वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कांग्रेस ने 2013 में तुष्टीकरण के लिए जो गलतियां की थीं, उसका शुद्धिकरण किया गया।
वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई घंटे चली मैराथन बहस के बाद देर रात पारित हुआ। इस बिल को पारित करने के लिए लोकसभा के सदन में रात दो बजे तक बैठक चली इस दौरान विधेयक को 288 के मुकाबले 232 मतों से सदन की मंजूरी मिल गई। इसके अलावा, मुसलमान वक्फ अधिनियम, 1923 का निरसन करने वाला मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 भी सदन में ध्वनि मत से पारित हो गया। इसके बाद अब तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। विपक्ष के सांसद इसे संवैधानिक ढाँचें के विरुद्ध क़रार दे रहे है तो वही इस पर सत्ता पक्ष और एनडीए गठबंधन में शामिल तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कांग्रेस ने 2013 में तुष्टीकरण के लिए जो गलतियां की थीं, उसका शुद्धिकरण किया गया।
कांग्रेस की गलतियों का हुआ शुद्धीकरण
लोकसभा से बिल पारित होने के बाद सदन से बाहर निकल रहे नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी राय रखी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि "कांग्रेस ने 2013 में तुष्टीकरण के कारण जो गलतियां की थीं, उन्हें सुधार कर शुद्धीकरण कर दिया गया है। इससे गरीबों और महिलाओं का समावेश सुनिश्चित हुआ है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वक्फ बोर्ड समृद्ध होगा। यह भूमि हड़पने के बारे में नहीं है, बल्कि गरीबों के लिए भूमि अधिकार सुरक्षित करने के बारे में है।"
मुस्लिमों के अधिकार की हुई बात
वही एनडीए गठबंधन में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा "मेरा मानना है कि इन संशोधनों के बाद विधेयक को एक ऐसा ढांचा और स्वरूप दिया गया है जो गरीब मुसलमानों के पक्ष में है। यह उन लोगों के अधिकारों की बात करता है जो अभी भी मुस्लिम समुदाय में हाशिए पर हैं, चाहे वे पिछड़ी मुस्लिम जातियों से हों या मुस्लिम महिलाएं हों। ये संशोधन उन्हें मुख्यधारा में एकीकृत करने की दृष्टि से किए गए हैं।"
विपक्ष के सांसद समय पर रहते है अनुपस्थित
चिराग पासवान ने आगे कहा विपक्ष लंबे समय से मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहा है, बार-बार कह रहा है कि इस पर बहस होनी चाहिए। अब वे मामले की गंभीरता पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन गंभीरता ऐसी ही होती है, भाई, हम इतनी देर रात भी बहस करने के लिए तैयार हैं, लेकिन आप नहीं हैं। आपकी नींद आपके लिए ज़्यादा ज़रूरी है, इसलिए आप अनुपस्थित रहना पसंद करते हैं। विपक्ष पूरे मुस्लिम समुदाय को लामबंद करेगा और हर संभव कोशिश करेगा, लेकिन जब वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया जाएगा, तो विपक्ष के नेता (एलओपी) भी मौजूद नहीं होंगे। जब गृह मंत्री मणिपुर पर जवाब देते हैं, तो विपक्ष दावा करता है कि प्रधानमंत्री नहीं आते, गृह मंत्री बोलते नहीं हैं, और तरह-तरह के सवाल उठाते हैं। लेकिन जब गृह मंत्री जवाब दे रहे होते हैं, तो आपको सुनना भी ज़रूरी नहीं लगता। विपक्ष के नेता की ज़िम्मेदारी है कि वे मौजूद रहें और चर्चा में हिस्सा लें, लेकिन आप ज़्यादा देर तक चर्चा में बने नहीं रह पाते..."
इनके अलावा भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम संतुष्ट हैं कि वक्फ विधेयक पारित होने के साथ एक ऐतिहासिक फैसला हुआ है। इस संशोधन से अब गरीबों, विधवाओं, अनाथ बच्चों, महिलाओं और अन्य लोगों को लाभ मिलेगा।