'जेल में किसी से बात नहीं... अनुमान लगाने वाले ही बताएं', BSP में जाने के सवाल पर बोले आजम खान
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान आज जेल से रिहा हुए हैं. बसपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो अनुमान लगाने वाले बताएं. मेरी तो जेल में किसी से बात भी नहीं हुई है.
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सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने सीतापुर जेल से रिहा होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में वहां पहुंचने वाले सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया है. साथ ही बसपा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो अनुमान लगाने वाले बताएं. मेरी तो जेल में किसी से बात भी नहीं हुई है.
अनुमान लगाने वाले बताए, BSP में जा रहा या नहीं
आजम खान ने जेल से बाहर आते ही उनके समर्थन और दुआओं वालों को धन्यवाद दिया है. बसपा में जाने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि यह केवल वही लोग बता सकते हैं जो अनुमान लगा रहे हैं. मैं जेल में किसी से नहीं मिला. फोन करने की इजाजत नहीं थी, इसलिए मैं पांच साल तक पूरी तरह से बाहरी संपर्क में नहीं रहा. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के 'सरकार बनने पर आजम खान के खिलाफ मुकदमे वापस लेने वाले' बयान पर उन्होंने कहा कि मैं क्या कह सकता हूं?
#WATCH | Shahjahanpur, UP: After being released from Sitapur jail, SP leader Azam Khan says, "Patta patta boota boota haal hamara jaane hai."
— ANI (@ANI) September 23, 2025
Regarding speculation about him joining the BSP, he says, "I can't say anything on this..."
He further says, "I will get treatment, work… pic.twitter.com/hc59suEgye
एक सवाल पर पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा कि बदले की राजनीति तब शुरू होती है जब मैंने किसी को नुकसान पहुंचाया हो. मैंने सभी के साथ अच्छा व्यवहार किया है. मैंने अपनी कलम से कोई अन्याय नहीं होने दिया. कोई यह दावा नहीं कर सकता कि मैंने किसी के साथ अन्याय किया है.
हम सब आजम खान के साथ खड़े हैं - अखिलेश यादव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक्स पर लिखा कि आजम खान की रिहाई उनके और उनके परिवार और हम सब के साथ-साथ, उन सब लोगों के लिए राहत और ख़ुशी की बात है जो ‘इंसाफ़’ में ऐतबार करते हैं. न्याय में विश्वास को बनाए रखने के लिए अदालत का दिल से शुक्रिया. उन्होंने लिखा कि आज फर्जी मुकदमे करने वालों को भी ये सबक मिल गया है कि हर ‘झूठ’ की एक मियाद होती है और हर ‘साज़िश’ की भी. जो लोग सामाजिक सौहार्द के प्रतीक होते हैं, भाजपा को वो कभी अच्छे नहीं लगते हैं.
सपा मुखिया ने लिखा कि माननीय आजम खान एक बार फिर से हर उपेक्षित, पीड़ित, दुखी, अपमानित के साथ खड़े होकर, भाजपाइयों और उनके संगी-साथियों के द्वारा किये जा रहे जनता के दमन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाएंगे और हमेशा की तरह देश-प्रदेश की भावनात्मक एकता के प्रतीक बनकर, समाजवादी मूल्यों और सिद्धांतों के साथ, सामाजिक न्याय के संघर्ष की राह पर आगे बढ़ते जाएंगे. इंसाफ़ ज़िंदाबाद.
कार्यकर्ताओं को देखकर रुकवाया काफिला
आजम खान शाहजहांपुर पहुंच गए हैं. यहां कार्यकर्ताओं को देखकर उन्होंने काफिला रुकवाया. कार्यकर्ताओं से हाथ मिलाया और उनका हालचाल पूछा. इसके बाद आगे बढ़े.
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सपा नेता एवं उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान विभिन्न आपराधिक मामलों में लगभग दो साल बाद जमानत मिलने के पश्चात मंगलवार को सीतापुर जिला कारागार से रिहा हुए. जिला कारागार से दो गाड़ियां बाहर आई हैं. एक गाड़ी में आजम खां के बेटे अदीब और अब्दुल्ला बैठे थे. उन्हीं के साथ बैठकर वह रवाना हो गए। वह काली रंग की जैकेट पहने थे.
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