राजनीति में झटका.... करियर पर सवाल, अब क्या है खेसारी लाल यादव का फ्यूचर प्लान?
खेसारी भले ही इस बार चुनाव नतीजों में पीछे रह गए हों, लेकिन उन्होंने अकेले जिस दमखम के साथ प्रचार किया और हर चुनौती का सामना किया, वह काबिल-ए-तारीफ है. राजनीति में जीत और हार लगी रहती है, लेकिन मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
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Khesari Lal Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल इस बार काफी गर्म रहा. कई भोजपुरी कलाकार भी मैदान में उतरे, और किसी ने जीत देखी, तो किसी को हार का सामना करना पड़ा.इन्हीं में से एक थे भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, जो पहली बार चुनावी रेस में उतरे. उन्होंने चुनाव से पहले जमकर प्रचार किया, रैलियाँ कीं और विरोधियों पर भी खूब टिप्पणी की. लेकिन मेहनत के बावजूद चुनाव नतीजों में उन्हें हार मिली. अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि हार के बाद खेसारी आगे क्या करने वाले हैं.
करियर पर लगाया दांव
खेसारी लाल यादव भोजपुरी इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने कई साल की मेहनत से अपनी जगह बनाई है और बड़ी फैन फॉलोइंग भी हासिल की है. इसी वजह से जब उन्होंने सीधे विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया, तो हर तरफ चर्चा होने लगी. चुनाव प्रचार के दौरान एक इंटरव्यू में खेसारी ने कहा था कि चुनाव लड़ते हुए उन्होंने अपना करियर दांव पर लगा दिया है, और आगे पांच साल तक वो कोई फिल्म या प्रोजेक्ट नहीं कर पाएंगे. उनकी यह बात सुनकर फैन्स भी हैरान रह गए कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों कहा. क्योंकि अगर वो जीतते, तो विधायक बनकर जनता के लिए काम करते, और अगर हारते, तो दोबारा फिल्मों में काम कर सकते थे. उन्होंने यह बात किस इरादे से कही, इसकी वजह वही बेहतर जानते हैं.
भोजपुरी सितारों के साथ बयानबाजी
भोजपुरी फिल्म जगत के बड़े नाम पवन सिंह, रवि किशन, निरहुआ और मनोज तिवारी ये सभी पहले से ही राजनीति में सक्रिय हैं और बीजेपी से जुड़े हैं. खेसारी इस बार इनके सामने खड़े हुए क्योंकि वो आरजेडी से चुनाव लड़ रहे थे. चुनावी माहौल गरम था, इसलिए बयानबाजी भी खूब हुई. खेसारी ने कई मुद्दों को लेकर इन कलाकारों पर बोलते हुए चर्चा बटोरी. बात यहाँ तक गई कि राजनीतिक मुद्दों से हटकर निजी बातें भी सामने आने लगीं, खासकर पवन सिंह की निजी जिंदगी को लेकर खेसारी ने कई बातें कहीं. इससे साफ समझ आता है कि इन कलाकारों के बीच अब रिश्ते पहले जैसे नहीं रह गए.....बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल इस बार काफी गर्म रहा. कई भोजपुरी कलाकार भी मैदान में उतरे, और किसी ने जीत देखी, तो किसी को हार का सामना करना पड़ा.इन्हीं में से एक थे भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, जो पहली बार चुनावी रेस में उतरे. उन्होंने चुनाव से पहले जमकर प्रचार किया, रैलियाँ कीं और विरोधियों पर भी खूब टिप्पणी की. लेकिन मेहनत के बावजूद चुनाव नतीजों में उन्हें हार मिली. अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि हार के बाद खेसारी आगे क्या करने वाले हैं.
करियर पर लगाया दांव
खेसारी लाल यादव भोजपुरी इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने कई साल की मेहनत से अपनी जगह बनाई है और बड़ी फैन फॉलोइंग भी हासिल की है. इसी वजह से जब उन्होंने सीधे विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया, तो हर तरफ चर्चा होने लगी. चुनाव प्रचार के दौरान एक इंटरव्यू में खेसारी ने कहा था कि चुनाव लड़ते हुए उन्होंने अपना करियर दांव पर लगा दिया है, और आगे पांच साल तक वो कोई फिल्म या प्रोजेक्ट नहीं कर पाएंगे. उनकी यह बात सुनकर फैन्स भी हैरान रह गए कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों कहा. क्योंकि अगर वो जीतते, तो विधायक बनकर जनता के लिए काम करते, और अगर हारते, तो दोबारा फिल्मों में काम कर सकते थे. उन्होंने यह बात किस इरादे से कही, इसकी वजह वही बेहतर जानते हैं.
भोजपुरी सितारों के साथ बयानबाजी
भोजपुरी फिल्म जगत के बड़े नाम पवन सिंह, रवि किशन, निरहुआ और मनोज तिवारी ये सभी पहले से ही राजनीति में सक्रिय हैं और बीजेपी से जुड़े हैं. खेसारी इस बार इनके सामने खड़े हुए क्योंकि वो आरजेडी से चुनाव लड़ रहे थे. चुनावी माहौल गरम था, इसलिए बयानबाजी भी खूब हुई. खेसारी ने कई मुद्दों को लेकर इन कलाकारों पर बोलते हुए चर्चा बटोरी. बात यहाँ तक गई कि राजनीतिक मुद्दों से हटकर निजी बातें भी सामने आने लगीं, खासकर पवन सिंह की निजी जिंदगी को लेकर खेसारी ने कई बातें कहीं। इससे साफ समझ आता है कि इन कलाकारों के बीच अब रिश्ते पहले जैसे नहीं रह गए.
हार के बाद खेसारी का आगे का रास्ता
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि खेसारी लाल यादव आगे क्या करने की सोच रहे हैं, क्या वो फिर से भोजपुरी फिल्मों में लौटेंगे या राजनीति में ही पूरी तरह सक्रिय रहेंगे? उनके फैन्स और इंडस्ट्री दोनों की नजर इस बात पर टिकी है कि उनका अगला कदम क्या होगा. साथ ही, लोगों को यह भी जानने में दिलचस्पी है कि पवन सिंह और खेसारी के बीच चल रही तनातनी आगे किस मोड़ पर जाएगी. एक बात तो साफ है कि खेसारी भले ही इस बार चुनाव नतीजों में पीछे रह गए हों, लेकिन उन्होंने अकेले जिस दमखम के साथ प्रचार किया और हर चुनौती का सामना किया, वह काबिल-ए-तारीफ है. राजनीति में जीत और हार लगी रहती है, लेकिन मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
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अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि खेसारी लाल यादव आगे क्या करने की सोच रहे हैं, क्या वो फिर से भोजपुरी फिल्मों में लौटेंगे या राजनीति में ही पूरी तरह सक्रिय रहेंगे? उनके फैन्स और इंडस्ट्री दोनों की नजर इस बात पर टिकी है कि उनका अगला कदम क्या होगा. साथ ही, लोगों को यह भी जानने में दिलचस्पी है कि पवन सिंह और खेसारी के बीच चल रही तनातनी आगे किस मोड़ पर जाएगी. एक बात तो साफ है कि खेसारी भले ही इस बार चुनाव नतीजों में पीछे रह गए हों, लेकिन उन्होंने अकेले जिस दमखम के साथ प्रचार किया और हर चुनौती का सामना किया, वह काबिल-ए-तारीफ है. राजनीति में जीत और हार लगी रहती है, लेकिन मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
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