उमा भारती ने सीएम योगी से की शाहजहांपुर का नाम बदलने की मांग, कहा- यह गुलामी के दौर का नाम है…
उमा भारती ने सीएम योगी आदित्यनाथ से शाहजहांपुर के नाम को बदलने की मांग की. उन्होंने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा.
Follow Us:
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से शाहजहांपुर के नाम को बदलने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जैसे लोग लोकतंत्र का सम्मान करना नहीं जानते हैं. वहीं अखिलेश यादव पर पूजा पाल मामले को लेकर निशाना साधा है. उमा भारती ने उत्तराखंड कैबिनेट द्वारा पास किए गए अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान में सिख, जैन, ईसाई, बौद्ध एवं पारसी को फायदा देने वाले प्रस्ताव का भी स्वागत किया औऱ इसे देशभर में लागू करने की बात कही.
राहुल गांधी पर भड़कीं उमा भारती
उमा भारती ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी जैसे लोग लोकतंत्र का सम्मान करना नहीं जानते हैं. वे अपने आप को इस देश का बादशाह और शहंशाह समझते हैं. राहुल गांधी बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं और 'वोट चोरी' का आरोप लगा रहे हैं. एक तरफ वोट चोरी रोकने के लिए मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) होता है तो वे उसका विरोध करते हैं और दूसरी तरफ कहते हैं कि 'वोट चोरी' हो रही है.
उमा भारती ने अखिलेश पर साधा निशाना
उमा भारती ने अखिलेश य़ादव पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक तरफ अखिलेश यादव पीडीए की बात करते हैं तो दूसरी तरफ पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित कर देते हैं क्योंकि उन्होंने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ की. अखिलेश यादव अपने घर की बहू को रोक नहीं पाए, जो सीएम योगी की प्रशंसा करके दूसरी पार्टी में चली गई. अगर अखिलेश यादव अपनी करतूतों को नहीं सुधारेंगे तो लोग उन्हें छोड़कर चले जाएंगे.
'शाहजहांपुर का नाम बदल देना चाहिए'
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से शाहजहांपुर जिले का नाम बदलने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह गुलामी के दौर का नाम है. यूपी के बरेली के आंवला में से उमा भारती ने कहा कि मैं यहां आ रही थी तो शाहजहांपुर नाम का एक जिला देखा. यह नाम ठीक नहीं लग रहा. मैं योगी जी से इसका नया नाम प्रस्तावित करने का आग्रह करती हूं. उन्होंने कहा कि यह नाम वह दोबारा नहीं सुनना चाहती हैं. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल भी मौजूद रहे.
धामी कैबिनेट के फैसले का स्वागत
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कैबिनेट ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जिसमें यह तय किया गया है कि अभी तक अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थान का दर्जा सिर्फ मुस्लिम समुदाय को मिलता था, लेकिन अब प्रस्तावित विधेयक के अंतर्गत अन्य अल्पसंख्यक समुदायों जैसे सिख, जैन, ईसाई, बौद्ध एवं पारसी को भी यह सुविधा मिलेगी.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने जो फैसला लिया, वो सही है और ऐसा पूरे देश में होना चाहिए.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement