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आज से शुरू हुआ जाति जनगणना का पहला चरण, खुद से भर सकेंगे अपनी जानकारी, जानिए सर्वे में क्या-क्या पूछा जाएगा?

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि यह अभ्यास स्व-गणना मॉडल की प्रभावशीलता जांचने के लिए किया जा रहा है और यह देश की पहली डिजिटल जनगणना होगी, जिसमें स्वतंत्र भारत में पहली बार जाति आधारित गणना भी शामिल की जाएगी. एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि यह स्व-गणना पोर्टल और मोबाइल ऐप को 1 से 10 नवंबर और 10 से 30 नवंबर के बीच सीमित क्षेत्रों में परखा जाएगा.

देश की पहली डिजिटल जाति आधारित जनगणना 2027 के पहले चरण का प्री टेस्ट यानी पूर्व प्रशिक्षण आज से शुरू हो गया है. यह पूर्ण रूप से डिजिटली होगा. खबरों के मुताबिक, जनगणना करने वाले गणनाकर्मी (एन्यूमरेटर) अपने-अपने क्षेत्र में प्रमुख नागरिकों के घर जाकर उन्हें ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सभी जानकारी भरने में मदद करेंगे. जानकारी के लिए बता दें कि कोविड महामारी के कारण स्थगित यह जनगणना 2021 में होनी थी, लेकिन अब यह जनगणना 2027 के रूप में आयोजित किया जाएगा, जिसकी अंतिम गिनती 1 अप्रैल 2026 से 28 फरवरी 2027 के बीच पूरी होगी.

देश की पहली डिजिटल जनगणना होगी 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि 'यह अभ्यास स्व-गणना मॉडल की प्रभावशीलता जांचने के लिए किया जा रहा है और यह देश की पहली डिजिटल जनगणना होगी, जिसमें स्वतंत्र भारत में पहली बार जाति आधारित गणना भी शामिल की जाएगी.' एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि 'यह स्व-गणना पोर्टल और मोबाइल ऐप को 1 से 10 नवंबर और 10 से 30 नवंबर के बीच सीमित क्षेत्रों में परखा जाएगा. इसका लिंक सार्वजनिक रूप से साझा नहीं किया जाएगा, ताकि किसी भी तरीके से उपयोगिता परीक्षण बिना किसी बाधा के हो सके.' 

पहले चरण में 30 प्रश्न पूछे जाएंगे 

इस जनगणना में पहले चरण में घरों से संबंधित कुल 30 प्रश्न पूछे जाएंगे. इनमें भवन संख्या, मकान की छत, फर्श का प्रमुख पदार्थ, परिवार प्रमुख का नाम और लिंग, घर में रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या, पेयजल का मुख्य स्रोत, शौचालय की उपलब्धता, खाना पकाने में उपयोग होने वाला ईंधन, बिजली व्यवस्था, मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी, वाहन व आदि की जानकारी ली जाएगी. 
 
NPR को अपडेट नहीं किया जाएगा 

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पिछली जनगणना प्रक्रिया में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी NPR को भी अद्यतन किया गया था, लेकिन सरकार ने लोकसभा में स्पष्ट किया है कि इस बार NPR को अपडेट नहीं किया जाएगा. पिछली बार NPR का डाटा साल 2015-16 में संशोधित किया गया था. इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जाति आधारित प्रश्नों की रूपरेखा अभी अंतिम रूप से तय नहीं की गई है. इसलिए इसका केवल HLO चरण का परीक्षण किया जा रहा है. इसके अलावा 2019 में प्रस्तावित जनगणना 2021 के लिए यह प्रशिक्षण 76 जिलों में 26 लाख लोगों को शामिल कर किया गया था.

10 से 30 नवंबर के बीच दोबारा घरों का दौरा होगा

बता दें कि रजिस्ट्रार जनरल एवं जनगणना आयुक्त ने 16 अक्टूबर को अधिसूचना जारी कर बताया था कि हाउस लिस्टिंग एंड हाउसिंग जनगणना का यह प्री-टेस्ट 10 से 30 नवंबर तक सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चयन क्षेत्र में किया जाएगा. इसकी स्व-गणना की सुविधा 1 से 7 नवंबर तक उपलब्ध रहेगी. इसके अलावा एक अधिकारी ने बताया कि एन्यूमरेटर पहले चयनित नागरिकों को पोर्टल का पता साझा करेंगे, ताकि वह स्वयं ऑनलाइन प्रश्नावली को भर सकें. इसके बाद 10 से 30 नवंबर के बीच वे उन्हीं घरों का दौरा दोबारा से करेंगे, उसके अलावा शेष घरों की जानकारी मोबाइल ऐप पर उपलब्ध किया जाएगा. इन दोनों मॉडल को जनगणना प्रबंधन और निगरानी प्रणाली से जोड़ा गया है.

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