सियासी गहमागहमी के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को अपने सांसद से मिलने आगरा पहुंचे. अखिलेश यादव ने रामजीलाल सुमन के घर पहुंच कर उनसे मुलाकात की और उन्हें अपने पास बैठकर बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के द्वारा राणा सांगा पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद सुबह का सियासी पर आसमान छू रहा है. सपा सांसद के बयान को लेकर करणी सेना के साथ-साथ बीजेपी भी समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर हमलावर है. इस सियासी गहमागहमी के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को अपने सांसद से मिलने आगरा पहुंचे. अखिलेश यादव ने रामजीलाल सुमन के घर पहुंच कर उनसे मुलाकात की और उन्हें अपने पास बैठकर बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है . अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि रामजीलाल के घर पर हमला अचानक नहीं हुआ बल्कि यह एक साजिश के तहत किया गया है.
PDA को डराने की मंशा
अखिलेश यादव ने रामजीलाल को अपना मजबूत समर्थन दिया. उन्होंने कहा यह सरकार PDA को डराने की कोशिश कर रही है, सरकार पिछले,दलित और अल्पसंख्यकों की धुर विरोधी है. क्योंकि बीजेपी को अच्छे से पता है कि पड़ा की ताकत समाजवादी पार्टी के साथ है. वही अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि उनका आगरा आना कोई राजनीतिक ताकत दिखाने का प्रदर्शन नहीं है बल्कि वह सिर्फ अपने एक कार्यकर्ता से मुलाकात करने के लिए उनके घर पहुंचे हैं।
मुझे गोली मरने की दे रहे धमकी: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा "आज आगरा में तलवारे बंदूके और डंडे हरा जा रहे हैं, करणी सेना को शांतिपूर्ण सम्मेलन की अनुमति थी लेकिन बुलडोजर के साथ कई थानों की फोर्स को पार कर हमला और तोड़फोड़ किया गया उनका इरादा क्या था वीडियो में जिस तरह की भाषा बोली जा रही है, मेरे और पार्टी के रामजीलाल सुमन के खिलाफ वह सबके सामने है. इस पूरे घटनाक्रम में भोले भाले लोगों को कठपुतली बनाया जा रहा है." अखिलेश यादव ने आगे कहा "इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सीधे-साधे लोगों को सुनियोजित तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है, मुझे गोली मारने की जिस व्यक्ति ने धमकी दी है वह बेहद भी गरीब और सीधे-साधे परिवार से आने वाला व्यक्ति है. लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होगी कि धागे लखनऊ वालों के हाथ में थे या फिर दिल्ली वालों के हाथ में यह सारा हंगामा लखनऊ और दिल्ली के बीच सियासी झगड़े का नतीजा है."
'योगी सेना' कर रही हंगामा
अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आगरा में समाजवादी पार्टी के खिलाफ करणी सेना नहीं बल्कि योगी की सेना है जिसको सरकार से फंडिंग की जा रही है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिरादरी के लोग खुलेआम अवैध असलहे लहरा रहे है लेकिन पुलिस मूककदर्शक बनी हुई है.
प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते हुए सपा प्रमुख ने आगे कहा "पुरानी सरकार में कहा जाता था यूपी पुलिस में बस यादव है, ऐसी कई फर्जी खबरें चलाई जाती है। आज जो आंकड़े हैं वह खबर कहीं नहीं चल रही, आगरा में 48 थाने हैं बताओ पीडीए कितने हैं? मैनपुरी में 15 थाने हैं, उनमें 10 में सरकार के स्वजातीय लोग हैं, महोबा में 11 थाने हैं, 6 में सिंह साहब लोग हैं।"
बताते चले कि संसद के बजट सत्र के दौरान 21 मार्च को राज्यसभा में सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर टिप्पणी की थी. जिसके बाद राजपूत संगठन और करणी सेना समाजवादी पार्टी का विरोध कर रही है, वही इस बयान को संसद की करवाई से हटा दिया गया है.