घुसपैठियों के खिलाफ हिंदुओं का ऐलान, गांव में लगा दिया No Entry का बोर्ड !
Uttarakhand के Rudrapur में हिंदुओं ने अपने गांवों में लगा दिया नो एंट्री का बोर्ड, अब बिना सत्यापन के गांव में नहीं घुस पाएंगे बाहरी लोग, Rudrapur से देखिये NMF NEWS की GROUND ZERO REPORT !
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देवभूमि Uttarakhand का एक जिला है। रूद्रप्रयाग। जहां कुछ ही दिनों पहले एक गांव में फेरीवाला घुसा और मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया। इस वारदात के बाद से ही रूद्रप्रयाग जिले के कई गांवों में हिंदुओं ने बोर्ड लगा दिया है कि। बाहरी व्यक्तियों। या फिर फेरी वालों का गांव में घुसना पूरी तरह से वर्जित है। जो भी घूमता पाया गया उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के साथ ही। कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
वैसे तो किसी भी गांव में। जिले में या शहर में। आने जाने सो कोई किसी को नहीं रोक सकता। लेकिन बात जब बहन बेटियों की सुरक्षा की आती है तो। रूद्रप्रयाग जिले के हिंदुओं को अपने गांवों में इसी तरह के बोर्ड लगाने पड़ते है। जिससे बाहरी लोगों को बिना जांच पड़ताल के रोका जाए।
इसी साल मई के महीने में रूद्रप्रयाग के एक गांव में घुसे फेरीवाले ने महज ढाई साल की बच्ची को अगवा कर लिया था। जिसके बाद से मानो पूरे उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था। जब लोगों ने शोर मचाना शुरू किया। तो फेरी वाला बच्ची को छोड़ कर भाग गया। लगातार हो रही ऐसी वारदातों को रोकने के लिए ही रूद्रप्रयाग के हिंदुओं ने अपने गांवों में बोर्ड लगा दिया था कि। जिस पर लिखा गया था कि। गैर हिंदुओं का गांव में घुसना मना है। लेकिन जिला प्रशासन गैर हिंदू शब्द पर आपत्ति जताने लगा। जिसके बाद गांव वालों ने बोर्ड से गैर हिंदू शब्द हटा कर बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर बैन लगा दिया।
बाहरी लोगों को गांव में घुसने से रोकने के लिए तो बोर्ड लगा दिया गया है। लेकिन अगर कोई गांव में जाना भी चाहेगा तो सबसे पहले उसका सत्यापन किया जाएगा। तब उसे गांव में एंट्री दी जाएगी।
रुद्र प्रयाग के गांवों में किसी ना किसी वारदात को अंजाम देने वाले ऐसे बहरुपिये और घुसपैठियों पर लगाम लगाने के लिए उत्तराखंड की धामी सरकार भी लगातार एक्शन ले रही है। उत्तराखंड बीजेपी की महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा नौटियाल ने इस बारे में क्या कुछ बताया आइये आपको सुनाते हैं।
रूद्रप्रयाग जिले के कई गांवों में इसी तरह के बोर्ड लगाए गये हैं। जिससे बाहरी लोगों को गांव में घुसने से रोका जाएगा। किसी भी बाहरी को पूरे सत्यापन के बाद ही गांव में एंट्री दी जाएगी।
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