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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की बाल गोपाल की आराधना वाली जन्माष्टमी, जय श्रीकृष्णा संकीर्तण से भक्तिमय हुआ सीएम आवास का माहौल

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री आवास रायपुर में श्रद्धा और उल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई. उन्होंने बाल गोपाल का विशेष श्रृंगार कर पूजा-अर्चना और झूला दर्शन किए. पूरे आवास में भक्ति और आस्था का माहौल रहा. इस अवसर पर सीएम ने प्रदेशवासियों से श्रीकृष्ण के आदर्शों को जीवन में अपनाने और समाज में प्रेम व भाईचारे का संदेश फैलाने का आह्वान किया.

17 Aug, 2025
( Updated: 17 Aug, 2025
04:25 PM )
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की बाल गोपाल की आराधना वाली जन्माष्टमी, जय श्रीकृष्णा संकीर्तण से भक्तिमय हुआ सीएम आवास का माहौल

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार रात मुख्यमंत्री आवास में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया. इस अवसर पर उन्होंने बाल गोपाल का पूजन-अर्चन किया और झूला झुलाकर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया. पूरे आवास परिसर में भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला.

बाल गोपाल का भव्य श्रृंगार और झूला दर्शन

इस मौके पर बाल गोपाल का विशेष श्रृंगार किया गया. फूलों और रंग-बिरंगी झालरों से सजे झूले पर बाल गोपाल की प्रतिमा विराजित की गई. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनके परिवार ने भगवान श्रीकृष्ण को झूला झुलाया. भक्तों ने भजन और कीर्तन के बीच “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की” के जयकारे लगाए.

पूजा-अर्चना में शामिल हुए परिवार और अतिथि

मुख्यमंत्री के साथ उनके परिवार के सदस्य भी पूजा-अर्चना में शामिल हुए. पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद से वातावरण गुंजायमान हो उठा. सीएम आवास में आए अतिथियों और श्रद्धालुओं ने भी बाल गोपाल के दर्शन कर आशीर्वाद लिया.

श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपनाने का आह्वान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन हमें धर्म, नीति, पराक्रम और करुणा का संदेश देता है. गीता का ज्ञान आज भी मानव जीवन को दिशा देता है. उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि जन्माष्टमी के अवसर पर सभी लोग श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और समाज में प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश फैलाएँ.

प्रदेशभर में धूमधाम से मनाई गई जन्माष्टमी

मुख्यमंत्री आवास के साथ-साथ प्रदेशभर के मंदिरों और घरों में भी जन्माष्टमी का पर्व उल्लास के साथ मनाया गया. जगह-जगह झांकियाँ सजाई गईं और भक्तों ने रात 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया. 

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जन्माष्टमी का यह पर्व न केवल भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है, बल्कि यह धर्म, सत्य और प्रेम की विजय का संदेश भी देता है. मुख्यमंत्री आवास पर हुआ आयोजन इस बात का प्रमाण है कि जब आस्था और भक्ति का संगम होता है तो वातावरण अपने आप दिव्यता से भर जाता है. श्रीकृष्ण के आदर्श और गीता का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना सहस्राब्दियों पहले था. यही कारण है कि जन्माष्टमी हर बार लोगों को जीवन में धर्म, कर्तव्य और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा देती है.

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