Advertisement

केंद्रीय कैबिनेट ने लिए तीन अहम फैसले, पीएम धन-धान्य कृषि योजना के लिए 24 हजार करोड़ और ग्रीन एनर्जी पर 27 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में तीन अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इनमें हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की सफल यात्रा से लौटे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि पर सराहना प्रस्ताव भी शामिल था.

File Photo

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में तीन अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इनमें हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की सफल यात्रा से लौटे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि पर सराहना प्रस्ताव भी शामिल था.
इसके साथ ही बैठक में अंतरिक्ष, कृषि और किसान कल्याण से जुड़े नीतिगत फैसले लिए गए, जो भारत की तकनीकी, आर्थिक और ग्रामीण प्रगति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में अहम कदम माने जा रहे हैं. इन फैसलों से न केवल भविष्य की वैज्ञानिक क्षमताएं मजबूत होंगी, बल्कि किसानों के हितों को भी संरक्षित किया जा सकेगा.

पहला और सबसे चर्चित फैसला भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की 18 दिन की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) यात्रा को लेकर था, जो 26 जून से 15 जुलाई 2025 तक संपन्न हुई. उनकी यह ऐतिहासिक उड़ान एक्सिओम-4 मिशन के तहत हुई थी. मंत्रिमंडल ने उनकी सफल वापसी पर न सिर्फ बधाई दी, बल्कि इस उपलब्धि को भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं का प्रतीक बताया.
कैबिनेट द्वारा पारित प्रस्ताव में शुभांशु शुक्ला के इस मिशन से मिले अनुभव को गगनयान मिशन 2026 के लिए अत्यंत मूल्यवान बताया गया है. माना जा रहा है कि यह निर्णय भारत को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मंच पर और अधिक सशक्त और भागीदार राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

पीएम धन धन्य कृषि योजना को मिली मंजूरी, 1.7 करोड़ किसानों को होगा लाभ
कैबिनेट के दूसरे बड़े फैसले के तहत प्रधानमंत्री धन धन्य कृषि योजना को मंजूरी दी गई, जिसका उद्देश्य देशभर के 1.7 करोड़ किसानों को सशक्त बनाना है. इस योजना के तहत 14,235 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है, जो डिजिटल और सतत कृषि को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से निर्धारित किया गया है.
इस महत्वाकांक्षी योजना में डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन, फसल विज्ञान, पशुपालन, और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन जैसे प्रमुख घटकों को शामिल किया गया है. इसका मकसद न केवल किसानों की आय में वृद्धि करना है, बल्कि जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने में भी उन्हें सक्षम बनाना है.
योजना का खास फोकस छोटे और मझोले किसानों पर है, जो देश की कृषि आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं. उम्मीद है कि यह पहल उन्हें तकनीक, संसाधन और वैज्ञानिक खेती के जरिए अधिक आत्मनिर्भर बनाएगी.

भारत को अंतरिक्ष महाशक्ति बनाने की दिशा में एक और कदम
केंद्रीय मंत्रिमंडल का तीसरा अहम फैसला भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को और सशक्त बनाने से जुड़ा था. इस फैसले के तहत भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए तकनीकी और वित्तीय संसाधनों को विस्तार देने पर ज़ोर दिया गया. मंत्रिमंडल ने इसरो को गगनयान मिशन सहित अन्य महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए पूर्ण समर्थन देने का संकल्प लिया है.

इस निर्णय को भारत को अंतरिक्ष महाशक्ति बनाने की दिशा में एक और ठोस कदम के रूप में देखा जा रहा है. इन तीनों फैसलों, शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा की सराहना, पीएम धन धन्य कृषि योजना की शुरुआत और इसरो को मिशन समर्थन से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि सरकार तकनीक, विज्ञान और किसान कल्याण को अपनी प्राथमिकता में शीर्ष पर रख रही है.
इन पहलों से न केवल कृषि और अंतरिक्ष क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, बल्कि देश के युवाओं और किसानों के बीच भी उत्साह और आत्मविश्वास का माहौल बना है. यह भारत के समग्र विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है.

 

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE