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"अबे ओए, तूने हाथ कैसे पकड़ा?" विधायक अभिजीत शाह और पुलिस के बीच हुई तीखी बहस, वीडियो हुआ वायरल

मध्य प्रदेश के हरदा में पुलिस और कांग्रेस विधायक अभिजीत साहू के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। इस बीच कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह बीच-बचाव करते दिखे।

हरदा में हाल ही में हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. इस मुद्दे पर समर्थन जताने पहुंचे कांग्रेस नेताओं और पुलिस प्रशासन के बीच जमकर बहस देखने को मिली. खासतौर पर कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह और पुलिसकर्मियों के बीच हुई तीखी नोकझोंक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

कांग्रेस विधायक और पुलिस अधिकारियों के बीच हुई बहस

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनके पुत्र विधायक जयवर्धन सिंह और टिमरनी से विधायक अभिजीत शाह मंगलवार को हरदा पहुंचे थे. वे राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया. इसी दौरान विधायक अभिजीत शाह और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस तेज हो गई.

"अबे ओए, तूने हाथ कैसे पकड़ा?"

वायरल वीडियो में विधायक अभिजीत शाह पुलिसकर्मी से कहते नजर आ रहे हैं, "अबे ओए, तूने हाथ कैसे पकड़ा?" वहीं जयवर्धन सिंह भी पुलिस से कहते दिखे, "वो विधायक हैं, उन्हें मत रोको." मौके पर माहौल तनावपूर्ण हो गया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.

विधायक ने पुलिस पर लगाए बदतमीज़ी के आरोप

विधायक अभिजीत शाह ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया, "पुलिस के साथ मेरे साथ भी वैसा ही व्यवहार हुआ जैसा कल राजपूत समाज के साथ हुआ था. मुझे लगता है, उन्होंने मुझे भी राजपूत समझ लिया और दुर्व्यवहार किया. मेरा हाथ पकड़कर खींचा गया, जबकि मैं पहले ही कलेक्टर से बातचीत कर चुका था कि समाज के केवल 5 प्रतिनिधि ही ज्ञापन देने जाएंगे. बावजूद इसके, समाज के अध्यक्ष को भी गेट पर रोक दिया गया."

इस घटना ने विपक्ष को सरकार और प्रशासन पर निशाना साधने का एक और मौका दे दिया है. कांग्रेस ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया है, वहीं प्रशासन की ओर से इस पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, इंदौर के एक व्यापारी द्वारा हीरा बेचने के मामले से असंतुष्ट श्री करणी राजपूत सेना के लोगों ने शनिवार को हरदा शहर के खंडवा बायपास पर धरना दिया और रास्ता जाम कर दिया. इस दौरान करीब 16 घंटे बाद पुलिस ने रविवार सुबह 10 बजे बल का प्रयोग कर इस धरने को खत्म कराया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वॉटर कैनन से पानी की बौछार की, वहीं आंसू गैस के गोले छोड़े गए. जब बात इससे भी नहीं बनी, तो प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज हुआ. इस मामले में पुलिस ने 60 लोगों को हिरासत में लिया था. इसी मामले में कांग्रेस नेता व राजपूत समाज के लोग आज कलेक्टर को ज्ञापन देने गए थे, जिसके बाद विधायक और पुलिसकर्मी के बीच बहस हुई.

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