यूपी में घुसपैठियों पर हाईटेक शिकंजा, CM योगी का अभेद प्लान हुआ तैयार
ख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश से घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों को घुसपैठियों की पहचान के लिए हाइटेक मॉडर्न टेक्नोलॉजी के प्रयोग के निर्देश दिए गए हैं.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर से घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए फूलप्रूफ प्लान तैयार कर लिया है, जो पूरे देश के लिए मॉडल के रूप में उभरकर सामने आएगा. योगी सरकार घुसपैठियों की पहचान के लिए हाइटेक मॉडर्न टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रही है, जिससे घुसपैठियों की प्रदेश में छुपकर रहने की कोशिशों को पूरी तरह नाकाम किया जा सके.इतना ही नहीं, इन घुसपैठियों को जिन डिटेंशन सेंटरों में रखा जाएगा, वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. योगी सरकार डिटेंशन सेंटरों की सुरक्षा का ऐसा चक्रव्यूह तैयार कर रही है, जो अभेद होगा.
सूत्रों की मानें तो योगी सरकार ने डिटेंशन सेंटर में रखे गए घुसपैठियों की विस्तृत बायोमेट्रिक प्रोफाइल तैयार करने का निर्णय लिया है. साथ ही इन सभी नामों को नेगेटिव लिस्ट में दर्ज किया जाएगा. यह सूची देशभर में साझा की जाएगी, ताकि दोबारा कोई भी घुसपैठिया न प्रदेश में और न ही देश की सीमा में प्रवेश कर सके.
फर्जी दस्तावेजों की होगी गहन जांच, नेटवर्क पर गिरेगी गाज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश से घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों को घुसपैठियों की पहचान के लिए हाइटेक मॉडर्न टेक्नोलॉजी के प्रयोग के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी स्तर पर कोई कमी न रह जाए और हर हाल में घुसपैठियों को चिन्हित कर उन्हें डिटेंशन सेंटर शिफ्ट किया जाए.
जानकारों के अनुसार, इस तकनीक के जरिए घुसपैठियों के फर्जी पहचान पत्रों समेत किसी भी प्रकार के फर्जी सरकारी दस्तावेजों को स्कैन किया जाएगा और उनका पूरा पिछला रिकॉर्ड खंगाला जाएगा. इससे पता चल सकेगा कि वे कब से प्रदेश में पहचान छुपाकर रह रहे थे.
इतना ही नहीं, टेक्नोलॉजी के माध्यम से यह डाटा भी इकट्ठा किया जाएगा कि फर्जी दस्तावेज किस तरह तैयार किए गए. योगी सरकार घुसपैठियों की पहचान के साथ-साथ उनके फर्जी दस्तावेजों की गहन जांच करेगी. इससे दस्तावेज बनाने वाले नेक्सस का भंडाफोड़ होगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि आगे कोई भी व्यक्ति फर्जी दस्तावेज न बनवा सके.
तैयार होगी बायोमेट्रिक प्रोफाइल, सभी नाम जाएंगे ‘नेगेटिव लिस्ट’ में
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिटेंशन सेंटरों में रखे गए घुसपैठियों की विस्तृत बायोमेट्रिक प्रोफाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट और फेशियल रिकग्निशन कराया जाएगा. इसके बाद एक सूची तैयार होगी, जिसमें सभी नामों को नेगेटिव लिस्ट में शामिल किया जाएगा. योगी सरकार के इस कदम से ये व्यक्ति आगे कभी भी आधार कार्ड जैसी किसी सरकारी पहचान प्रणाली में पंजीकरण नहीं करा पाएंगे. साथ ही यह सूची देश के अन्य राज्यों के साथ साझा की जाएगी, ताकि दोबारा कोई घुसपैठिया प्रदेश या देश की सीमा में प्रवेश न कर सके. योगी सरकार का यह फूलप्रूफ प्लान पूरे देश के लिए एक मॉडल के रूप में उभरेगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्पष्ट नीति, गंभीरता एवं सटीक विज़न को दर्शाएगा.
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इतना ही नहीं, जिन डिटेंशन सेंटरों में इन्हें रखा जाएगा, वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. योगी सरकार डिटेंशन सेंटरों की सुरक्षा का ऐसा अभेद चक्रव्यूह तैयार कर रही है, जिसे भेद पाना असंभव होगा.
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