खुद के मंत्री का बेटा बना सुक्खू सरकार की मुसीबत! पिता के इस्तीफा न देने पर कहा- चुनाव में देख लूंगा…
कांग्रेस के एक पूर्व विधायक ने अपने ही पिता को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कह दिया. हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट कर दिया. पर इस मामले पर राजनीति गरमा गई है. ये मामला सुक्खू सरकार के लिए गले की फांस बन गया है.

हिमाचल प्रदेश की सुक्खु सरकार के अंदरखाने में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. सरकार के अंदर इन दिनों खींचातानी और आपसी फूट देखी जा रही है. वहीं अब इससे जुड़ा एक और मामला सामने आया है. बता दें कि कांग्रेस के एक पूर्व विधायक ने अपने ही पिता को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कह दिया. उनके पोस्ट से हड़कंप मच गया, और ये बात जंगल में आग तो तेजी से फैल गई है. हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट कर दिया.
पिता से की इस्तीफे की अपील
पूर्व विधायक नीरज भारती ने 19 जून 2025 को सोशल मीडिया पर राज्य मंत्री और अपने पिता चंद्र कुमार से इस्तीफा देने की अपील की. सरकारी कर्मचारियों के तबादले से जूझ रही सुक्खू सरकार के लिए यह इन दिनों गले की फांस बनता जा रहा है. वहीं चंद्र कुमार ने भी अपने बेटे की इस मांग को युवाओं के हताशा में बोले जाने वाले शब्द बता दिया. उन्होंने अपने बेटे के गुस्से को कम करने की कोशिश की. उन्होंने भारती के पोस्ट के अगले दिन कहा कि मामला सुलझ गया है और सीएम सुक्खू ने उनके बेटे से बातचीत कर ली है.
अपने ही पिता पर साधा निशाना
पूर्व विधायक नीरज भारती ने 20 जून को वापस अपने पिता पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी लड़ाई केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए ही है. उन्होंने कहा कि वह अगला विधानसभा चुनाव अपने पिता के खिलाफ लड़ने के लिए भी तैयार हैं. भारती उसी दिन सीएम सुक्खू से मिलने शिमला भी पहुंचे, लेकिन सीएम के कार्यक्रम के चलते वह मिल नहीं पाए. भारती ने कहा,' मैं विकास के खिलाफ नहीं हूं. मेरी चिंता कुछ लोगों की ओर से ट्रांसफर और पोस्टिंग जैसे छोटे-मोटे कामों के लिए पैसे लेने को लेकर है. यही एकमात्र कारण है कि मैंने अपने पिता से इस्तीफा देने को कहा. मामला सुलझ गया है. उम्मीद है कि मैं रविवार को मुख्यमंत्री से मिल पाऊंगा.'
यह भी पढ़ें
सुक्खू पर लगाया आरोप
बता दें कि राज्य मंत्री चंद्र कुमार का आरोप था कि पिछले साल देहरा विधानसभा चुनाव के दौरान सुक्खू का एक करीबी व्यक्ति ट्रांसफर को आसान बनाने के लिए बिचौलिए के तौर पर काम कर रहा था. उन्होंने सीएम सुक्खू पर अपने निर्वाचन क्षेत्र में हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाया, हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि सीएम को इसकी जानकारी नहीं हो सकती है. भारती ने रविवार 22 जून को सुक्खू से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री ने बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई और जांच करने का आश्वासन दिया है.
भाजपा का सरकार पर हमला
भाजपा ने इस मामले को लेकर सुक्खू सरकार पर हमला बोला है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा,' 'कांग्रेस सरकार में जो कुछ हो रहा है उससे मैं बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं. कौन सा मंत्री सीएम सुक्खू से खुश है? या तो उनके मंत्री अलग-थलग हैं, या फिर वह खुद. हम सभी को याद है कि साल 2023 में क्या हुआ था, जब PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा देने की धमकी दी थी, क्योंकि उनकी सरकार ने उन्हें अपने पिता और 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की मूर्ति लगाने की इजाजत नहीं दी थी.'