राहुल गांधी की बैठक छोड़कर क्यों भागे विधायक? भड़ककर कहा- पहले निंदा कीजिए
राहुल की बैठक से पहले जहां सड़कों पर उनका विरोध हुआ तो विधायक मीटिंग बीच में छोड़कर चले गए. रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक डॉ. मनोज पांडे ने राहुल गांधी की मीटिंग का बहिष्कार कर दिया.
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बिहार में राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा में पीएम मोदी की मां की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का मुद्दा UP तक गर्मा रहा है. इसकी बानगी उस वक्त दिखी जब राहुल गांधी रायबरेली में दिशा की बैठक ले रहे थे. राहुल की बैठक से पहले जहां सड़कों पर उनका विरोध हुआ तो विधायक मीटिंग बीच में छोड़कर चले गए. रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक डॉ. मनोज पांडे ने राहुल गांधी की मीटिंग का बहिष्कार कर दिया.
दरअसल, रायबरेली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की थी. इस बैठक में जिले के मंत्री, विधायक और अधिकारी शामिल होते हैं. बैठक का मकसद विकास कार्यों की समीक्षा करना होता है. इस बैठक में उस वक्त हंगामा मच गया, जब विधायक डॉ. मनोज पांडे ने बहिष्कार करते हुए वहां से बाहर निकल गए. मनोज पांडे ने यह कदम PM मोदी की मां पर की गई कथित आपत्तिजनक के विरोध में उठाया है.
(ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडे)
राहुल की किस बात से नाराज हुए मनोज पांडे?
मनोज पांडे ने बैठक से बाहर निकलकर कि, उन्होंने प्रस्ताव रखा था कि, राहुल गांधी के मंच से PM मोदी की मां के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की जाए. उनके इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया. इससे नाराज मनोज पांडे ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. उन्होंने कहा, PM की मां का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मैं इस बैठक का हिस्सा नहीं रह सकता.
मनोज पांडे ने राहुल पर सवाल उठाया
मनोज पांडे ने राहुल गांधी को विकास के दावे पर भी घेरा. उन्होंने पूछा कि, राहुल गांधी ने रायबरेली के लिए अब तक कौन-कौन से विकास कार्य किए हैं? इसका कोई ब्यौरा नहीं है. रायबरेली की जनता को उनके योगदान का हिसाब चाहिए.
विरोध कर रहे मंत्री भी बैठक में हुए शामिल
राहुल गांधी की बैठक में UP सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा और सदर विधायक अदिति सिंह भी मौजूद रही. इससे पहले BJP कार्यकर्ताओं के साथ साथ मंत्री दिनेश प्रताप ने PM मोदी की मां पर आपत्तिजनक टिप्पणी को मुद्दा बनाकर विरोध जताया था. उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ में राहुल गांधी का काफिला रोका था. हालांकि वही मंत्री मीटिंग के दौरान राहुल गांधी के बगल में बैठे नजर आए.
(राहुल गांधी केे साथ बैठे किशोरी लाल शर्मा और मंत्री दिनेश प्रताप सिंह)
वहीं, मनोज पांडे की बात करें तो मनोज पांडेय रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक हैं. समाजवादी पार्टी ने उन्हें हाल ही में बाहर किया था. मनोज पांडे पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और सपा पर हमलावर हैं.
क्या मनोज पांडे ने सियासी टकराव बढ़ा दिया?
PM मोदी की मां पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले को लेकर BJP लगातार आक्रामक मोड़ में है. ‘मां के सम्मान’ को मुद्दा बनाकर मनोज पांडे ने बैठक से दूरी बनाई, जिससे विवाद और गहरा गया. ऐसे में सवाल उठते हैं कि क्या यह महज एक विरोध का तरीका है या मनोज पांडे इस बहाने राहुल की बैठक से ही दूरी बनाना चाहते थे? इसकी वजह राहुल से अखिलेश की करीबी भी हो सकती है.
वहीं, मनोज पांडे का ये कदम BJP के साथ राजनीतिक समीकरण और तालमेल का हिस्सा भी माना जा रहा है. ऐसे में राहुल गांधी की दिशा की ये बैठक रायबरेली की आगामी राजनीति की दिशा तय कर सकती है.
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