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मणिपुर में सरकार गठन की हलचल तेज, बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर 44 विधायकों के समर्थन का किया दावा

मणिपुर मे कुकी और मेइती समुदाय के बीच चले संघर्ष के बाद केंद्र ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था. अब फिर से राज्य में सरकार गठन की कवायद तेज हो गई है. बीजेपी नेता थोकचोम राधेश्याम सिंह ने NDA के 10 विधायकों के साथ मिलकर राज्यपाल से मुलाकात की और करीब 44 विधायकों के समर्थन का दावा किया है.

28 May, 2025
( Updated: 06 Dec, 2025
07:41 AM )
मणिपुर में सरकार गठन की हलचल तेज, बीजेपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर 44 विधायकों के समर्थन का किया दावा
मणिपुर में नई सरकार बनने को लेकर हलचल तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के नेता थोकचोम राधेश्याम सिंह ने बुधवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर 44 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. राधेश्याम सिंह के साथ बीजेपी और NDA के करीब 10 विधायकों ने राजभवन में जाकर राज्यपाल से मुलाकात की है. 

बीजेपी ने 44 विधायकों के समर्थन का किया दावा
राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद भाजपा नेता थोकचोम राधेश्याम सिंह ने कहा "आज हमारे साथ 44 विधायक जनता की इच्छा के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. इसकी जानकारी हमने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें दिया है. हमने इस मुद्दे के लिए क्या समाधान हो सकते हैं इस पर भी राज्यपाल के साथ सकारात्मक चर्चा की है." उन्होंने आगे कहा, "राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने हमारी बातों को गौर किया और लोगों के सर्वोत्तम हित में कार्रवाई शुरू करने की बात कही है." हालांकि जब राधेश्याम सिंह से यह पूछा गया कि क्या हुआ सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे तो, उन्होंने कहा भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व यह निर्णय लेगा. 

'सरकार गठन के दावे का किसी ने नहीं किया विरोध'
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा, "हमने एक तरह से सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है, विधानसभा अध्यक्ष सत्यव्रत ने 44 विधायकों से व्यक्तिगत और संयुक्त रूप से मुलाकात की है. किसी ने भी नई सरकार के गठन का विरोध नहीं किया है." उन्होंने यह भी कहा कि "लोगों को बहुत अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, पिछले कार्यकाल में कोविड के कारण 2 साल बर्बाद हो गए थे और इस कार्यकाल में संघर्ष के कारण 2 साल बर्बाद हो गए हैं." 

बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद लगा था राष्ट्रपति शासन
बताते चलें कि भाजपा नेता और एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी में मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ था. इसके पीछे की वजह साल 2023 के मई महीने में मेइती और कुकी समुदाय के बीच हुए जातीय हिंसा के बाद राज्य में काफी उथल- पुथल ही स्थिति थी. इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी की मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा था.

क्या है मणिपुर विधानसभा का अंकगणित?
मणिपुर की 60 सदस्यों वाली विधानसभा में फिलहाल 59 विधायक हैं, जबकि एक सीट विधायक के निधन के कारण खाली पड़ी हुई है. मणिपुर में फिलहाल बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में कुल 44 विधायक हैं, जिसमें से 32 मेईती, तीन मणिपुरी मुस्लिम और 09 नागा विधायक हैं. इसके साथ ही कांग्रेस के सभी पांच विधायक भी मेईती समुदाय से हैं. जबकि बाकी 10 विधायक कुकी हैं.  इनमें से सात विधायक पिछले चुनाव में बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की थी, दो कुकी पीपल्स एलायंस के हैं और एक निर्दलीय विधायक हैं.

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