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पटना मेट्रो ट्रायल की नई तारीख तय, अब 20 अगस्त के बाद दौड़ेगी पहली रेल

पटना मेट्रो परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और इसके ट्रायल रन की तारीख करीब आ गई है. पहले ट्रायल रन 15 अगस्त से शुरू होने की योजना थी, लेकिन कुछ जरूरी काम पूरे न होने की वजह से इसे टालना पड़ा.

Image Credit: Metro

Bihar Metro: राजधानी पटना के लोगों के लिए एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई है. पटना मेट्रो परियोजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और इसके ट्रायल रन की तारीख करीब आ गई है. पहले ट्रायल रन 15 अगस्त से शुरू होने की योजना थी, लेकिन कुछ जरूरी काम पूरे न होने की वजह से इसे टालना पड़ा. अब उम्मीद जताई जा रही है कि 20 अगस्त के बाद कभी भी ट्रायल रन शुरू हो सकता है. वहीं, सितंबर के अंत तक मेट्रो सेवाएं आम जनता के लिए शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है.

कहां से शुरू होगा पहला ट्रायल रन?

पटना मेट्रो का पहला ट्रायल रन "प्रायोरिटी कॉरिडोर" पर किया जाएगा, जो मलाही पकड़ी से न्यू ISBT (पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) तक फैला हुआ है. यह कॉरिडोर लगभग 6 से 6.5 किलोमीटर लंबा है और इसमें 5 स्टेशन शामिल हैं:

  • न्यू ISBT
  • मलाही पकड़ी
  • खेमनीचक
  • भूतनाथ रोड
  • जीरो माइल/बाईपास

इस सेक्शन में 90% से अधिक सिविल वर्क पूरा हो चुका है, और बाकी का काम तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है.

 ट्रायल के दौरान क्या-क्या होगा चेक?

ट्रायल रन केवल ट्रेन चलाने का अभ्यास नहीं होता, बल्कि यह एक तकनीकी जांच होती है जिसमें यह देखा जाता है कि मेट्रो सुरक्षित तरीके से चल सकती है या नहीं. इस दौरान मेट्रो की:- 

  • स्पीड
  • सिग्नलिंग सिस्टम
  • ट्रैक की सुरक्षा
  • ब्रेकिंग सिस्टम
  • और दूसरी तकनीकी प्रणालियों की पूरी जांच की जाएगी.

सभी टेस्ट सफल रहने पर ही मेट्रो को यात्रियों के लिए खोलने की अनुमति दी जाएगी.

क्यों हुई देरी और अब क्या स्थिति है?

PMRCL (Patna Metro Rail Corporation Limited) के अधिकारियों के अनुसार, मेट्रो डिपो का कुछ काम बाकी था, जिसकी वजह से ट्रायल में देरी हुई. अब बताया जा रहा है कि डिपो से जुड़ा सारा काम लगभग पूरा हो गया है और रेक (ट्रेन) को ट्रैक पर उतारने की तैयारी पूरी है. खुद शहरी विकास मंत्री ने भी जुलाई में परियोजना की समीक्षा की थी और कहा था कि सभी सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच की जा रही है.

कब शुरू होगी मेट्रो सेवा?

  • अगर ट्रायल सफल रहता है और सभी जरूरी अनुमति मिल जाती हैं, तो सितंबर के अंत तक पटना मेट्रो सेवा शुरू हो सकती है.
  • शुरुआत में केवल प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ही मेट्रो चलाई जाएगी. इसके बाद धीरे-धीरे ब्लू लाइन के बाकी हिस्से भी आम लोगों के लिए खोले जाएंगे.

 किन यात्रियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?

मलाही पकड़ी से न्यू ISBT के बीच रोजाना आने-जाने वाले हजारों लोगों को मेट्रो सेवा से सबसे बड़ा फायदा मिलेगा. इससे:

  • यात्रा का समय बचेगा
  • सड़क का ट्रैफिक कम होगा
  • प्रदूषण में कमी आएगी
  • और सबसे बड़ी बात, सफर आसान और आरामदायक होगा.
  • मेट्रो आने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और पर्यावरण दोनों में सुधार होने की उम्मीद है.

 ब्लू लाइन और आगे की योजना

पटना मेट्रो की ब्लू लाइन कुल 14.56 किमी लंबी है. यह पटना जंक्शन से न्यू ISBT तक जाएगी. इसमें लगभग 6.6 किमी एलीवेटेड (ऊपर से चलने वाला ट्रैक) और बाकी हिस्सा भूमिगत (अंडरग्राउंड) है. मलाही पकड़ी स्टेशन इस कॉरिडोर का प्रमुख बिंदु होगा. मेट्रो संचालन पहले 15 अगस्त 2025 तक शुरू करने का लक्ष्य था, लेकिन अब यह समयसीमा ट्रायल और अन्य तकनीकी परीक्षणों के अनुसार समायोजित की जा रही है.

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