'मैं बोल बचन भैरवी का जवाब...', शिवसेना UBT प्रमुख उद्धव ठाकरे पर बरसे सीएम देवेंद्र फडणवीस
शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना पार्टी के वर्षगांठ समारोह में बीजेपी पर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां की थीं. उन्होंने बीजेपी को चेतावनी भरे अंदाज कहा कि 'हम उसका नामोनिशान मिटा देंगे.' उद्धव ठाकरे ने बयान दिया, "अगर आप शिवसेना का ब्रांड खत्म करने आए तो हम आपका नामोनिशान मिटा देंगे."
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को जबरदस्त जवाब दिया है. उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी के वर्षगांठ समारोह में बिना नाम लिए बीजेपी की आलोचना की थी. देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे की आलोचना का जवाब उन्हें "बोल बचन भैरवी" कहकर दिया है.
देवेंद्र फडणवीस ने साधा उद्धव पर निशाना
देवेंद्र फडणवीस का जवाब बहुत सीमित था, लेकिन उन्होंने उद्धव ठाकरे की बात पर सटीक हमला बोला. देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मैं बोल बचन भैरवी का जवाब नहीं देता. ये बोल बचन हैं और मैं इसका जवाब नहीं देता." मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार (20) को जलगांव के दौरे पर थे, उस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की.
उद्धव ने की थी बीजेपी पर कुछ विवादास्पद टिप्पणी
शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना पार्टी के वर्षगांठ समारोह में बीजेपी पर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां की थीं. उन्होंने बीजेपी को चेतावनी भरे अंदाज कहा कि 'हम उसका नामोनिशान मिटा देंगे.' उद्धव ठाकरे ने बयान दिया, "अगर आप शिवसेना का ब्रांड खत्म करने आए तो हम आपका नामोनिशान मिटा देंगे."
उद्धव ने बीजेपी सरकार को बताया पनौती
उद्धव ठाकरे ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर भी कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में उनकी सरकार आई है, तब से पनौती लगी हुई है.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उद्धव ने उठाए थे सवाल
उद्धव ठाकरे ने ऑपरेशन सिंदूर, ट्रंप के दावे को लेकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री पर हमला बोला था.
हालांकि बाद में बीजेपी ने ठाकरे की इस टिप्पणी का भी जवाब दिया. शुक्रवार को आईएएनएस से बातचीत में भाजपा नेता राम कदम ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाना उन लोगों का अपमान है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, साथ ही उन बहादुर सैनिकों का भी अपमान है जो दिन-रात हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं. इस तरह के संदेह हमारे सशस्त्र बलों का पूरी तरह से अपमान है. उद्धव ठाकरे अब पहले वाले उद्धव ठाकरे नहीं रहे, वे अब उद्धव गांधी बन गए हैं. इसलिए गांधी परिवार की भाषा बोलना उनकी मजबूरी बन गई है. एकनाथ शिंदे के साथ उनके साथी जा रहे हैं. ठाकरे की दिमागी हालत ठीक नजर नहीं आती है. उन्हें अच्छे डॉक्टर और अच्छे अस्पताल की जरूरत है."
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