उपदेश ना दो, गिरेबान में झांको, अपने महिला-बच्चों की रक्षा करो...निशिकांत दुबे ने UN में पाकिस्तान को धो डाला
संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक बैठक में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान की धज्जियां उड़ा दीं. उन्होंने बाल अधिकार के मुद्दे पर पाक को ऐसा घेरा कि वीडियो वायरल हो गया. उन्होंने पहलगाम हमले की तुलना करते हुए कहा कि कैसे 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के जवाब में भारत ने आतंकवादियों पर टार्गेटेड हमले किए, जिसके प्रतिउत्तर में पाक ने बच्चों, आम नागरिकों, महिलाओं और सिविलियन एरिया में हमले किए. दुबे ने आतंकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद और हमले का भी आरोप लगाया.
Follow Us:
भारत में अपने जोरदार और धारदार खुलासों, बयानों के लिए मशहूर बीजेपी के गोड्डा से फायरब्रांड सांसद निशिकांत दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक समिति की बैठक में पाकिस्तान को जमकर धो दिया. उन्होंने आतंकिस्तान को मानवाधिकार के उल्लंघनों को लेकर तगड़ा घेरा और जमकर खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने मच से कहा कि पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान में स्कूलों और छात्रों को निशाना बनाकर संयुक्त राष्ट्र के 'बच्चों और सशस्त्र संघर्ष' (CAC) एजेंडे की सरेआम खिलाफअर्जी कर रहा है.
आपको बता दें कि निशिकांत दुबे ने सोमवार को UN के ‘‘बाल अधिकारों का संवर्धन और संरक्षण’’ को लेकर एक सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया. बाल अधिकार विषय पर भारत की ओर से वक्तव्य दे रहे दुबे ने कहा भारत द्वारा की ‘चाइल्ड हेल्पलाइन’ जैसी पहल और बाल तस्करी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के माध्यम से बाल अधिकारों को बनाए रखने को स्वीकार करने के लिए सदस्य देशों का धन्यवाद.
पाकिस्तान अपने गिरेबान में झांके, उपदेश ना दे: निशिकांत दुबे
बीजेपी सांसद ने पाकिस्तान को सीएसी के उल्लंघन का दोषी ठहराया. उन्होंने पाकिस्तान के अंदर और पड़ोसी इलाकों में बच्चों के अधिकारों के हनन पर गंभीर चिंता जताई. दुबे ने कहा कि, 'हम पाकिस्तान द्वारा अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों के विरुद्ध हो रहे गंभीर दुर्व्यवहारों से विश्व का ध्यान हटाने के प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं, जैसा कि महासचिव की सीएसी 2025 पर रिपोर्ट तथा सीमा पार से जारी आतंकवाद से स्पष्ट है.'
पाकिस्तान को खुद के आइने में देखना चाहिए, इस मंच से उपदेश देना बंद कर देना चाहिए और अपने सीमाओं के अंदर बच्चों के लिए काम करना चाहिए: निशिकांत दुबे ने UN में पाकिस्तान को जमकर धोया. #NishikantDubey #UN #Pakistan pic.twitter.com/oTLoSD14UG
— NMF NEWS (@nmfnewsofficial) October 14, 2025
भारतीय दल का निशिकांत दुबे ने किया नेतृत्व
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय संसदीय दल का नेतृत्व करते हुए कहा कि, पाकिस्तान की सेना द्वारा अफगानिस्तान की सीमा के पास किए गए हमलों और हवाई हमलों में कई अफगान बच्चों की मौत हुई है या वे घायल हुए हैं. इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान जिम्मेदारी है. उन्होंने मई 2025 में पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमावर्ती गांवों पर की गई फायरिंग की भी कड़ी आलोचना भी की. दुबे ने पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय बयानों को पूरी तरह पाखंडी करार दिया. उन्होंने कहा कि ऐसे काम करने के बाद पाकिस्तान का वैश्विक मंचों पर बोलना बिल्कुल अनुचित है.
दुबे ने अपने संबोधन में क्या-क्या कहा?
निशिकांत दुबे ने कहा कि मेरा शिष्टमंडल बाल अधिकारों के विषय पर अपनी प्रस्तुतियां देने वाले सभी जनादेश धारकों का आभार व्यक्त करता हैं. हम उन सभी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने भारत की भूमिका और उसकी महत्ता को स्वीकार किया है. दूसरी ओर पड़ोसी देश पाकिस्तान इसके विपरीत उदाहरण प्रस्तुत करता है. यह उन देशों में शामिल है जो बच्चों और सशस्त्र संघर्ष (CAAC) से संबंधित एजेंडे के सबसे गंभीर उल्लंघनकर्ताओं में से एक हैं. हम पाकिस्तान द्वारा अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों के साथ हो रहे गंभीर दुर्व्यवहारों और अत्याचारों से वैश्विक ध्यान भटकाने के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि महासचिव की 2025 में जारी रिपोर्ट स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं से परे यानी कि दूसरे देशों भी इस तरह के अपराधों में संलिप्त है. रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा स्कूलों, विशेषकर बालिका विद्यालयों और स्वास्थ्यकर्मियों पर किए गए हमलों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है. इतना ही नहीं, इसके अतिरिक्त, अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र में हुई उन घटनाओं का भी उल्लेख है, जहाँ पाकिस्तान की ओर से की गई सीमा पार गोलीबारी और हवाई हमले सीधे तौर पर अफगान बच्चों की हत्या और अपंगता के लिए जिम्मेदार पाए गए हैं.
पाकिस्तान ने भारत पर किया क्रूर और लक्षित हमला
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यदि ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया जाए तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय भलीभांति जानता है कि पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर और लक्षित हमलों को भुलाया नहीं जा सकता. 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगांव में हुए हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई.
भारत के पास वैध आत्मरक्षा का अधिकार
दुबे ने भारत की पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा कि इस आतंकवादी हमले के खिलाफ उनके देश ने संतुलित और जिम्मेदार प्रतिक्रिया देते हुए मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित कार्रवाई की. यह कार्रवाई भारत के वैध आत्मरक्षा के अधिकार के अंतर्गत की गई थी.
पाकिस्तान उदेश देना बंद करे
दुबे ने आरोप लगाया कि भारत के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई के विपरीत पाकिस्तान ने जानबूझकर सीमावर्ती क्षेत्रों में बच्चों और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया. पाकिस्तान को चाहिए कि वह दूसरों को उपदेश देने से पहले अपने भीतर झांके और अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों की सुरक्षा तथा अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए.
यह भी पढ़ें
उन्होंने कहा कि वो भारत और अफगानिस्तान में स्कूलों और छात्रों को निशाना बना रहा. उसे मंच से उपदेश देने की बजाय अपने अंदर झांकना चाहिए और अपने देश के अंदर बच्चों की रक्षा करनी चाहिए.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें