लारा के शॉट्स से लेकर पूरन के छक्कों तक... त्रिनिदाद में क्रिकेट के सहारे पीएम मोदी ने जोड़ा दिलों का रिश्ता
घाना दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के साथ कोवा के नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लिया. भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और त्रिनिदाद व टोबैगो के रिश्ते पहले से और मजबूत हुए हैं. उन्होंने पीएम कमला बिसेसर को “बिहार की बेटी” बताते हुए बिहार की सांस्कृतिक विरासत को भारत ही नहीं, दुनिया का भी गौरव बताया
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पांच देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना के सफल दौरे के बाद अब त्रिनिदाद और टोबैगो की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंच गए हैं. राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचने पर उनका एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया. त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर खुद एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए पहुंचीं. इसके बाद पीएम मोदी और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने कोवा स्थित नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति देखने को मिली.
समारोह में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासी समुदाय की सराहना की और कहा, “प्रधानमंत्री कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर में रहा करते थे. कमला जी स्वयं वहां जाकर भी आई हैं. लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं. यहां उपस्थित अनेक लोगों के पूर्वज बिहार से ही आए हैं. बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है.” उन्होंने आगे कहा, “लोकतंत्र हो, राजनीति हो, कूटनीति हो, उच्च शिक्षा बिहार ने सदियों पहले दुनिया को अनेक क्षेत्रों में नई दिशा दिखाई है. मुझे विश्वास है कि 21वीं सदी की दुनिया के लिए भी बिहार की धरती से नई प्रेरणाएं और नए अवसर निकलेंगे.” पीएम मोदी की यह यात्रा भारत और त्रिनिदाद व टोबैगो के बीच ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को और गहराई देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
#WATCH त्रिनिदाद और टोबैगो: भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "...प्रधानमंत्री कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर में रहा करते थे। कमला जी स्वयं वहां जाकर भी आई हैं। लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं। यहां उपस्थित अनेक लोगों के पूर्वज बिहार से ही आए हैं।… pic.twitter.com/bmdy6TiVt2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2025
पीएम मोदी ने लारा के शॉट्स का किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए ऐतिहासिक संबंधों, साझा सांस्कृतिक विरासत और भावनात्मक जुड़ाव को गहराई से बताया. भारतीय समुदाय की भावनाओं से जुड़े हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब मैं 25 साल पहले यहां आया था तो हम सभी ने लारा के कवर ड्राइव और शॉट्स की तारीफ की थी. आज सुनील नारायण और निकोलस पूरन जैसे खिलाड़ी हमारे युवाओं के दिलों में वही उत्साह जगाते हैं. तब से लेकर अब तक हमारी दोस्ती और भी मजबूत हुई है.” उन्होंने दोनों देशों के सांस्कृतिक जुड़ाव को लेकर कहा, “बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भले ही भारत के शहर हों, लेकिन यहां की सड़कों के नाम भी इन्हीं शहरों पर रखे गए हैं. नवरात्र, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी जैसे पर्व यहां हर्ष, उल्लास और गर्व के साथ मनाए जाते हैं। चौताल और भिटक गण जैसे पारंपरिक लोक संगीत यहां खूब फलते-फूलते हैं.” पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के उत्साह की सराहना करते हुए कहा, “मैं यहां कई जाने-पहचाने चेहरों की गर्मजोशी देख सकता हूं. मैं युवा पीढ़ी की चमकीली आंखों में वह जिज्ञासा देख सकता हूं, जो एक-दूसरे को जानने और साथ-साथ बढ़ने के लिए उत्सुक हैं. हमारे रिश्ते भूगोल और पीढ़ियों से कहीं आगे तक फैले हुए हैं.”
#WATCH त्रिनिदाद और टोबैगो: भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जब मैं पिछली बार आया था, तब से लेकर अब तक 25 साल हो चुके हैं...तब से लेकर अब तक हमारी दोस्ती और भी मजबूत हुई है। बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भले ही भारत के शहर हैं, लेकिन यहां की सड़कों… pic.twitter.com/iDfjXWnbpm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2025
आप शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक हैं
पीएम मोदी ने कहा, "मैं कुछ समय पहले ही इस खूबसूरत भूमि पर आया हूं, जहां पक्षियों की चहचहाहट गूंजती रहती है. और मेरा पहला संवाद यहां के भारतीय समुदाय से हुआ. यह बिलकुल स्वाभाविक लगता है, क्योंकि हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं." अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने उन भारतीयों की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया जो गिरमिटिया मजदूरों के रूप में इस द्वीपीय देश में पहुंचे थे. उन्होंने कहा, "त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है. आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, उसने सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ दिया होता. लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया. उन्होंने समस्याओं का डटकर मुकाबला किया." पीएम मोदी ने आगे कहा, "उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन अपने दिल में रामायण को ले गए. उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन नमक नहीं. वे केवल प्रवासी नहीं थे; वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे." पीएम मोदी ने इस अवसर पर भारतीय समुदाय के योगदान की भी भूरी-भूरी प्रशंसा की. "आपके पूर्वजों के त्याग और परिश्रम ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध किया है. आपने जहां भी कदम रखा, वहां भारतीयता का दीप जलाया."
बहुत जल्द होगा अपना अंतरिक्ष स्टेशन
पीएम मोदी ने कहा, “वो समय अब दूर नहीं है जब कोई भारतीय चंद्रमा पर पहुंचेगा और भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा. हम अब तारों को सिर्फ गिनते नहीं हैं, ‘आदित्य मिशन’ के रूप में उनके पास जाने का प्रयास करते हैं. हमारे लिए अब चंदा मामा दूर के नहीं हैं। हम अपनी मेहनत से असंभव को भी संभव बना रहे हैं.” प्रधानमंत्री के इन शब्दों ने न केवल भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को दर्शाया, बल्कि वहां उपस्थित भारतीय मूल के युवाओं में नई ऊर्जा और गर्व का संचार भी किया.
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भारत जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में होगा
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारत की अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा, “भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और वह दिन दूर नहीं जब हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे. भारत के विकास और प्रगति का लाभ सबसे जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने यह उपलब्धि केवल आर्थिक आंकड़ों के जरिए नहीं, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्गों को सशक्त बनाकर हासिल की है. “भारत ने साबित कर दिया है कि हम गरीबों को सशक्त बनाकर गरीबी को हरा सकते हैं. विश्व बैंक ने भी यह नोट किया है कि भारत ने पिछले एक दशक में 250 मिलियन से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी से ऊपर उठाया है.” प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक शक्ति के पीछे देश के युवाओं की ऊर्जा और नवाचार को सबसे बड़ी ताकत बताया. उन्होंने कहा, “भारत की वृद्धि हमारे नवोन्मेषी और ऊर्जावान युवाओं द्वारा संचालित हो रही है. ये युवा भारत को 21वीं सदी की वैश्विक शक्ति बनाने में निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं.”
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