प्रचंड गर्मी से उत्तर भारत बेहाल, आज हीटवेव को लेकर रेड अलर्ट, कल महसूस हुआ 52 डिग्री वाला टेंपरेचर
राजधानी दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में गुरुवार के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हीटवेव को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग के मुताबिक, आज तापमान के साथ-साथ हवा में नमी का स्तर भी काफी अधिक रहने की आशंका है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिन के दौरान लोगों को अत्यधिक गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं.
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राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. गुरुवार के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हीटवेव को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग के मुताबिक, आज तापमान के साथ-साथ हवा में नमी का स्तर भी काफी अधिक रहने की आशंका है, जिससे गर्मी का असर और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिन के दौरान लोगों को अत्यधिक गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं. हालांकि, शाम तक धूल भरी आंधी या गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना भी जताई गई है. इस दौरान हवाओं की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.
उमस और 'फील-लाइक' तापमान बना मुश्किल
बुधवार शाम राजधानी में करीब 40% नमी दर्ज की गई, जिसके चलते 'फील-लाइक' तापमान लगभग 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. आज के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. मौसम विभाग से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक नमी के कारण लोगों को असल तापमान से कहीं अधिक गर्मी और असहजता महसूस होगी.
शुक्रवार से मिल सकती है राहत
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तरी भारत में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से वातावरण में नमी बढ़ रही है. इसके प्रभाव से शुक्रवार से दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है.यह सिलसिला सप्ताहांत तक जारी रह सकता है. बारिश के बाद राजधानी का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आने की उम्मीद है, जिससे आम लोगों को राहत मिल सकती है और हीटवेव का असर कुछ कम हो सकता है. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अत्यधिक गर्मी के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें, पानी का अधिक सेवन करें और हीटवेव से बचाव के जरूरी उपाय अपनाएं.
हीटवेव से बचाव के लिए क्या करें?
* दोपहर 12 से 3 बजे तक बाहर निकलने से बचें. यह समय दिन का सबसे गर्म हिस्सा होता है, जब हीटवेव का असर सबसे ज्यादा रहता है.
* हल्के रंग के सूती कपड़े गर्मी को कम महसूस करने में मदद करते हैं. बाहर जाते समय टोपी, छाता और धूप का चश्मा जरूर इस्तेमाल करें.
* पानी की मात्रा बढ़ाएं बार-बार पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो. शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है.
* फिजिकल एक्टिविटी से बचें बाहर जाकर दौड़ना, एक्सरसाइज़ या वॉक करने से परहेज़ करें, खासकर गर्म मौसम में.
* डिहाइड्रेट करने वाले पेय पदार्थों से बचें, चाय, कॉफी, शराब और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे कार्बोनेटेड ड्रिंक से दूरी बनाएं. ये शरीर को और ज्यादा डिहाइड्रेट करते हैं.
* घरेलू पेय पदार्थों का सेवन करें जैसे लस्सी, छाछ, ORS, नींबू पानी, तोरणी (चावल का पानी) और फलों के रस जैसे पेय शरीर को ठंडक और ऊर्जा देते हैं.
* शरीर की अस्वस्थता को नजरअंदाज न करें. चक्कर आना, बेहोशी, अत्यधिक पसीना या तेज़ धड़कन जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
हीट स्ट्रोक होने पर क्या करें?
* हीट स्ट्रोक यानी "सन स्ट्रोक" एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान तेजी से बढ़ जाता है और व्यक्ति बेहोश तक हो सकता है. समय रहते इलाज जरूरी है.
* जिसे हीटवेव हो उस व्यक्ति को तुरंत ठंडी जगह पर ले जाएं. छायादार या एसी वाली जगह पर लिटाएं.
* शरीर को ठंडा करें, गीले कपड़े से शरीर पोंछें या पानी डालें. सिर पर सामान्य पानी डालें, जिससे शरीर का तापमान नीचे आ सके.
* हाइड्रेट करें, ओआरएस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल या कोई भी ठंडी हाइड्रेटिंग ड्रिंक दें.
* हीट स्ट्रोक वाले व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाएं, हालत गंभीर लगे तो देर न करें, तुरंत मेडिकल सुविधा लें और ज़रूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती करवाएं.
* हीट स्ट्रोक जानलेवा साबित हो सकता है, इसलिए शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर सही कदम उठाएं.
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