बंगाल हिंसा पर राज्यपाल बोस की चेतावनी, हिंसा फैलाने वाले और उनके संरक्षक को छोड़ा नहीं जाएगा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदर्शनकारियों पर सख़्त कार्रवाई की बात करने की बजाए लोगों से शांति की अपील करते हुए यह कहा जा रहा है कि राज्य नया वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा. इस बीच अब राज्य के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए दोषियों पर सख़्त कार्रवाई की बात कही गई है.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा हालात तनावपूर्ण बने हुए है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगातार बीजेपी हमलावर है. कई हिन्दू परिवार क्षेत्र की गंभीर स्थिति के चलते पलायन को मजबूर है. शनिवार को हिंसा के दौरान पिता-पुत्र समेत कम से कम तीन लोगों की हत्या कर दी गई. हालत को देखते हुए बीएसएफ की 8 कंपनियां और करीब हज़ारों की संख्या में पुलिसवाले तैनात किए गए हैं. इनमें डीजी से लेकर एएसपी स्तर तक के अधिकारी भी शामिल हैं. इस गंभीर हालात पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदर्शनकारियों पर सख़्त कार्रवाई की बात करने की बजाए लोगों से शांति की अपील करते हुए यह कहा जा रहा है कि राज्य नया वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा. इस बीच अब राज्य के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए दोषियों पर सख़्त कार्रवाई की बात कही गई है.
दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा
मुर्शिदाबाद और अन्य जगहों पर हुई हिंसा पर राज्यपाल बोस ने कहा राज्य में कानून हाथ में लेने वाले किसी भी शख़्स को बख़्शा नही जाएगा. केंद्र और गृहमंत्रालय पूरी घटनाक्रम पर अपनी नजर बनाए हुए है. कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सहित सभी प्रवर्तन एजेंसियों से रिपोर्ट प्राप्त की गई है. केंद्र सरकार ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी है और जरूरत पड़ने पर और अधिक बल तैनात करने के लिए तैयार है. फिलहाल बीएसएफ की नौ कंपनियां तैनात हैं और इसके अतिरिक्त सीआरपीएफ, आरपीएफ और आरआईएफ भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. राज्य पुलिस भी केंद्रीय बलों के साथ मिलकर क्षेत्र में सक्रिय है और उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा रही है.
हिंसा की कोई जगह नहीं
राज्यपाल ने कहा कि संकट में फंसे लोगों को केंद्रीय बलों की ओर से समय पर मदद पहुंचाई जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग हिंसा फैला रहे हैं और उनके संरक्षक हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब यह एक लड़ाई होने जा रही है. अब हिंसा और अपराध के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. डॉ. बोस ने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ कानून-व्यवस्था की नहीं, बल्कि अन्याय और हिंसा के खिलाफ समाज की लड़ाई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अदालतें, सरकार और समाज के सभी जिम्मेदार और सजग नागरिक एकजुट होकर इन अपराधियों को खत्म करने के लिए कड़ा रुख अपना चुके हैं.
राष्ट्रपति शासन की जरूरत
पश्चिम बंगाल के हालात पर बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद जगदंबिका पाल का कहना है कि राज्य पर परिस्थिति को देखते हुए अब अब राज्य में राष्ट्रपति शासन की जरूरत है. मुर्शिदाबाद और अन्य जगहों पर जिस तरह से हिंस प्रदर्शन, आगजनी और पत्थरबाज़ी हो रही थी, उसे साफ़तौर पर ममता बनर्जी का समर्थन था.केंद्र के कोई भी फ़ैसले को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार में शामिल मंत्री लोगों ओ उकसाते है.