'आतंकी ठिकाने तबाह करने के 30 मिनट बाद दी पाकिस्तान को जानकारी', ऑपरेशन सिंदूर पर संसदीय समिति के सामने एस जयशंकर ने बताई पूरी डिटेल
भारत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया है. उन्होंने विपक्ष को बताया कि कैसे भारत ने पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. दरअसल राहुल गांधी लगातार सरकार पर सवाल उठा रहे थे कि क्या पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पहले से पता था?
Follow Us:
पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए ऑल पार्टी डेलिगेशन के सदस्यों ने कमर कस ली है. अलग-अलग देश जाकर पाक की नापाक हरकतों की जानकारी भारतीय सांसदों द्वारा दी जा रही है. ऑल पार्टी डेलिगेशन विदेशों में पाक की पोल खोल रहा है. इसी बीच भारत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया है. उन्होंने विपक्ष को बताया कि कैसे भारत ने पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. दरअसल, विदेश मामलों की कंसलटेटिव कमेटी की दिल्ली में बैठक हुई. यह बैठक करीब ढाई घंटे तक चली. कमेटी में लोकसभा और राज्यसभा के 11-11 सांसद है. करीब ढाई घंटे चली बंद कमरे की बैठक में एस जयशंकर पर विपक्षी सांसदों की तरफ से सवालों की बौछार हुई.
ढाई घंटे तक कटघरे में खड़े रहे जयशंकर
विदेश मामलों के कंसलटेटिव कमेटी के सामने जयशंकर ने सांसदों के तीखे सवालों का सामना किया. ढाई घंटे की इस मैराथन मीटिंग में विदेश मंत्री ने एक-एक सवाल का जवाब दिया. बैठक में सबसे बड़ी बहस का मुद्दा था- क्या ऑपरेशन सिंदूर को अमेरिका के दबाव में स्थगित किया गया? क्या डोनाल्ड ट्रंप की कथित मध्यस्थता इस फैसले के पीछे थी? विदेश मंत्री जयशंकर से विपक्ष के सांसदों ने ट्रंप की मध्यस्थता पर सवाल पूछे.
ट्रंप के मध्यस्थता पर जयशंकर का जवाब
क्या डोनाल्ड ट्रंप की कथित मध्यस्थता इस फैसले के पीछे थी? इस सवाल का जवाब एस जयशंकर ने साफ कर दिया. उन्होंने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता नहीं हुई है. DGMO यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन के स्तर पर सीधी बातचीत के बाद ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया गया. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने हमेशा अपनी रणनीति खुद तय की है, किसी बाहरी दबाव में नहीं.
किस बात पर अटके विपक्षी सांसद?
सवालों का साफ-साफ जवाब देने के बाद भी विपक्षी सांसद उसी बात पर अटके रहे, जिसे लेकर राहुल गांधी लगातार जयशंकर पर निशाना साधते रहे हैं. विपक्ष ने विदेश मंत्री जयशंकर के पहले दिए बयान को लेकर भी सवाल उठाए. इस पर सफाई देते हुए जयशंकर ने कहा, ‘मेरे बयान को गलत तरीके से समझा गया है. मैंने कहीं भी ‘before’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. यह मानना कि मैंने ऑपरेशन से पहले जानकारी दी, तथ्यात्मक रूप से गलत है.’
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement