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गृहमंत्री अमित शाह का बिहार दौरा और लालू परिवार पर हमला, क्या है इसके मयाने ?

लालू यादव के गढ़ गोपालगंज में गृहमंत्री शाह जमकर गरजे। इस जनसभा में शाह ने लालू यादव परिवार पर सबसे ज़्यादा ज़ुबानी हमला बोला। जिसके कई मायने भी निकाले जा रहे है।

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 महीने का समय बचा है। इस बीच अलग-अलग दल के बड़े नेता अपनी पार्टी के लिए में सियासी पीच तैयार करने में जुट गए है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो बिहार दौरे के दौरान  विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही पार्टी संगठन की तैयारियों का जायज़ा लिया और नेताओं को जीत का रोडमैप दिया। इसके साथ ही लालू यादव के गढ़ गोपालगंज में गृहमंत्री शाह जमकर गरजे। इस जनसभा में शाह ने लालू यादव परिवार पर सबसे ज़्यादा ज़ुबानी हमला बोला। जिसके कई मायने भी निकाले जा रहे है। 


लालू ने परिवार को किया सेट 

बिहार के गोपालगंज पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा के ज़रिए इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले लालू यादव पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा, वहीं परिवारवाद को लेकर भी घेरा। शाह ने कहा कि लालू यादव ने अपने शासनकाल में भले बिहार के युवाओं को सेट करने का काम नहीं किया हो, लेकिन अपने परिवार को सेट करने का काम किया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू यादव ने घोटाला किया और अपने परिवार के लोगों को सेट किया। उन्होंने कहा कि लालू के दोनों बेटे पहले मंत्री बने और फिर मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हैं। एक बेटी सांसद हैं, दूसरी बेटी को लोकसभा चुनाव लड़ाया। उससे पहले पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया। राबड़ी देवी के दोनों भाई मंत्री बने और भाभी को भी नेता बनाया। पूरे परिवार को सेट कर दिया, लेकिन बिहार के युवाओं को सेट नहीं किया। 


PM मोदी के रहे युवाओं के लिए काम 

अमित शाह ने गोपालगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं को सेट करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2025 में ही बिहार में चुनाव होने जा रहा है। बिहार के लोगों को यह तय करना है कि हमें लालू-राबड़ी के जंगलराज की ओर जाना है या मोदी और नीतीश कुमार के विकास के रास्ते पर जाना है। जब से भाजपा और एनडीए की सरकार बिहार में आई है, यहां विकास की शुरुआत हुई। जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के लिए वोट मांगने के लिए आए, बिहार की जनता ने उनकी झोली कमल के फूल से भरने का काम किया है। 


लालू से शाह का सवाल 

केंद्रीय गृह मंत्री ने सवाल करते हुए कहा कि हम लालू यादव से पूछना चाहते हैं कि 15 सालों तक लालू-राबड़ी की सरकार रही, मनमोहन सिंह की सरकार में लालू मंत्री रहे। लेकिन बिहार के विकास के लिए क्या काम किया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने दस साल में उतना काम कर दिया जितना कांग्रेस और अन्य दलों ने इतने दिनों में नहीं किया। उन्होंने कहा, "गोपालगंज से कहकर जाना चाहता हूं कि एक बार पांच साल के लिए एनडीए की सरकार बनाइए, बिहार को हमेशा के लिए बाढ़ की समस्या से मुक्त कर दिया जाएगा। लोग अयोध्या में सालों से राम मंदिर बनने का सपना देख रहे थे। लालू एंड कंपनी ने कई अड़ंगे लगाए, लेकिन हमने भगवान राम के लिए भव्य मंदिर बनाकर दिखाया। अब माता सीता की बारी है। मां जानकी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा, जो पूरी दुनिया को आकर्षित करेगा।" अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार में न केवल विकास के कार्य हो रहे हैं, बल्कि सांस्कृतिक विकास हो रहे हैं तथा विरासतों का सम्मान भी हो रहा है। इस दौरान उन्होंने कई विकास की योजनाओं का जिक्र भी किया। 


लालू को घेरने के क्या है मायने 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का दो दिवसीय बिहार दौरे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर देखा जा रहा है। इस दौरे पर शाह ने चुनाव को लेकर कई महत्वपूर्ण काम किया है। पहला तो पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जीत का मंत्र दिया। दूसरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर एनडीए की बैठक में चुनाव को लेकर गठबंधन की रणनीति पर चर्चा। वही इस दौरे पर सबसे ज़्यादा चर्चा और चुनावी माहौल को गरम करने वाला था गोपालगंज कि जनसभा। जहाँ गृहमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव पर सीधा हमला रहा। इसके कई मायने निकाले जा रहे है। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को अकेले तेजस्वी यादव कड़ी चुनौती दे रहे है। क्योंकि तेजस्वी वर्तमान स्थिति को देखते हुए राजनीति कर रहे है। निजी मुद्दे पर सिर्फ़ पलटवार करते है और जनता, युवाओं से जुदा मुद्दा चुनाव में उठा रहे है जिसका फ़ायदा मिल रहा है। यही वजह है कि शाह ने इस दौरे पर वर्तमान माहौल की चर्चा के साथ सबसे ज़्यादा बिहार की जनता को लालू यादव के कार्यकाल को जनता को याद दिलाने की कोशिश की है।

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