'टैरिफ भी घटेगा, जुर्माना भी हटेगा...', नहीं झुका भारत, नरम पड़े ट्रंप के तेवर, CEA नागेश्वरन ने ट्रेड डील पर दिए बड़े संकेत
मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर चल रही बातचीत पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इशारा दिया है कि ये टैरिफ घटकर 10 से 15% हो सकता है. बातचीत चल रही है. उनके इस बयान से व्यापारियों और निर्यातकों के बीच उम्मीद की किरण जग गई है. ट्रंप के बदले सुर और उनके इस बयान से साफ हो गया है कि अमेरिका जल्द टैरिफ भी घटाएगा और जुर्माना भी हटाएगा. अगर ऐसा होता है तो ये हिंदुस्तान के स्टैंड की जीत होगी कि वो अपना रूसी तेल का व्यापार जारी रखेगा.
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भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाया गया 25% टैरिफ जल्द घटा सकता है. CEA ने आगे कहा कि यूएस टैरिफ के साथ-साथ रूसी तेल की खरीद को लेकर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ (पेनाल्टी) को भी वापस ले सकता है. उन्होंने आगा कहा कि इस पर 8-10 हफ्तों में फैसला हो जाएगा.
25 से घटकर 10 से 15% हो सकता है भारत पर टैरिफ
भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए, नागेश्वरन ने कहा कि गतिरोध को समाप्त करने के लिए दोनों सरकारों के बीच बातचीत का दौर पहले से ही चल रहा है. उन्होंने कहा, "मेरा अनुमान है कि अगले आठ से 10 हफ्तों में, हम भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ का समाधान देख पाएंगे. "नागेश्वरन ने संकेत दिया कि भारत-अमेरिका के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ को 25 प्रतिशत से घटाकर लगभग 15 प्रतिशत करने के लिए भी बातचीत चल रही है. रूसी तेल की खरीद के कारण भारत पर अतिरिक्त 25% का टैरिफ लागू है.
अमेरिका की ओर से भारत पर रूसी तेल खरीदने के कारण अतिरिक्त 25 प्रतिशत का टैरिफ लागू है. इस प्रकार अमेरिका में आने वाली भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 प्रतिशत लागू हैं. भारत ने साफ कर दिया है कि तेल की खरीद उसकी स्वतंत्र विदेश नीति का हिस्सा है और वो अपने राष्ट्रहित से समझौता नहीं करेंगे.
पीएम मोदी के जन्मदिन पर ट्रंप ने किया कॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर हुई बातचीत के बारे में पूछे गए एक सवाल पर, नागेश्वरन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि व्यापार गतिरोध जल्द ही सुलझ जाएगा. आपको बता दें कि 17 जून को हुई करीब 35 मिनट की बातचीत के बाद दोनों नेताओं के बीच ये पहली टेलिफोनिक बातचीत थी. हालांकि इसके पहले ट्रंप ने अपने कई महीनों के असहज बयानों के बाद प्रधानमंत्री और भारत को लेकर सुर बदल लिए और दोस्ती की उम्मीद जताई थी.
BTA को तेज करेंगे भारत और अमेरिका
इस बीच, भारत और अमेरिका ने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते (बीटीए) को जल्द से जल्द संपन्न करने के प्रयासों को तेज करने का फैसला किया है. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौता वार्ता के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में संयुक्त राज्य अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारियों का एक दल इस सप्ताह भारत पहुंचा.
उन्होंने वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव और मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारतीय अधिकारियों की एक टीम के साथ भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते सहित भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर चर्चा की.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, "भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार के स्थायी महत्व को स्वीकार करते हुए, व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा सकारात्मक और दूरदर्शी रही." वाणिज्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, व्यापार संबंधी चर्चाएं कई स्तरों पर चल रही हैं. व्यापार संबंधी मुद्दों पर दोनों पक्षों की मानसिकता सकारात्मक है.
ग्रेट है भारत की ग्रोथ स्टोरी: नागेश्वरन
नागेश्वरन ने देश की ग्रोथ स्टोरी की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी, इतने विशाल आकार और विविधता वाला कोई देश इतने बड़े पैमाने पर आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का प्रयास नहीं कर रहा है और हम सभी प्रकार की चुनौतियों पर विजय पाने में सक्षम हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत हमेशा से एक रोमांचक कहानी रहा है.
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने जोर देकर कहा, "दुनिया में कहीं भी, इतने विशाल और विविधता वाला कोई देश लोकतांत्रिक ढांचे के भीतर आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का प्रयास नहीं कर रहा है. भारत अब तक कम आय की स्थिति से निम्न मध्यम आय की स्थिति में आने में सफल रहा है."
Penal US tariff likely to be withdrawn after Nov 30, says CEA Nageswaran
— ANI Digital (@ani_digital) September 18, 2025
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नागेश्वरन ने भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम से इतर उन्होंने आगे कहा कि हमें न केवल अपनी असफलताओं से बल्कि अपनी सफलताओं से भी सीखने की जरूरत है. "हमने क्या सही किया? हमने कई चीजें सही कीं.
इसलिए मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है, खासकर इस अनिश्चितता के समय में, कुछ सफलता की कहानियों पर ध्यान केंद्रित करना, जिन चमत्कारों की हम बात करते हैं और यह हमारे लिए एक प्रेरणा और अनुस्मारक होगा कि हम अपनी चुनौतियों पर विजय पाने में सक्षम हैं." आपको बताएं कि भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स 1900 में स्थापित हुआ था, जो कि पूर्वी क्षेत्र के सबसे पुराने, सबसे बड़े और अग्रणी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स में से एक है.
Kolkata, West Bengal: The Bharat Chamber of Commerce organized a Curtain Raiser program for its 125th Anniversary Celebrations
— IANS (@ians_india) September 18, 2025
Ministry of Finance, Chief Economic Advisor V. Anantha Nageswaran says, "I would like to congratulate and felicitate the Bharat Chamber of Commerce. To… pic.twitter.com/dLQvrY6o5q
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बातचीत के बारे में पूछे गए एक सवाल पर, नागेश्वरन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि व्यापार से जुड़ी बाधाएं जल्द ही सुलझ जाएंगी. उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि बातचीत जारी है. मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही सुलझ जाएगा."
मजबूत है भारत की अर्थव्यवस्था
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नागेश्वरन ने पहले कहा था कि टैरिफ विवादों और वैश्विक व्यापार को प्रभावित करने वाली भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था झटकों की बजाय अच्छी खबरों के लिए बेहतर स्थिति में है. उन्होंने पुष्टि की कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है. नागेश्वरन ने इस मजबूती का श्रेय एक दशक के सुधारों को दिया, जिसमें डिजिटल और फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड और लघु एवं मध्यम उद्यमों का क्रमिक औपचारिकीकरण शामिल है.
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