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महाराष्ट्र चुनाव में राज ठाकरे की लगातार हार से हाहाकार, MNS का रिजल्ट फिर 0', हिंदी विरोध का एजेंडा भी फेल!

Maharashtra Local Body Election Results: महाराष्ट्र में हार पर हार, राज ठाकरे की पार्टी की लगातार हार से हाहाकार मचा हुआ है. मनसे का नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में भी खाता नहीं खुला है. कहा जा रहा है कि मराठी माणूस ने हिंदी विरोध के नैरेटिव को खारिज कर दिया किया.

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ BJP ने नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया और सबसे ज्यादा अध्यक्ष और अन्य पद जीतकर वह सभी दलों में सबसे आगे रही है. इसके अलावा महायुति के सभी घटक दलों को भी बंपर जीत मिली है. वहीं महा विकास अघाड़ी के खेमे में मायूसी छा गई है. सबसे ज्यादा झटका राज ठाकरे की मनसे को लगा है. लाख प्रयास, मराठी मानुष का नारा और एंटी हिंदी नैरेटिव बनाने के बावजूद उनकी पार्टी का खाता तक नहीं खुला है. इसने उनके अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है.

राज ठाकरे का नहीं खुला नगर परिषद और नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर खाता!

2 और 20 दिसंबर को दो चरणों में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए मतदान हुआ था. जिसकी मतगणना रविवार को हुई. इन 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) को करारी हार मिली है. राज ठाकरे महाराष्ट्र के 2025 नगर निकाय चुनावों में एक भी अध्यक्ष पद जीताने में नाकाम रहे हैं.

मनसे के लिए बड़ा राजनीतिक झटका!

इस स्थानीय चुनाव परिणामों को मनसे के लिए बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिस नैरेटिव के ठाकरे बंधु आगे लेकर बढ़ रहे थे, उसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण, कम शिक्षित, गैर हिंदी और कोर मराठी बेल्ट में पड़ना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. शहरी क्षेत्र के मतदाता अमूमन मुद्दा आधारित वोट करते हैं और उन्हें उस लेवल पर जाति-भाषा वाली राजनीति से फर्क नहीं पड़ता या आसानी से उन्हें अपनी तरफ मोल्ड नहीं किया जा सकता है. ऐसे में अगर राज ठाकरे ग्रामीण, अर्ध शहरी-नगरीय निकायों में भी जीतने में, वोटर्स को अपनी बात मनवाने में असफल रहे हैं तो उनके लिए आने वाले BMC के चुनाव कठिन होंगे, जो अगले महीने होने वाले हैं.

कैसे रहे महाराष्ट्र निकाय चुनाव 2025 के नतीजे?

आपको बता दें कि महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 21 दिसंबर को जारी चुनाव नतीजों के अनुसार, BJP के नेतृत्व वाले महायुति ने कुल 207 नगराध्यक्ष पदों पर जीत दर्ज की. इसमें BJP को 117, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना को 53 और अजित पवार गुट की NCP को 37 पद मिले. वहीं महा विकास अघाड़ी (MVA) का प्रदर्शन विधानसभा चुनावों की तुलना में काफी निराशाजनक रहा. MVA को कुल 44 नगराध्यक्ष पदों पर जीत मिली. कांग्रेस ने 28, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने 9 और शरद पवार गुट की NCP ने 7 पद जीते.

मनसे का नहीं खुला खाता!

निकाय चुनावों और BMC में अपने अस्तित्व को बचाने के इरादे से ठाकरे बंधुओं को दशकों बाद साथ आना पड़ा था. विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद उद्धव ठाकरे और अपनी पार्टी-जनाधार को जिंदा रखने के इरादे से राज ठाकरे का मिलन हुआ, लेकिन दोनों को एक दूसरे से कोई फायदा नहीं मिला. UBT गुट तो कुछ सीटें जीतने में कामयाब रहा, लेकिन राज ठाकरे की स्थिति नील बट्टे सन्नाटा जैसी रही. ये कोई पहली बार नहीं है जहां MNS हारी है, वो लगातार हार ही रही है, उसका जनाधार सिमट कर ना के बराबर रह गया है. ऐसे में MNS का खाता तक न खुलना बताता है कि उसका हाल बेहाल है, पार्टी की नीयत, नीति और नेता पर लोगों का भरोसा नहीं बहाल हो रहा है.

हार पर हार, राज ठाकरे की पार्टी में हाहाकार!

इससे पहले इसी साल अगस्त 2025 में हुए मुंबई BEST कर्मचारी को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी चुनाव में भी MNS और शिवसेना (UBT) की संयुक्त पैनल को एक भी सीट नहीं मिली थी. उस चुनाव में BJP-समर्थित पैनल सभी 21 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रहा था. वहीं नवंबर 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भी MNS का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था. पार्टी ने कुल 135 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन यहां भी उसका खाता नहीं खुला था. ऐसे में चुनाव दर चुनाव लगातार मिल रही हार से पार्टी की राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं. ऐसा कहा जाने लगा है कि ठाकरे पास कुछ नया नहीं है, कब तक वो मराठी भाषा वाले जिन्न को हर चुनाव से पहले निकालेंगे, वो भी अब पिट गया है.

15 जनवरी को होगा BMC चुनाव

एक ओर जहां इन चुनाव नतीजों से बीजेपी उत्साहित है, महायुति खेमे में जोश का माहौल है, महा विकास अघाड़ी की सधी हुई प्रतिक्रिया सामने आई है, तो अब तक MNS की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. वहीं राज्य निर्वाचन आयोग के शेड्यूल के मुताबिक महाराष्ट्र में 29 नगर निगमों के चुनाव एक ही चरण में 15 जनवरी 2026 को कराए जाएंगे. इसी दिन बहुप्रतिक्षित बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी BMC के भी चुनाव होंगे. आयोग के अनुसार इन चुनावों के नतीजे 16 जनवरी 2026 को घोषित किए जाएंगे. इसमें राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की पार्टियां गठबंधन में होंगी या नहीं यह निकाय चुनाव के नतीजे के बाद फिलहाल स्पष्ट नहीं है.

वहीं महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कहा कि हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में अहम जीत के बाद पार्टी अब मुंबई पर ध्यान केंद्रित करेगी. मतदाताओं ने विपक्ष के 'फेक नैरेटिव' को नकार दिया है.

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