कैसे रुकेगा वक्फ संशोधन बिल… Owaisi ने बताया ऐसा रास्ता Modi भी दंग रह जाएंगे !
Modi सरकार वक्फ संशोधन बिल लेकर आई है लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये है कि इस बिल को पास कराने के लिए मोदी सरकार के पास बहुमत नहीं है उसे अपने सहयोगी के दम पर ही बिल पास कराना होगा, यही वजह है कि मोदी सरकार के सबसे बड़े विरोधी असदुद्दीन ओवैसी ने अब मोदी के दोस्तों में ही दरार डालने की कोशिश शुरू कर दी है !
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साल 2020 का वो वक्त भला कौन भूल सकता है जब नागरिकता संशोधन बिल यानि CAA के विरोध के नाम पर मुसलमानों ने देश भर में विरोध प्रदर्शन किया था। यहां तक कि कई शहरों में हिंसा का तांडव तक किया गया था। लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार बैकफुट पर नहीं आई। क्योंकि उसके पास प्रचंड बहुमत था। जिसके दम पर सदन से सीएए बिल पास भी करवा लिया।और अब तीसरे कार्यकाल में मोदी सरकार वक्फ संशोधन बिल लेकर आई है। लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये है कि इस बिल को पास कराने के लिए मोदी सरकार के पास बहुमत नहीं है। उसे अपने सहयोगी के दम पर ही बिल पास कराना होगा। यही वजह है कि मोदी सरकार के सबसे बड़े विरोधी असदुद्दीन ओवैसी ने अब मोदी के दोस्तों में ही दरार डालने की कोशिश शुरू कर दी है।
दरअसल साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं हो सका था। यही वजह है कि नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के साथ-साथ कई छोटे-छोटे दलों के साथ मिलकर पीएम मोदी को सरकार बनानी पड़ी थी। और अब बीजेपी के इन्हीं सहयोगियों के दम पर ओवैसी वक्फ संशोधन बिल संसद में पेश होने से रोकना चाहते हैं। इसीलिये उन्होंने मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बदलते हुए अब उसकी सहयोगी पार्टियों पर दबाव बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। और सीधी सीधे बिहार के सीएम नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, LJP नेता चिराग पासवान, RLD नेता जयंत चौधरी का नाम लेते हुए कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं क्योंकि वे नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान और जयंत चौधरी की बैसाखी पर निर्भर हैं अगर ये चार दल इस असंवैधानिक विधेयक का समर्थन नहीं करते हैं तो यह विधेयक कानून नहीं बन पाएगा लेकिन अगर वे भाजपा का समर्थन करते हैं, तो मैं उन्हें सावधान और चेतावनी दे रहा हूं कि मुसलमान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
देश की जनता ने मोदी पर गुस्सा उतारते हुए उन्हें बहुमत से जिस तरह से दूर किया था। उसका फायदा अब असदुद्दीन ओवैसी जैसे विपक्षी नेता भी उठाने लगे हैं। और इसी के बहाने मोदी सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करने लगे हैं। जिससे वक्फ संशोधन बिल रोका जा सके। तो वहीं इसी बीच आंध्रा के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने तो बयान भी दे दिया कि उनकी सरकार वक्फ संपत्तियों की रक्षा करती रही है और आगे भी करती रहेगी सीएम नायडू के इस बयान ने जहां मुसलमानों को थोड़ी राहत दी होगी तो वहीं मोदी सरकार टेंशन में आ गई होगी। कि कहीं ऐसा ना हो कि संसद में नायडू की पार्टी धोखा ना दे दे। क्योंकि संसद में नायडू की TDP के पास 16 सांसद हैं और सांसद मोदी सरकार की स्थिरता के लिए बहुत जरूरी हैं।
ओवैसी ने नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, जयंत चौधरी और चिराग पासवान का नाम लेकर कहा कि संसद में वक्फ संशोधन बिल का विरोध करो नहीं तो मुसलमान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा। और ये बात उन्होंने इसलिये कही क्योंकि संसद में RLD, JDU, TDP और LJP के पास कुल 35 सांसद हैं। और अगर इन 35 सांसदों ने समर्थन वापस ले लिया संसद में मोदी सरकार अल्पमत में आ जाएगी। और वक्फ संशोधन बिल फंस जाएगा। यही वजह है कि ओवैसी अब बीजेपी से ज्यादा उसके सहयोगियों पर हमलावर हो रहे हैं। वैसे आपको क्या लगता है नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, जयंत चौधरी और चिराग पासवान क्या वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार का साथ देंगे।
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