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'मुझे पाकिस्तान का सफाया देखना है...', Operation Sindoor पर बोलीं पहलगाम आतंकी हमले में पति और बेटे को खो चुकीं काजलबेन

आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह सीधी सैन्य कार्रवाई की उससे हर देश कर हर नागरिक कोई फर्क महसूस कर रहा है. इसको लेकर पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिजनों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है.

07 May, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
11:03 PM )
'मुझे पाकिस्तान का सफाया देखना है...', Operation Sindoor पर बोलीं पहलगाम आतंकी हमले में पति और बेटे को खो चुकीं काजलबेन
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला भारत की सेना ने दो सप्ताह बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिए लिया. भारत की तीनों सेनाओं के संयुक्त ऑपरेशन कर पाकिस्तान के कुल 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल की बरसात कर पूरी तरह से तबाह कर दिया. इनमें से पांच पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में और चार पाकिस्तान में आतंकी ठिकाने थे, जिनमें पर लश्कर ए तैयबा मुरीदके और जैश ए मोहम्मद का अड्डा बहावलपुर भी शामिल है. आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह सीधी सैन्य कार्रवाई की उससे देश का हर नागरिक फख्र महसूस कर रहा है. इसको लेकर पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिजनों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है. 

गुजरात के पिता-पुत्र की हुई थी मौत

पहलगाम के बैसरैन घाटी में हुए आतंकी हमले में कल 26 लोगों की मौत हुई थी. जबकि कई अन्य घायल भी हुए थे. भीषण आतंकी हमले में मरने वालों में गुजरात के भावनगर की काजलबेन परमार के पति यतीश परमार और बेटे स्मित भी थे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद काजलबेन परमार ने भारतीय सेना के साहस की प्रशंसा करते हुए सरकार से कार्रवाई जारी रखने का आग्रह किया है. उनका कहना है कि जब तक पाकिस्तान का सफाया नहीं हो जाता, तब तक भारत को इस तरह की सैन्य कार्रवाई को जारी रखनी चाहिए. भावनगर में पत्रकारों से बात करते हुए काजलबेन में बताया "भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक पर मुझे गर्व है, मैं भारतीय सैनिकों को सलाम करती हूं और भारत माता की जय जयकार करती हूं. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आभारी हूं और इस हमले से बहुत खुश हूं, भारत को ऐसे जवाबी हमले तब तक करने चाहिए जब तक पाकिस्तान पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता यही मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रार्थना है."

काजलबेन ने बताया ' मेरा बेटा स्मित 12वीं का छात्र था और वह हमेशा घर में कहता था कि वो भारतीय सेना में शामिल होना चाहता था. देश के लिए दुश्मनों से लड़ना चाहता था, हम अपने परिवार के साथ मोरारी बापू की 'रामकथा' में  शामिल होने कश्मीर गए थे और उसके बाद पहलगाम घूमने चले गए. जहां आतंकवादियों ने मेरे पति और बेटे को अपनी गोली का निशाना बनाया. इसलिए मैं पाकिस्तान को पूरी तरह खत्म होते देखना चाहती हूं. वही काजलबेन के अलावा मृतक के बड़े बेटे अभिषेक ने मीडिया को कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तानियों को तगड़ा जवाब दिया है. मैं इससे बेहद खुश हूँ. 

परमार परिवार के अलावा गुजरात के ही सूरत के रहने वाली दिवंगत शैलेश कलाथिया की पत्नी ने भी इस सैन्य कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा भारतीय सेना ने जो कार्रवाई की है उससे वो बहुत संतुष्ट है. हमें सरकार पर पूरा भरोसा था कि हिंदू मुस्लिम के नाम पर हत्या करने वाले आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा. शीतलबेन ने बताया उनके पति परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे. जिनकी एक बेटी भी है जो अभी तक अपने पिता के मौत से स्तब्ध है.

बताते चलें कि मंगलवार की रात करीब 1:05 बजे भारत की वायु सेना ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर के आतंकी ठिकानों पर लगभग आधे घंटे तक ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी, इस कार्रवाई में लगभग 90 से ज्यादा आतंकवादी के मारे जाने और इससे अधिक के घायल होने की खबर है. इस कार्रवाई के बाद भारत सरकार ने पंजाब और कश्मीर के कई शहरों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. वही सरकार का मानना है कि अगर पाकिस्तान कोई जवाबी कार्रवाई करता है तो ये याद रख लें भारत कि हर मोर्चे पर पूरी तैयारी है.

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