'दर्द है तो झेलो, आयोजन तो भव्य होगा...', कांवड़ यात्रा और रामलीला पर सवाल उठाने वालों पर भड़के दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा
कांवड़ और रामलीला से जिसे तकलीफ हो, वो और दर्द झेलने को तैयार रहे....ये कहना है दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा का. उन्होंने जानबूझकर कांवड़ यात्रा और रामलीला को विवादों में घसीटने वालों को घेरते हुए कहा कि अगर इन दोनों से तकलीफ होती है तो वो और दर्द झेलने को तैयार रहेें, आयोजन तो भव्य होगा.
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11 जुलाई से शुरू हुए सावन महीने की पूरे देश में धूम है. कांवड़िए गंगा जल लेकर भगवान शिव को चढ़ाने के लिए काफी जतन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की श्रद्धा से इतर देश में राजनीतिक बयानबाजी भी काफी जारी है. इसी बीच दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने बुधवार को कांवड़ यात्रियों को लेकर हो रही तैयारियों के बीच बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधा.
'कावंड़, रामलीला, छठ, दीपावली, होली...आयोजन तो होगा, पेट में दर्द होता है तो हो...'
मिश्रा ने इस दौरान कहा कि कांवड़, होली, दिवाली, राम लीला और छठ पूजा का आयोजन भव्य तरीके से होगा. अगर इससे किसी को दर्द होता है, तो मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि वो और ज्यादा दर्द को झेलने के लिए तैयार रहे. इनकी भव्यता और बढ़ती जाएगी.
कपिल मिश्रा दिल्ली के अप्सरा बॉर्डर पर कांवड़ यात्रियों को लेकर हो रही तैयारियों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने कांवड़ यात्रियों को लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से की जा रही तैयारियों की जानकारी दी.
कांवड़ियों के लिए दिल्ली में बनाए गए द्वार, लगाए गए कैंप
कांवड़ यात्रियों के स्वागत के लिए दिल्ली में कई जगहों पर द्वार बनाए गए हैं, जिस तरह के द्वार महाकुंभ के दौरान बनाए गए थे, ठीक वैसे ही स्वागत द्वार बनाए गए हैं. 17 जगहों पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं. पिछली बार 170 कैंप लगाए गए थे. इस बार 370 कैंप लगाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में पानी और स्वास्थ्य की व्यवस्था की है. हम पलक बिछाकर कांवड़ यात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं. हमारी पूरी कोशिश है कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कांवड़ यात्रियों को किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति का सामना न करना पड़े. इस दौरान अगर कोई अप्रिय स्थिति पैदा करने की कोशिश करेगा, तो हम निश्चित तौर पर उससे निपटेंगे. हम उसे किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेंगे.
दिल्ली में इस बार अपनाया गया योगी मॉडल
दिल्ली में सरकार बदलने के बाद काम का स्वरूप बदल गया. कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले सीएम रेखा गुप्ता कहा था कि दिल्ली कांवड़ यात्रियों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी कांवड़ यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं हो.
यात्रा से पहले हुई मीटिंग में सीएम गुप्ता ने कैबिनेट मंत्रियों को कांवड़ यात्रा के लिए अलग-अलग जिम्मेदारियाँ सौंपी थी. दरअसल, हर साल अलग-अलग राज्यों से आने वाले हजारों की संख्या में कांवड़ यात्री दिल्ली से होकर गुजरते हैं, जिस कारण राजधानी दिल्ली में उन्हें एक काँटा तक ना चुभे, इसके लिए सीएम मैडम का ठाना और कहा था कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि शिव भक्तों के पांव में एक भी काँटा न चुभे. कांवड़ यात्रा आस्था, भक्ति और अनुशासन का पर्व है. सरकार इसे कुशल बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी.
वहीं, समितियों की चिंताओं पर सीएम ने आश्वासन दिया था कि इस साल उन्हें किसी भी तरह की प्रशासनिक बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद शिव भक्तों को परेशानियाँ झेलनी पड़ती हैं, लेकिन इस बार सरकार ऐसा नहीं होने देगी.
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