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Kadak Baat : लोको पायलट पर झूठ फैलाकर फंस गए राहुल गांधी, बीजेपी ने कांग्रेस को सिखा दिया सबक

दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचे राहुल गांधी ने लोको पायलटों से मुलाकात की। लेकिन अब उनकी ये मुलाकात विवाद में पड़ गई है।

Kadak Baat : कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 99 सीटें क्या जीत ली राहुल गांधी सड़क से लेकर संसद तक मोदी सरकार को घेरने के लिए कुछ भी करने को उतारू हो गए हैं। लेकिन इस बार माहौल बनाते बनाते राहुल गांधी ने ऐसी गलती कर डाली,जिससे पूरी कांग्रेस की तो खिल्लियां उड़वाई ही अपने लिए भी फजीहत करवा ली। दरअसल राहुल गांधी ने रेलवे के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जाकर करीब 50 लोको पायलट्स से मुलाकात की।उनकी समस्याओं को जाना ऐसा दिखाने की कोशिश की जैसे मोदी राज में लोको पायलट ही सबसे ज्यादा परेशान है लेकिन राहुल गांधी की इस नौटंकी पर चंद घंटों में ही पानी फिर गया। क्योंकि उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार सामने आए और दावा कर दिया कि जिन लोको पायलट से राहुल मुलाकात कर रहे हैं। वो भारतीय रेलवे लॉबी से नहीं थे बल्कि बाहर से इकट्ठा कर लाए गए थे तो आगे खुलासा करें। 

रेलवे के मुताबिक राहुल गांधी 8 कैमरामैन के साथ नई दिल्ली रेवले स्टेशन पहुंचे थे और जब वो कथाकथित लोको पायलट से मुलाकात कर रहे थे, तो कैमरे के पूरी तरह शूटिंग करवाई जा रही थी।जब ये तस्वीरें वायरल हुई तो राहुल गांधी खुद ही इस मामले में फंस गए हैं, खैर राहुल गांधी बीते कुछ दिनों से काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं ।हालही में उन्होने दिल्ली में कुछ मजदूरों से भी मुलाकात की उसके बाद हाथरस सत्संग कांड में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की। योगी सरकार को घेरा लेकिन अब दिल्ली में लोको पायलट से मुलाकात कर मोदी सरकार को घेरने चले थे लेकिन उलटा खुद ही घिर गए। रेलवे ने जैसे ही राहुल गांधी को बेनकाब किया वैसे ही बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर तंज कसा और कहा

ऐसा लगता है कि तीसरी बार असफल हुए राहुल गांधी दोपहर में लोको पायलटों से मिलने गए, उनके साथ आठ कैमरामैन और एक निर्देशक भी थे. आप उनकी गिनती कर सकते हैं इससे भी ज्यादा अजीब बात यह है कि वे रियल लोको पायलटों से नहीं मिले. पूरी संभावना है कि वे पेशेवर अभिनेता थे, जिन्हें उनकी टीम ने बुलाया था ।

राहुल गांधी को बीजेपी नेताओं ने रेलवे अधिकारी के बयान आने के बाद चारों तरफ से घेर लिया है। क्योंकि राहुल गांधी जब लोको पायलट के पास गए थे तो मोदी सरकार पर बुरी तरह घेर रहे थे। राहुल गांधी  ने आरोप लगाते हुए कहा था कि

नई दिल्ली में देशभर से आए 50 लोको पायलटों से मुलाकात की, प्रतिदिन हजारों ट्रेन यात्रियों की जिम्मेदारी होती है इनके कंधों पर. मगर देश के यातायात की ये रीढ़ सरकार की अपेक्षा और अन्याय का शिकार हैं बिना उचित आराम और सम्मान के काम करने पर विवश हैं उनकी समस्याएं सुनकर उनकी आवाज बुलंद करने का आश्वासन दिया. पहले भी किया और न्याय मिलने तक करता रहूंगा।

पिछले कुछ सालों से राहुल गांधी लगातार जनता के बीच जाकर मोदी सरकार को कोसने के लिए नए नए हथकंडे अपना रहे हैं।कभी मजबूरों के बीच पहुंचते है कभी कुलियों के भार को उठाकर तंज कसते हैं। तो कभी पीड़ित परिवारों से मिलकर उनके मसीहा बनते हैं  नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने से पहले राहुल गांधी ने जीटीबी नगर के लेबर चौक पर मजदूरों से मुलाकात की थी लेकिन एक एक कर राहुल गांधी का सारा झूठ बेनकाब हो रहा है।

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