Advertisement

'ये प्यार की भाषा नहीं समझेंगे, इन्हें पूरी तरह कुचलना ही होगा...', आतंकी देश पाकिस्तान पर दहाड़े CM योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आतंकवाद को कुचलने के लिए हम सभी को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक स्वर में लड़ना होगा. आतंकवाद कभी भी प्यार की भाषा नहीं अपना सकता. उसे उसी की भाषा में जवाब देना होगा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया है."

Created By: केशव झा
11 May, 2025
( Updated: 04 Dec, 2025
03:43 AM )
'ये प्यार की भाषा नहीं समझेंगे, इन्हें पूरी तरह कुचलना ही होगा...', आतंकी देश पाकिस्तान पर दहाड़े CM योगी

यह भी पढ़ें

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर बनी सहमति के बीच यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पूरी तरह कुचलना ही इसका स्थाई समाधान है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सैन्य क्षमता, विशेषकर ब्रह्मोस मिसाइल के कौशल पर खुलकर बात की. उन्होंने बीते दिन भविष्य में होने वाली आतंकवादी घटनाओं को लेकर सरकार के फैसले का भी जिक्र किया और इसकी तारीफ की.

सीएम योगी लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कई बड़ी बातें कहीं. दअरसल राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उत्पादन यूनिट का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से किया.

इस दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "आपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल की एक झलक देखी होगी. अगर नहीं देखी तो पाकिस्तान के लोगों से ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत के बारे में पूछिए. पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि आगे से आतंकवाद की कोई भी कार्रवाई युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी. आतंकवाद की समस्या का समाधान तब तक नहीं हो सकता है, जब तक हम इसे पूरी तरह से कुचल नहीं देते."

'आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देना होगा'

सीएम योगी ने आगे कहा कि आतंकवाद को कुचलने के लिए हम सभी को पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक स्वर में लड़ना होगा. आतंकवाद कभी भी प्यार की भाषा नहीं अपना सकता. उसे उसी की भाषा में जवाब देना होगा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया है."
लखनऊ में हर साल बनेंगी 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलें

आपको बता दें कि लखनऊ में नई ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन फैसिलिटी शुरू हुई है, जो भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमता को मजबूत करेगी. यह यूनिट प्रतिवर्ष 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलें बनाएगी.

300 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस यूनिट में ब्रह्मोस मिसाइल बनाई जाएगी, जो 290-400 किमी की रेंज और 2.8 मैक की गति से सटीक हमला कर सकती है. यह मिसाइल भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया के संयुक्त उद्यम, ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित की गई है. इसे जमीन, समुद्र या हवा से लॉन्च किया जा सकता है और यह "फायर एंड फॉरगेट" सिस्टम पर काम करती है.

इसके अलावा, यूनिट हर वर्ष 100 से 150 अगली पीढ़ी की ब्रह्मोस मिसाइलें भी बनाएगी. अधिकारियों के अनुसार, ये नए संस्करण एक वर्ष के भीतर डिलीवरी के लिए तैयार हो जाएंगे.

इसके अलावा, अगली पीढ़ी की मिसाइल का वजन 2,900 किग्रा से घटाकर 1,290 किग्रा किया गया है और इसकी रेंज 300 किमी से अधिक होगी. इससे सुखोई जैसे लड़ाकू विमान, जो अभी एक मिसाइल ले जाते हैं, तीन मिसाइलें ले जा सकेंगे.

रक्षा गलियारा स्थापित करने वाला दूसरा राज्य बना उत्तर प्रदेश

यह यूनिट 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित रक्षा औद्योगिक गलियारे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. 2021 में इसका शिलान्यास हुआ था और उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए 80 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करवाई थी. यह यूनिट मात्र साढ़े तीन साल में बनकर तैयार हुई है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में छह नोड्स शामिल हैं, जिनमें लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट है. इसका लक्ष्य रक्षा उत्पादन में बड़े निवेश को आकर्षित करना है.

तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश दूसरा राज्य है, जिसने एक समर्पित रक्षा गलियारा स्थापित किया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा उत्पादन में उसकी भूमिका को और मजबूत करता है.

टिप्पणियाँ 0

LIVE
Advertisement
Podcast video
'मुसलमान प्रधानमंत्री बनाने का प्लान, Yogi मारते-मारते भूत बना देंगे इनका’ ! Amit Jani
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें