राजा रघुवंशी हत्याकांड: सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा ही निकला संजय वर्मा, 25 दिन में 112 बार हुई थी बात
इंदौर के हाई-प्रोफाइल राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस को एक अहम और चौंकाने वाला सुराग हाथ लगा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम बीते दिनों में जिस ‘संजय वर्मा’ नामक शख्स के नंबर पर लगातार कॉल कर रही थी, वह नंबर असल में किसी संजय वर्मा का नहीं, बल्कि राज कुशवाहा का था. जांच में सामने आया है कि 25 दिनों के भीतर सोनम ने इस नंबर पर 112 बार कॉल की, और दोनों के बीच अक्सर लंबी बातचीत होती थी.

इंदौर के हाई-प्रोफाइल राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इस केस की मुख्य आरोपी राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी फिलहाल पुलिस की हिरासत में है. वहीं सोनाम के प्रेमी राज कुशवाहा और अन्य संदिग्धों से भी पुलिस की पूछताछ जारी है. इस बीच मामले की छानबीन में जुटी पुलिस को एक अहम और चौंकाने वाला सुराग हाथ लगा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम बीते दिनों में जिस ‘संजय वर्मा’ नामक शख्स के नंबर पर लगातार कॉल कर रही थी, वह नंबर असल में किसी संजय वर्मा का नहीं, बल्कि राज कुशवाहा का था.
जांच में सामने आया है कि 25 दिनों के भीतर सोनम ने इस नंबर पर 112 बार कॉल की, और दोनों के बीच अक्सर लंबी बातचीत होती थी. इस मामले का खुलासा तकनीकी सर्विलांस और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की गहराई से जांच से हुआ. पुलिस के मुताबिक, यह नंबर संजय वर्मा नाम से ट्रूकॉलर पर पंजीकृत था, जिससे प्रारंभिक तौर पर भ्रम की स्थिति बनी रही. लेकिन जैसे ही IMEI डेटा, लोकेशन ट्रैकिंग और अन्य तकनीकी जांच की गई, तब यह स्पष्ट हो गया कि नंबर का इस्तेमाल राज कुशवाहा ही कर रहा था.
केस ने लिया नया मोड़
दरअसल, जब ‘संजय वर्मा’ नाम के नंबर पर सोनम रघुवंशी की लगातार कॉल्स को लेकर चर्चाएं तेज हुईं, तो इंदौर पुलिस ने इस दिशा में गंभीरता से जांच शुरू की. लेकिन असल मोड़ तब आया जब इंदौर पुलिस ने इस केस की प्राथमिक जांच कर रही मेघालय पुलिस से संपर्क साधा. पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पुलिस के बीच हुई बातचीत में तकनीकी डेटा, कॉल रिकॉर्ड और नंबर के उपयोगकर्ता से जुड़ी जानकारियां साझा की गईं. इसके आधार पर यह पुष्टि हुई कि ‘संजय वर्मा’ के नाम से इस्तेमाल हो रहा नंबर दरअसल राज कुशवाहा चला रहा था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया राज कुशवाहा ने जानबूझकर एक फर्जी नाम की आड़ में खुद की पहचान छुपाई, ताकि पुलिस की जांच में भ्रम पैदा हो सके और सोनम के साथ संपर्क बरकरार रखा जा सके.
नार्को टेस्ट की मांग पर भड़का सोनम का परिवार
वही दूसरी तरफ राजा के परिजनों द्वारा मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और उसके परिवार के सदस्यों के नार्को टेस्ट की मांग किए जाने पर सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. राजा के परिजनों ने यह मांग की थी कि इस पूरे हत्याकांड की सच्चाई सामने लाने के लिए न सिर्फ़ सोनम, बल्कि उसके माता-पिता, भाई गोविंद और भाभी का भी नार्को टेस्ट करवाया जाए. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोविंद ने कहा, "हमने कोई पाप नहीं किया है. अगर किसी को हम पर शक है, तो हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं, हमें कोई डर नहीं है." उन्होंने यह भी कहा कि परिवार जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देगा, ताकि जो भी सच्चाई है, वह सामने आ सके.
राजा रघुवंशी हत्याकांड, जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2024 को संपन्न हुई थी. शादी के कुछ ही दिनों बाद, 20 मई को दोनों हनीमून ट्रिप पर असम और मेघालय के लिए रवाना हुए थे. लेकिन महज़ तीन दिन बाद 23 मई को सोनम ने पुलिस को सूचना दी कि राजा लापता हो गए हैं. राजा की गुमशुदगी की सूचना के करीब दस दिन बाद, 2 जून को उनका शव मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा स्थित वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई से बरामद हुआ. शव की स्थिति और मौके की परिस्थिति देखकर पुलिस को हत्या की आशंका हुई, और जांच का दायरा बढ़ाया गया. बताते चले कि मेघालय पुलिस ने अब तक राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा और राज के तीन दोस्तों विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया है.