राजस्थान में आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश! ATS ने 5 संदिग्ध आतंकियों को दबोचा, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
उस्मा उमर और मसूद दोनों भाई हैं. ये दोनों मदरसे में बच्चों को तालीम भी देते हैं. इन पर आतंकी और संदिग्ध संगठनों से जुड़ने और चंदा जमा कर फंडिग का आरोप है.
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राजस्थान ATS ने पांच संदिग्ध आतंकियों को अरेस्ट किया है. टीम को ये सफलता संयुक्त अभियान के तहत मिली है. सभी संदिग्ध राजस्थान के अलग-अलग इलाकों से छापेमारी के दौरान पकड़े गए है.
राजस्थान ATS की टीम ने 31 अक्टूबर की तड़के सुबह कार्रवाई को अंजाम दिया. टीम ने पकड़े गए पांच संदिग्ध आतंकियों के पास से मोबाइल फोन, आतंकी साहित्य और चंदे से जुड़ी रसीदें जब्त की हैं.
ये हैं पांच संदिग्ध आतंकी
जानकारी के मुताबिक, एक अभियान के तहत संदिग्ध गतिविधियों पर ATS की नजर कई दिनों से थी. बताया जा रहा है टीम को आतंक से जु़ड़े मामलों में कुछ खुफिया इनपुट मिले थे. इसके साथ ही यह कार्रवाई संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर भी की गई है. ATS आईजी विकास कुमार के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में बाड़मेर निवासी 25 साल का उस्मा उमर, जोधपुर निवासी मसूद, मोहम्मद अयूब, करौली निवासी मोहम्मद जुनैद और बाड़मेर निवासी बसीर शामिल हैं. इनमें से उस्मा उमर और मसूद दोनों भाई हैं. ये दोनों मदरसे में बच्चों को बतौर मौलाना तालीम भी देते हैं.
इन पर आतंकी और संदिग्ध संगठनों से जुड़ने और चंदा जमा कर फंडिग का आरोप है. सभी संदिग्धों को आगे की जांच के लिए जयपुर स्थित ATS मुख्यालय ले जाया गया है. जहां इनके संपर्क नेटवर्क, गतिविधियों और संभावित आतंकी कनेक्शन के बारे में जांच की जा रही है.
राजस्थान में सतर्क सुरक्षा एजेंसिया
ATS अधिकारियों के मुताबिक, इस कार्रवाई के बाद राजस्थान के कई जिलों में चौकसी तेज कर दी है. संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही हैं. सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं. पकड़े गए आरोपियों के संपर्क सूत्र का पता लगाया जा रहा है. इसके साथ-साथ डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है. जिसमें वित्तीय लेनदेन, बैंक अकाउंट्स, फोन रिकॉर्ड की डिटेल शामिल हैं. जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है.
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