनुमान की इस प्रतिमा का प्रकट होना लोगों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा है. किसी का कहना है कि यहां पहले मंदिर था तो कोई कह रहा है ये कोई चमत्कार है लेकिन सच तो यहीं है कि भगवान हनुमान आज भी जीवित है आज भी वो सातों चिरंजीवी में से सबसे उपर आता है, और अब ऐसे में उनके साक्षात दर्शन कर यहाँ खड़े भक्त अपने आप को धन्य महसूस कर रहे है, हर तरफ़ अचानक से भक्ति का माहौल बन गया हालांकि हम इस बात का तो अंदाज़ा नहीं लगा सकते है कि ये प्रतिमा कितनी पुरानी है लेकिन आज भी हनुमान जी की प्रतिमा का रुप कम नहीं हुआ है, वहीं सौंदर्य, वहीं मुकुट, वहीं गदा — भगवान हनुमान की शोभा को और बढ़ा रहा है.

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