25 हजार के इनामी गैंग मोहम्मद चांद को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने राजस्थान से किया गिरफ्तार
इस गैंग ने वर्ष 2021 में थाना बीटा-2 क्षेत्र में लूट और ठगी की दो घटनाएं अंजाम दी थीं. पहली घटना में गैंग के सदस्यों ने बर्तन का पाउडर बेचने के बहाने एक घर में प्रवेश किया और पीड़िता के कान के कुंडल और गले का पेंडल लूट लिया था.

ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 25,000 रुपए के इनामी और गैंगस्टर एक्ट में वांछित गैंग लीडर मोहम्मद चांद को राजस्थान के कोटा से गिरफ्तार कर लिया है.
ग्रेटर नोएडा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
यह गिरफ्तारी 25 मई को लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर की गई.
मोहम्मद चांद को राजस्थान से किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि अभियुक्त को कोटा सिटी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कोटा झील के निकट पत्थर घोड़ा क्षेत्र से दबोचा गया. अभियुक्त मोहम्मद चांद राजस्थान के बारां जिले के अंता थाना क्षेत्र का निवासी है. वह एक सक्रिय गिरोह का सरगना है. उसके गैंग में आरिस नामक व्यक्ति भी सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल है.
थाना बीटा-2:-गैंगस्टर एक्ट के अभियोग में वांछित 25,000 रूपये का इनामी अभियुक्त/गैंगलीडर गिरफ्तार। pic.twitter.com/GsK9rT2rOw
— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) May 26, 2025
लूट और ठगी की वारदातों को देता था अंजाम
इस गैंग ने वर्ष 2021 में थाना बीटा-2 क्षेत्र में लूट और ठगी की दो घटनाएं अंजाम दी थीं. पहली घटना में गैंग के सदस्यों ने बर्तन का पाउडर बेचने के बहाने एक घर में प्रवेश किया और पीड़िता के कान के कुंडल और गले का पेंडल लूट लिया था.
दूसरी घटना में उसी वर्ष गैंग ने दवा बेचने और इलाज करने के बहाने घर में घुसकर लगभग 5 लाख रुपए की ठगी की थी.
25 हजार का इनामी है मोहम्मद चांद
इन घटनाओं के बाद वर्ष 2022 में अभियुक्त मोहम्मद चांद और सह अभियुक्त आरिस के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत थाना बीटा-2 में मुकदमा दर्ज किया गया था. उसी समय से मोहम्मद चांद फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
गिरफ्तार अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की बात करें तो उसके खिलाफ थाना बीटा-2 में दर्जन भर संगीन मामले दर्ज हैं. फिलहाल, पुलिस ने अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और उसके सहयोगी आरिस की तलाश में दबिश दी जा रही है.
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह की आपराधिक गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.