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दिल्ली कार ब्लास्ट: लाल किले के घटनास्थल से मिले 9 मिमी कैलिबर के तीन कारतूस, जांच में बड़ा खुलासा

Delhi Car Blast Case: राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास कार ब्लास्ट की जांच में 9 मिमी के तीन प्रतिबंधित कारतूस मिले, लेकिन कोई हथियार बरामद नहीं हुआ. पुलिस ने ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों के कारतूस जांचे, पर सभी पूरे मिले. उधर, नूंह में मारे गए आतंकी उमर के ठिकाने पर छापेमारी के बाद उसके नेटवर्क की तलाश जारी है.

16 Nov, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
01:50 AM )
दिल्ली कार ब्लास्ट: लाल किले के घटनास्थल से मिले 9 मिमी कैलिबर के तीन कारतूस, जांच में बड़ा खुलासा
File Photo

दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में नया खुलासा हुआ है. जांच टीम को मौके से 9 मिमी कैलिबर के तीन कारतूस मिले हैं, जिनमें दो जिंदा कारतूस और एक खाली खोखा शामिल है. यह कैलिबर आम नागरिकों के लिए प्रतिबंधित होता है और लाइसेंसी हथियारों में इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. ऐसे कारतूस आमतौर पर फोर्सेज या विशेष अनुमति प्राप्त लोगों के पास होते हैं.

पुलिस के सामने नई चुनौती

सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल पर किसी भी तरह की पिस्तौल या उसका कोई हिस्सा नहीं मिला है. यानी गोली के कारतूस तो थे, लेकिन उन्हें चलाने वाला हथियार वहां मौजूद नहीं था. पुलिस ने मौके पर तैनात सभी कर्मचारियों के कारतूस भी जांचे, लेकिन किसी का एक भी कारतूस मिसिंग नहीं पाया गया. इससे साफ हो गया कि बरामद कारतूस ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों के नहीं थे. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर ये कारतूस वहां कैसे पहुंचे.

आतंकी उमर की गतिविधियों पर फोकस

मामले में हरियाणा के नूंह से भी अहम सुराग मिले हैं. विस्फोट में मारे गए आतंकी उमर मुहम्मद को ब्लास्ट से पहले कई घंटों तक इलाके में घूमते हुए देखा गया था. जांच में पता चला कि उमर ने अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले एक इलेक्ट्रीशियन शोएब की मदद से 10 दिनों के लिए एक कमरा किराए पर लिया था. विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस, एनआईए और सीआईए नूंह की टीमों ने उस मकान पर छापा मारा और कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. जांच एजेंसियां अब उन सभी लोगों की तलाश कर रही हैं जो उमर के संपर्क में थे या विस्फोटक उपकरण से उनका कोई संबंध हो सकता है.

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बताते चलें कि जांच एजेंसियां सभी तकनीकी सुरागों, बरामद कारतूसों और उमर के नेटवर्क की कड़ियों को जोड़कर मामले की पूरी साजिश का खुलासा करने की कोशिश में जुटी हैं. शुरुआती जांच भले ही कई नए सवाल खड़े कर रही हो, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि जांच की दिशा स्पष्ट है और जल्द ही इस धमाके के पीछे की पूरी कहानी सामने आ सकती है.

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