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मनमोहन सिंह के वो पांच फ़ैसले जिसके चलते उनके सामने नतमस्तक रहेगा पूरा देश

डॉ मनमोहन सिंह दो बार प्रधानमंत्री के अलावा पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री भी रह चुके है। साल 2008 में जब वैश्विक मंदी का दौर था, बड़े-अड़े देश आर्थिक संकट से जूझ रहे थे तब प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने अपनी आर्थिक नीतियों का इस्तेमाल करते हुए देश को आर्थिक मंदी से बचाया है।

27 Dec, 2024
( Updated: 27 Dec, 2024
07:09 PM )
मनमोहन सिंह के वो पांच फ़ैसले जिसके चलते उनके सामने नतमस्तक रहेगा पूरा देश
देश के पूर्व प्रधानमंत्री, अर्थशास्त्री और कांग्रेस प्रति के वरिष्ठ नेता डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार की रात निधन हो गया। दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने रात 9:51 बजे अंतिम सांस ली। डॉ मनमोहन सिंह दो बार प्रधानमंत्री के अलावा पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री भी रह चुके है। साल 2008 में जब वैश्विक मंदी का दौर था, बड़े-अड़े देश आर्थिक संकट से जूझ रहे थे तब प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने अपनी आर्थिक नीतियों का इस्तेमाल करते हुए देश को आर्थिक मंदी से बचाया है। 


बताते चले कि मनमोहन सिंघ जब पहली बार पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार में बने थे। उस वक़्त प्रधानमंत्री के साथ मिलकर व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए विदेशी निवेश का रास्ता साफ़ किया था। डॉ सिंह ने देश में आर्थिक उदारीकरण की नीतियों को प्रभावी बनाया था। जिससे भारत वैश्विक बाज़ार से जुड़ सका। इसी तरह के कई ऐसे फ़ैसले इन्होंने लिए है जिसके चलते देश हमेशा से उनके सामने नतमस्तक रहेगा। आइए आपको बताते है डॉ सिंह द्वारा लिए गए पांच बड़े फ़ैसले। 


1-आरटीआई अधिनियम 

डॉ मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार में कई फ़ैसले लिए जिसका लाभ सीधेतौर पर जनता को मिला। उन्ही में से एक है सूचना का अधिकार अधिनियम इस एक्ट को साल 2005 पांच में पारित किया गया। इसके बाद देश के नागरिकों को सार्वजनिक प्राधिकरणों से कोई भी विषय पर जानकारी मांगने का अधिकार मिला। इसको RTI एक्ट के नाम से जाना जाता है। इससे शासन-प्रशासन में बैठे लोगों के काम में पारदर्शिता आई और उनकी जवाबदेही तय हो सकी। 


2- आधार कार्ड की शुरुआत 

मनमोहन सिंह ने ही अपने कार्यकाल में आधार की शुरुआत की थी, इसे बनाने के लिए साल 2009 में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) का गठन हुआ था। उस वक़्त सरकार ने कहा थ कि इसको बनाने का उद्देश्य है कि इससे भारत के नागरिकों को एक विशेष पहचान पत्र की सुविधा देना था, जिसे आसानी से हर जगह इस्तेमाल किया जा सके। 


3-अमेरिका के साथ परमाणु सौदा 

मनमोहन सिंह ने ही अपने कार्यकाल में विश्व शक्ति अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु समझौता किया था, जिसे मनमोहन सरकार की बड़ी उपलब्धि के तौर पर गिना जाता है। इस समझौते के चलते  भारत को परमाणु आपूर्तिकर्त्ता समूह (NSG) से छूट मिली थी। इस समझौते के बाद ही भारत को उन देशों से यूरेनियम आयात करने की अनुमति मिली, जिनके पास यह तकनीक है। इसके साथ ही उसी समय देश को अपने नागरिक और सैन्य परमाणु कार्यक्रमों कोआलग करने की अनुमति मिली थी।


4-Direct Benefit Transfe

मनमोहन सिंह ने ही प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (Direct Benefit Transfer)सिस्टम को देश में लागू किया था। जिसका आज देश लाभग उठा रहा है। इस योजना को लाने के पीछे अरकर ने तर्क दिया था कि कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को उनके लिंक किए गए बैंक खातों के माध्यम से सीधे सब्सिडी हस्तांतरित करने के लिए एक प्रणाली स्थापित करना है।


5- नरेगा की शुरुआत 

मनमोहन सिंह के कार्यकाल से सबसे चर्चित फ़ैसला लिया था वो था  2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NAREGA) लागू करना। हालाँकि बाद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कर दिया गया। सरकार ने इस योजना को लागू करने के पीछे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्रदान बताया था। ताकि ग्रामीणों के जीवन में आर्थिक सुधार हो सके। 

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