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'जो खुद से निकल सकते हैं निकल जाएं', भारतीय दूतावास ने तेहरान में फंसे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की

इजरायल और ईरान के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई है. इसी बीच भारतीय दूतावास ने ईरान में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एंबेसी ने भारतीयों को सलाह देते हुए कहा है कि जो भी खुद से तेहरान को खाली कर सकते हैं, वो खाली कर दें और सुरक्षित लोकेशन पर चले जाएं.

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने तेहरान में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है. पिछले 4 दिन से ईरान और इजरायल जंग के हालात हैं. दोनों ओर से हवाई हमले हो रहे हैं, जिससे तेहरान में खासतौर पर गंभीर स्थिति बन चुकी है. वर्तमान हालात को देखते हुए ही भारत ने अपने सभी नागरिकों को तेहरान से बाहर जाने की सलाह दी है.

ईरान में भारतीय दूतावास ने मंगलवार सुबह "एक्स" पर दो पोस्ट किए. पहले पोस्ट में लिखा, "सभी भारतीय नागरिक और पीआईओ, जो अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग करके तेहरान से बाहर जा सकते हैं, उन्हें शहर के बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी जाती है." अपने दूसरे पोस्ट में भारतीय दूतावास ने लिखा, "सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वो तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान-कॉन्टैक्ट नंबर शेयर करें." इसके लिए भारतीय दूतावास ने अपनी तरफ से कुछ नंबर +989010144557; +989128109115; +989128109109 साझा किए हैं

इसके पहले ईरान और इजरायल में चल रहे घटनाक्रम के मद्देनजर भारत ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया. विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस नोट में कहा, "ईरान और इजरायल में चल रहे घटनाक्रम को देखते हुए मंत्रालय में 24x7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. 1800118797 (टोल फ्री), +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +91-9968291988 (व्हाट्सएप) पर नागरिक संपर्क कर सकते हैं."

भारत के अलावा अमेरिका ने लोगों से भी तेहरान को खाली करने को कहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, "सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए." ईरान को लताड़ते हुए ट्रंप ने कहा, "ईरान को उस सौदे पर हस्ताक्षर करना चाहिए था, जिस पर मैंने उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए कहा था. ये कितनी शर्म की बात है, लोग हताहत हो रहे हैं. सीधे शब्दों में कहें तो ईरान परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए. मैंने इसे बार-बार कहा है."

ईरान-इजरायल के बीच बढ़ा तनाव
आपको बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच यह शुक्रवार को युद्ध शुरू हुआ. इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया था. दरअसल, ईरान तेजी से परमाणु शक्ति बनने की जद्दोजहद कर रहा है और इजरायल का कहना है कि वो ईरान को परमाणु ताकत नहीं बनने देगा. इधर इजरायल के अटैक के बाद ईरान ने भी उस पर अटैक किया. इसी के बाद दोनों देशों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. मंगलवार को दोनों के बीच शुरू हुआ विवाद पांचवें दिन में पहुंच गया है. लेकिन तनाव कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. सोमवार की रात, इजरायल ने तेहरान पर कई हवाई हमले किए, जबकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल की राजधानी तेल अवीव और उत्तरी शहर हाइफा पर बमबारी की. अब तक, इजरायली हमलों में 224 ईरानी मौतें और 1,481 घायल हुए हैं. दूसरी ओर, ईरान के जवाबी हमलों में 24 इजरायलियों की जान चली गई और 600 से अधिक घायल हो गए हैं.

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