वक्फ बिल पर महबूबा मुफ़्ती ने केंद्र की मोदी सरकार को दे डाला पाकिस्तान का उदाहरण
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा हमारा देश भाईचारे के लिए जाना जाता है लेकिन वर्तमान स्थिति में आज देश में बीजेपी के कारण मुसलमान के साथ जुल्म हो रहा है।

लोकसभा में सरकार की तरफ से वक्फ संशोधन विधेयक पेश किए जाने के बाद से बवाल जारी है। विपक्ष ने पहले से ही मंशा ज़ाहिर कर दिया था कि सदन के अंदर इस बिल का विरोध किया जाएगा। इस बीच जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा हमारा देश भाईचारे के लिए जाना जाता है लेकिन वर्तमान स्थिति में आज देश में बीजेपी के कारण मुसलमान के साथ जुल्म हो रहा है।
पाकिस्तान जैसा उदाहरण
महबूबा मुफ़्ती ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा पाकिस्तान का उदाहरण दे डाला, उन्होंने कहा "आज जैसा भारत में हो रहा है। ठीक पाकिस्तान ऐसे ही करके तबाही के रास्ते पर चला गया। इस बिल को लेकर अब आने वाले समय में पूरे मुल्क को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। मुफ़्ती ने आगे मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा मुसलमानों को तंग करने की, मुसलमानों को बेइख्तियार करने की एक साजिश है। इसलिए हमलोग को बीजेपी की सरकार से कोई उम्मीद नही है। पिछले 10 से 11 साल से हम देख रहे है कि मुसलमानों को लीचिंग हो रही है। इस सरकार में कब्रिस्तान पर कब्जा करने की कोशिश की जाती है।"
मुफ़्ती ने हिंदुओं की अपील
पीडीपी प्रमुख मुफ़्ती ने आगे कहा " इस देश के हिंदू भाइयों को सामने आना चाहिए, ये देश गांधी का देश है। देश को संविधान के हिसाब से चलाना चाहिए। अगर ऐसा करने पर ध्यान नही दिया गया तो म्यंमार जैसी नहीं बने। इस समय मुसलमानों के साथ एज़ा ही हो रहा है जो कश्मीरी पंडित कहते है कि हमारे साथ हुआ तो इसलिए उनको सामने आना चाहिए। जिसके लिए हम शर्मिंदा है। उन्होंने आगे कहा, " बीजेपी की यही पॉलिसी है ये लोग देश को तोड़ रहे है। लेकिन इन्हें नहीं पता की सत्ता का परिवर्तन आज नहीं तो कल होगा। इस बिल को आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए, इसे रोकना चाहिए।
सदन में सरकार ने क्या कहा?
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा इस बिल को लेकर विपक्ष की पार्टियां मुसलमान को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा "अगर आज हमने यह संशोधन बिल पेश न किया होता, तो हम जिस संसद में बैठे है वो भी वक्फ की सम्पत्ति हो जाती। अगर केंद्र में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की सरकार न आती तो, कई सम्पत्तियां पर गैर-अधिसूचित हो गई रहती। इसलिए मुस्लिम समाज कांग्रेस की बात में मत आना।